उत्तराखंड : 21 करोड़ की ठगी करने वाले गैंग का सरगना गिरफ्तार, चीन तक फैलाया नेटवर्क
उत्तराखंड : 21 करोड़ की ठगी करने वाले गैंग का सरगना गिरफ्तार, चीन तक फैलाया नेटवर्क
वर्क फ्रॉम होम और ऑनलाइन कमाई का झांसा देकर देशभर में लोगों को ठगने वाले गैंग के सरगना को एसटीएफ ने हरियाणा से गिरफ्तार किया है। आरोपी के खिलाफ देशभर में 855 मामलों में 37 मुकदमे दर्ज हैं। आरोपी ने लोगों से 21 करोड़ रुपये से अधिक की ठगी की है। आरोपी के तार चीन से भी जुड़े हैं। आरोपी अन्य साथियों के साथ चीन के क्लाइंट के लिए डमी खाते भी खोलता है।
एसएसपी एसटीएफ आयुष अग्रवाल ने बताया कि साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन पर शिकायत प्राप्त हुई। शिकायतकर्ता महिला ने बताया कि वह ऑनलाइन जॉब की तलाश में थी। उन्हें व्हट्सएप पर मैसेज प्राप्त हुआ। इसमें मैरिओट बोनवॉय होटल ग्रुप के लिए वर्क फ्रॉम होम का ऑफर दिया गया। इसके बाद टेलीग्राम एप पर @सोनिया2343 का मैसेज प्राप्त हुआ। जिसने स्वयं को होटल से होना बताया। ऑनलाइन कमाई का लालच दिया। शुरुआत में ऑनलाइन होटल की बुकिंग कर कमीशन के रूप में कुछ राशि भी दी गई। इसके बाद मोटी कमाई का लालच देकर विभिन्न टास्क देकर विभिन्न्न खातों में 19.94 लाख रुपये जमा करा लिए।
मुकदमा दर्ज कर जांच की गई। तकनीकी जांच में आरोपी का हरियाणा से संबंध होना पाया गया। इसके बाद पुलिस टीम को हरियाणा भेजा गया। पुलिस ने आरोपी रुषभ शर्मा निवासी सेक्टर नौ, गुरुग्राम, हरियाणा को गिरफ्तार कर लिया। एसएसपी ने बताया कि विवेचना के दौरान सामने आया कि आरोपी के चार खातों की 85 शिकायतें नेशनल साइबर क्राइम पोर्टल पर दर्ज हैं।
आरोपी वर्क फ्रॉम होम में रुचि रखने वाले व्यक्तियों को फर्जी होटल की साइट तैयार कर टेलीग्राम ग्रुप में जोड़ देता था। इसके बाद ऑनलाइन बुकिंग का टास्क देकर कमीशन कमाने का लालच देता था। पहले कुछ धनराशि दी जाती थी। बाद में मोटी कमाई का लालच देकर विभिन्न टास्क के रूप में राशि जमा कराता था। इसके बाद रिफंड के नाम पर और राशि जमा कराई जाती थी।
एसएसपी आयुष अग्रवाल ने बताया कि आरोपी का नेटवर्क चीन तक फैला है। आरोपी ने बताया कि वह अन्य सहयोगियों के साथ मिलकर चीन के ग्राहकों के लिए डमी बैंक खाते खोलते हैं। यह खाते गुजरात (सूरत, बड़ौदा), दिल्ली एनसीआर (गुरुग्राम, नोएडा) और पंजाब (लुधियाना) में खोले जाते हैं। इसके बदल में भारी कमीशन का भुगतान चीन के ग्राहकों की ओर से दिया जाता है। आरोपी ने खुद के दो खातों को दो दिन तक संचालित करने देने के लिए 4.78 लाख रुपये में चीन के ग्राहक को दिया।
यह सभी खाते करंट अकाउंट खाते होते हैं। विदेशी लोग यह खाते क्रिप्टो खरीद के लिए उपयोग में लेते हैं और मनी ट्रेल मिटा दिया जाता है। बाद में इन बैंक खातों का इस्तेमाल वे विभिन्न फर्जी निवेश मॉडल में पैसा लेने के लिए करते हैं। आरोपी ने बताया कि अब कृषि फर्मों, सोसायटी के नाम पर खाते खोले जा रहे हैं। क्योंकि, वह सुरक्षा से बचने के लिए आसान हैं।
उत्तरांचल क्राइम न्यूज़ के लिए देहरादून से ब्यूरो रिपोर्ट |