उत्तराखंड : सतीश लखेड़ा हो सकते हैं उत्तराखंड के अगले प्रदेश अध्यक्ष
उत्तराखंड में पांचो सीटों पर भारतीय जनता पार्टी ने अपने प्रत्याशी उतार दिए हैं भारतीय जनता पार्टी को विश्वास है कि वह इन पांचों सीटों पर जीत हासिल करेगी पार्टी में हाल ही में राज्यसभा चुनाव हुए हैं। यह सीट अनिल बलूनी के कार्यकाल पूर्ण होने के बाद खाली हुई थी।
अनिल बलूनी गढ़वाल क्षेत्र से आते हैं और ब्राह्मण है इसलिए पार्टी को गढ़वाल से ही किसी ब्राह्मण चेहरे को रिपीट करना था। ऐसे में पार्टी के पास अनेक ब्राह्मण चेहरे थे किंतु बड़ी महेंद्र भट्ट के हाथ लगी।
पार्टी में युवा पीढ़ी के विनोद चमोली, सतीश लखेड़ा, ज्योति गैरोला, आदित्य कोठारी जैसे ब्राह्मण नेता इस पंक्ति में थे। विनोद चमोली देहरादून की धर्मपुर सीट से विधायक है, जबकि लखेड़ा भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय मीडिया टीम के प्रमुख सदस्य हैं हाल ही में उनका मीडिया प्रबंधन की दृष्टि से उत्तराखंड बीजेपी का प्रदेश प्रवक्ता बनाया है। लाखेड़ा 17 वर्ष पूर्व भी भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता थे। इन दोनों के बीच राज्यसभा सीट पर विचार चल रहा था क्योंकि पार्टी प्रधानमंत्री के नजदीकी और पार्टी के मुख्य रणनीतिकारों में एक अनिल बलूनी को भाजपा लोकसभा लड़ने का मन बना चुकी थी।
अब नई बहस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष को लेकर है क्योंकि महेंद्र भट्ट राज्यसभा के लिए मनोनीत हो चुके हैं। अब पुनः इन्हीं दो नामों पर चर्चा टिक गई है, जहां विनोद चमोली विधायक हैं अजेंद्र अजय बद्रीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के सदस्य हैं ऐसी स्थिति में पूर्णकालिक रूप से अध्यक्ष पद के लिए सतीश का लखेड़ा समय दे सकते हैं, जिनके लिए दिल्ली से लेकर प्रदेश संगठन की पहल की जा रही है। शांत स्वभाव, संगठन का लंबा अनुभव और मिलनसार सतीश लखेड़ा पर युवा पीढ़ी की सहमति और पकड़ को देखते हुए बहरहाल उनका नाम सबसे आगे है।
लोकसभा चुनाव के बाद जहां राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का केंद्रीय सरकार में मंत्री बनना तय है। उसी के साथ अनेक राज्यों के अध्यक्षों को भी पार्टी बदलने जा रही है ऐसी स्थिति में उत्तराखंड बीजेपी में भी बदलाव तय हो चुका है। अगर बदलाव होता है तो पार्टी बहुत जल्द नए अध्यक्ष की ताजपोशी हो जाएगी।
उत्तरांचल क्राइम न्यूज़ के लिए देहरादून से ब्यूरो रिपोर्ट।