हरियाली को खा रहे वन और भूमाफिया!
*माफियाओं के प्रति संबंधित विभाग का रवैया आखिर क्यों रहता है नरम?
*उत्तराखंड राज्य का निर्माण होने के बाद से लेकर अब तक फलदार एवं छायादार हजारों वृक्ष कर दिए गए नष्ट
देहरादून – उत्तराखंड राज्य को ऑक्सीजन का भंडार वाला राज्य कहां जाता रहा हैI हिमालय क्षेत्र में आने वाला यह उत्तराखंड राज्य आज भी पर्यटकों के लिए गुलजार होता रहता है, लेकिन मुख्य व हैरानी की बात यह है कि पिछले दो दशकों के दौरान इस राज्य की काफी हरियाली को कई भू एवं वन माफिया अपने स्वार्थी मंसूबों के तहत नष्ट करने में कामयाब रहे हैं I सैकड़ों और हजारों की संख्या में फलदार एवं छायादार वृक्षों का अवैध कटान होने के मामले समय-समय पर सामने आते रहे हैं और माफियाओं की मौज होती रही है I जब 9 नवंबर सन 2000 में उत्तराखंड राज्य का निर्माण उत्तर प्रदेश से अलग होकर हुआ था, तब यह पहाड़ी राज्य हरियाली से पूरी तरह लबालब रहा था और देशी-विदेशी पर्यटक भरपूर आनंद यहां की खूबसूरत हरियाली से परिपूर्ण वादियों का लेते थे और यहां का गुणगान करके अपने गंतव्य स्थानों को लौट जाते थे I लेकिन आज उत्तराखंड राज्य की हरियाली और आकर्षण को मानो बुरी नजर ही लग गई हो I हालांकि उत्तराखंड राज्य की अब तक की सरकारों ने उत्तराखंड को पर्यटन का हब बनाने के लिए अपने-अपने स्तर से पर्यटन को विकसित करने हेतु विकास कार्य किए है, लेकिन जो आकर्षण का केंद्र उत्तराखंड राज्य बनना था, उससे वह आज भी मेहरूम दिखाई दे रहा है I
बीते दो दशक से अधिक का समय व्यतीत होने के बाद आज उत्तराखंड राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देने की दिशा में भिन्न-भिन्न सरकारों की विकास कार्यों की प्रगति पर सरसरी नजर दौड़ाई जाए तो वह निराशाजनक ही कही जा सकती है I वन एवं भू माफियाओं ने अपने स्वार्थ सिद्धि को भुनाने के लिए एवं सत्ता के गलियारे से लाभ लेते हुए उत्तराखंड राज्य की हरियाली एवं आकर्षण को नष्ट करने का काम करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी है I राज्य में फलदार एवं छायादार वृक्षों के अवैध कटान करने के बहुत से मामले स्वयं वन विभाग तथा पुलिस मेहकमें में दर्ज हैं और यह मामले खुद ही उत्तराखंड की हरियाली व खूबसूरती को ग्रहण लगाने की दास्तान बया करने के लिए काफी है I सवाल यह है कि मौजूदा उत्तराखंड राज्य की सरकार क्या ऐसे ठोस कदम उठाएगी ? जिससे कि अब भविष्य में उत्तराखंड राज्य से यहां का अद्भुत और भव्य आकर्षण तथा खूबसूरती नष्ट न हो, और पर्यटन की दृष्टि से उत्तराखंड राज्य देश और विदेश में अव्वल नंबर पर अपना स्थान दर्ज कर सकें I
उत्तरांचल क्राइम न्यूज़ के लिए ब्यूरो रिपोर्ट |