
खून की नलियों (रक्त वाहिकाओं) की सही स्थिति का पता चलने से हृदय रोग के संभावित खतरों की समय से चेतावनी मिलगी।
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मद्रास के शोधकर्ताओं ने खून की नलियों के स्वास्थ्य का हाल जानने और उम्र का असर समझने के लिए एक अभिन्व, गैर-शल्य उपकरण बनाया है जिससे हृदय रोगों की शुरुआती जांच बहुत आसानी से होगी। ARTSENS® नामक यह उपकरण इस तरह बना है कि जो विशेषज्ञ नहीं हैं वे भी सामान्य चिकित्सा जांच में आसानी से इसका उपयोग कर खून की नलियों के स्वास्थ्य का हाल जान सकते हैं और तदनुसार भविष्य में सचेत रहने की सलाह दे सकते हैं। डिवाइस में एक प्रोपराइटरी नाॅन-इमेजिंग प्रोब और एक इंटेलिजेंट कंप्यूटिंग प्लेटफॉर्म है और इसका विकास आईआईटी मद्रास के हेल्थकेयर टेक्नोलॉजी इनोवेशन सेंटर (एचटीआईसी) ने किया है।
डिवाइस का परीक्षण 5,000 से अधिक मनुष्यों पर किया जा चुका है और इस टेक्नोलाॅजी को यू.एस., यूरोपीय संघ और भारत में पांच युटिलिटी पेटेंट, 10 डिजाइन पेटेंट प्राप्त हैं और विभिन्न अधिकार क्षेत्रों में 2...