भारत-फ्रांस संबंधों की कोई सीमा नहीं, विदेश मंत्री कोलोना ने दिल्ली में कही यह बात |
दिल्ली में पत्रकारों से चर्चा में कोलोना ने कहा, ‘मैंने एक मंत्री के रूप में अपनी पहली यात्रा के लिए एशियाई क्षेत्र में भारत को चुना है। भारत मुझे पसंद है। इसकी वजह है कि फ्रांस और भारत की मजबूत रणनीतिक साझेदारी है। पिछले 25 वर्षों में हमने बहुत कुछ हासिल किया है।’
तीन दिनी भारत यात्रा पर आईं फ्रांस की विदेश मंत्री कैथरीन कोलोना ने कहा है कि दोनों देशों के बीच संबंधों की कोई सीमा नहीं है। फ्रांस भारत के साथ सिर्फ रक्षा क्षेत्र में ही नहीं बल्कि वैश्विक मसलों पर भी सहयोग करेगा। फ्रांस चाहता है कि 2025 तक देश में भारतीय छात्रों की संख्या बढ़कर 20 हजार हो जाए।
दिल्ली में पत्रकारों से चर्चा में कोलोना ने कहा, ‘मैंने एक मंत्री के रूप में अपनी पहली यात्रा के लिए एशियाई क्षेत्र में भारत को चुना है। भारत मुझे पसंद है। इसकी वजह है कि फ्रांस और भारत की मजबूत रणनीतिक साझेदारी है। पिछले 25 वर्षों में हमने बहुत कुछ हासिल किया है।
दिल्ली के लेडी श्रीराम कॉलेज में विद्यार्थियों के साथ बातचीत में कोलोना ने कहा, ‘हम चाहते हैं कि 2025 तक फ्रांस में भारतीय छात्रों की संख्या 20,000 तक पहुंच जाए। मुझे पता है कि यह एक महत्वाकांक्षी लक्ष्य है, लेकिन मुझे यह भी पता है कि भारत और फ्रांस के बीच सहयोग की अनंत संभावना है।‘ फ्रांसीसी मंत्री ने जोर देकर कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में लिंग संतुलन जरूरी है। जब लिंग संतुलन की बात आती है तो बहुत कुछ बदल गया है लेकिन हम अभी भी लक्ष्य तक नहीं पहुंचे हैं।
कोलोना 13 से 15 सितंबर तक आधिकारिक भारत यात्रा पर हैं। आज उनकी पीएम नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री जयशंकर से मुलाकात होगी। वे उद्योग जगत के नेताओं के साथ भी मुलाकात करेंगी। गुरुवार को कोलोना मुंबई जाएंगी। जयशंकर के साथ उनकी आपसी हित के द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर बातचीत होगी।
कोलोना ने आगे कहा कि भारत व फ्रांस न केवल रक्षा सुरक्षा पर बल्कि वैश्विक मुद्दों पर भी साथ मिलकर काम करते हैं। हम और अधिक सहयोग करना चाहते हैं। फ्रांस के राष्ट्रपति व और पीएम मोदी पिछले मई में मिले थे, वे जल्द ही फिर मिलेंगे।
उत्तराँचल क्राईम न्यूज़ के लिए ब्यूरो रिपोर्ट |