Fri. Nov 22nd, 2024

यह देखो साहब! हल्की बारिश ने ही खोल दी सफाई व्यवस्था की पोल…

यह देखो साहब! हल्की बारिश ने ही खोल दी सफाई व्यवस्था की पोल...

यह देखो साहब! हल्की बारिश ने ही खोल दी सफाई व्यवस्था की पोल...

यह देखो साहब! हल्की बारिश ने ही खोल दी सफाई व्यवस्था की पोल…

* नाले-नालियां अवरुद्ध होने पर गंदगी के नजारे सड़कों पर देखने को मिले

* न तो मेयर को है परवाह और पार्षद भी नहीं गंभीर

देहरादून- बुधवार को राजधानी की सड़कों पर गंदगी के नजारे देखने को मिले| कारण यही है कि हल्की सी बारिश हुई और नाले-नालियों में पानी बहना शुरू हुआ तो गंदगी सड़कों पर आ गई, जिसने कि राजधानी के नगर निगम को आईना दिखा दिया है | स्वच्छता और सुंदरता के दावे करने वाले राजधानी के नगर निगम को आज जिस तरह से सफाई व्यवस्था को लेकर आईना देखने दो मिला है वह वास्तव में हैरानी और अफसोस की बात है| नगर निगम के परिक्षेत्र का विस्तार होने तथा 60 की संख्या से बढ़कर 100 वार्ड होने के बाद नगर निगम क्षेत्र की साफ-सफाई की समस्या और भी ज्यादा बदहाल होने लगी है और उसके नजारे देखने को मिल रहे हैं नगर निगम के मेयर तथा पार्षद गण भले ही लाख दावे और वायदे सफाई व्यवस्था चाक-चौबंद होने को लेकर करते रहे हो लेकिन धरातल पर समय आने पर सब कुछ देखने को मिल जाता है वास्तविकता यह है कि बारिश होने पर नाले और नालियों का कूड़ा-गंदगी सड़कों पर बिखर जाता है, जिससे कि विभिन्न संक्रामक रोग भी उत्पन्न होने लग जाते हैं |नगर निगम क्षेत्र की सफाई व्यवस्था पर समय-समय पर सवाल खड़े होते रहे हैं | नगर निगम बोर्ड की बैठक में भी अक्सर कुछ पार्षद सफाई व्यवस्था दुरुस्त न होने पर अपनी नाराजगी जताते रहे हैं और सफाई कर्मचारियों की मांग भी करते रहे हैं, लेकिन सफाई व्यवस्था पर सवाल खड़े होने में कमी नहीं आ रही है |हैरानी की बात यह है कि नगर आयुक्त तथा नगर स्वास्थ्य अधिकारी भी सफाई व्यवस्था को लेकर गंभीर दिखाई नहीं दे रहे हैं| सवाल यह है कि आखिर स्वच्छ और सुंदर दून के नारे को पूरी तरह से साकार करने हेतु कौन जिम्मेदार है?

उत्तरांचल क्राइम न्यूज़ के लिए ब्यूरो रिपोर्ट |

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