मुख्य बाजारों में अतिक्रमण एवं अव्यवस्था के लिए कौन हैं जिम्मेदार?
आखिर! इस बदहाल व्यवस्था के खिलाफ कौन कसेगा शिकंजा व कौन चलाएगा मजबूत प्रभावी अभियान?
देहरादून – राजधानी दून के मुख्य बाजारों का हाल बेहाल बना हुआ है | इन मुख्य बाजारों में अव्यवस्था का जहां बोलबाला है, वही बेतरतीब तरीके से वाहनों को खड़ा करने से राहगीरों तथा वाहन चालकों को ही भारी परेशानी उठानी पड़ रही है | बाजारों के व्यापारिक प्रतिष्ठान के संचालकों द्वारा इस तरह की अव्यवस्थाएं उत्पन्न की जा रही है | यह कहना गलत नहीं होगा कि बाजारों में बैठे व्यापारी अथवा दुकानदार ही इन अव्यवस्थाओं व अतिक्रमण करने अथवा किए जाने के दोषी हैं? थाना नगर कोतवाली से शुरू होकर डिस्पेंसरी रोड को जाने वाले बाजार तथा तहसील चौक की सब्जी मंडी वाले डिस्पेंसरी रोड पर सुबह 11:00 बजे से लेकर शाम तक अव्यवस्था तथा बेतरतीब वाहनों के खड़े होने के दृश्य देखे जा सकते हैं I अक्सर ऐसा देखा गया है कि इधर से गुजरने वाले दुपहिया वाहन चालकों को भी बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ता है |इसके अलावा धामावाला, पलटन बाजार, घंटाघर, घोसी गली में भी अतिक्रमण और अव्यवस्था प्रतिदिन देखने को मिल जाएगी| सवाल यह है कि आखिर मुख्य बाजारों में प्रतिदिन उत्पन्न होने वाली इस तरह की अव्यवस्थाओं को दूर कौन करेगा? ताकि किसी को भी परेशानी का सामना ना करना पड़े I पुलिस को भी अक्सर व्यापारियों के साथ इसी अतिक्रमण एवं अव्यवस्था को लेकर जूझना पड़ता है I खास बात यह है कि कभी-कभार नगर निगम और पुलिस-प्रशासन की साझा टीम बाजारों में अतिक्रमण किए जाने व अव्यवस्था को समाप्त करने के लिए उतरती है तो बाजारों के दुकानदार ही नगर निगम व पुलिस-प्रशासन के कार्य में सहयोग न करते हुए अड़ंगा डालने लगते हैं |
उत्तरांचल क्राइम न्यूज़ के लिए ब्यूरो रिपोर्ट |