जनपद के प्रभारी मंत्री सौरभ बहुगुणा ने रविवार, 12 अक्टूबर 2025 को, जिला कार्यालय के सभागार कक्ष में आपदा से क्षतिग्रस्त परिसंपत्तियों और प्रभावित क्षेत्रों की समीक्षा के लिए जनपद स्तरीय अधिकारियों की एक महत्वपूर्ण बैठक ली।
बैठक के दौरान, प्रभारी मंत्री बहुगुणा ने बीते मानसून सत्र में हुई क्षति का विभागवार जायजा लिया। उन्होंने आपदा के समय विभागों द्वारा किए गए कार्यों की सराहना की और अधिकारियों को आपसी समन्वय के साथ काम करने के निर्देश दिए।
बहुगुणा ने प्रभावित सड़कों, सिंचाई नहरों, पेयजल योजनाओं, स्वास्थ्य और अन्य विभागों की समीक्षा करते हुए संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों की कार्यकुशलता और तत्परता की प्रशंसा की।
उन्होंने सुझाव दिया कि जिन योजनाओं के प्रस्ताव शासन को भेजे गए हैं, उनकी स्वीकृति के लिए स्थानीय विधायकों से लगातार संपर्क कर भरसक प्रयास किया जाए। उन्होंने जोर दिया कि आपदा पीड़ितों को मानकों के अनुरूप यथासंभव सहायता उपलब्ध कराने के साथ-साथ मानवता का परिचय देना भी आवश्यक है। उनका ध्येय हर आपदा पीड़ित को आवश्यकतानुसार लाभान्वित करना होना चाहिए। उन्होंने कहा कि सभी विभागों के आपसी समन्वय से ही योजनाओं को धरातल पर उतारा जा सकता है।
इससे पूर्व, उन्होंने लोक निर्माण विभाग (लोनिवि), पीएमजीएसवाई और राष्ट्रीय राजमार्ग की क्षतिग्रस्त सड़कों का जायजा लिया। उन्होंने लोनिवि ऊखीमठ की मयाली-गुप्तकाशी मोटर मार्ग और मक्कू मोटर मार्ग, साथ ही लोनिवि रुद्रप्रयाग की बिजराकोट मोटर मार्ग का कार्य यथाशीघ्र शुरू करने के निर्देश दिए। इसके अतिरिक्त, रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड राष्ट्रीय राजमार्ग को लेकर भी जरूरी निर्देश दिए गए।
रुद्रप्रयाग विधायक भरत सिंह चौधरी ने पीएमजीएसवाई के तहत उन मोटर मार्गों का मुद्दा उठाया जो तैयार हैं, लेकिन ब्रिज एंड रूफ एजेंसी द्वारा पुल निर्माण कार्य पूर्ण न करने के कारण उपयोग में नहीं आ पाए हैं। उन्होंने आगामी यात्रा के मद्देनजर जवाड़ी-बाईपास और सिरोहबगड़ पर जल्द ही सुरक्षित पुनर्निर्माण कार्य किए जाने का सुझाव दिया।
केदारनाथ विधायक आशा नौटियाल ने आपदा के बाद क्षतिग्रस्त पेयजल लाइनों के निर्माण और जल जीवन मिशन के कार्यों में तेजी लाने पर बल दिया।