राजधानी दून की सड़कों पर घूमता हुआ आईना…
बिजली विभाग की लापरवाही : दुर्घटनाओं को न्योता
*उत्तराखंड पावर कॉरपोरेशन में बैठे अधिकारी दून के व्यस्ततम यातायात मार्गों तथा चौराहों पर खड़े बिजली के पोल हटवाने के मामले में आखिर क्यों बने हैं गैर जिम्मेदार?
*जनता और वाहन चालक है परेशान… विभाग सो रहा कुंभकरण वाली नींद में
देहरादून – हमारा और आप सबका सुंदर दून-साक्षर दून कहा जाने वाला राजधानी दून जहां स्मार्ट सिटी बनने अथवा बनाने की ओर अग्रसर हो रहा है, वही दूसरी ओर लंबे समय से व्यस्ततम मार्गो तथा चौराहों के आसपास सड़कों के बीचो बीच खड़े बिजली के खंबे हटाने में उत्तराखंड पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड के अधिकारी बेहद लापरवाह बने हुए हैं | हैरानी की बात यह है कि विभागीय जिम्मेदार अधिकारी अपनी मूल जिम्मेदारी से जिस तरह पल्ला झाड़ते नजर आ रहे हैं, उससे न सिर्फ शहर की बदहाली की तस्वीरें देखने को मिल रही है तो वही, यह बिजली के खंभे दुर्घटनाओं को लगातार न्योता भी दे रहे हैं | पिछले कई वर्ष का लंबा समय गुजर चुका है लेकिन कई सड़क मार्ग जहां से यात्री वाहन तथा निजी वाहन सरपट गुजरते रहते हैं वहां पर सड़कों पर एक नहीं, दो नहीं, बल्कि दर्जनों की संख्या में बिजली के खंभे आज भी खड़े हुए जनता को विद्युत की सप्लाई निरंतर देते आ रहे हैं | इन अव्यवस्थित बिजली के खंभों के कारण वाहनों के चालकों व उधर से प्रतिदिन गुजरने वाले राहगीरों को भारी असुविधा के दौर से गुजरना पड़ रहा है | यही नहीं, अनेक स्थानों पर ऐसी दुर्घटनाएं भी करंट लगने के कारण हो चुकी है जिसके लिए विद्युत विभाग ही पूरी तरह से जिम्मेदार है I खास बात यह भी है कि उत्तराखंड पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड में बैठे अधिकारी आखिर अपनी मूल जिम्मेदारियों से क्यों बचे आ रहे हैं I सवाल यह भी है कि राजधानी होने के नाते यहां पर मुख्यमंत्री से लेकर पार्षद तक बैठे हुए हैं और इन सभी के अधिकतर वाहन ऐसे ही मार्गो एवं चौराहों से होकर गुजरते रहते हैं, लेकिन बावजूद इसके वर्षों गुजर जाने के बाद भी दुर्घटनाओं को न्योता दे रहे बिजली के पोल नहीं हट रहे हैं | आखिर इन सब के लिए जिम्मेदार कौन है?
उत्तरांचल क्राइम न्यूज़ के लिए ब्यूरो रिपोर्ट |