बेटियां घर के बाहर ही नहीं घर में भी असुरक्षित | एक बाप ने अपनी बेटी को दो साल तक हवस का बनाया शिकार।
बेटियां घर के बाहर ही नहीं घर में भी असुरक्षित | एक बाप ने अपनी बेटी को दो साल तक हवस का बनाया शिकार।
बेटियां घर के बाहर ही नहीं घर में भी असुरक्षित हैं। ऐसे कई मामले पहले भी आ चुके हैं जिन्होंने रिश्तों की पवित्रता को तार-तार किया है। ऐसा ही एक मामला रुड़की जिले के भगवानपुर में आया है। यहां एक बाप ने अपनी बेटी को दो साल तक हवस का शिकार बनाया।
भगवानपुर क्षेत्र में नाबालिग बेटी से पिता द्वारा दो साल तक दुष्कर्म करने का मामला सामने आया है। पुलिस ने किशोरी के स्कूल की प्रधानाचार्य की तहरीर पर छात्रा के पिता के खिलाफ दुष्कर्म और पोक्सो के तहत केस दर्ज कर लिया है। साथ ही आरोपी को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है।
छात्रा का मेडिकल कराया जा रहा है। पुलिस ने बताया कि बिहार के जिला रोहतास के थाना नटवार क्षेत्र के एक गांव निवासी व्यक्ति अपनी परिवार के साथ भगवानपुर के एक गांव में किराए पर रहता है। वह एक फैक्टरी में टेक्नीशियन का काम करता है। उसकी बेटी क्षेत्र के एक स्कूल में पढ़ती है।
बेटी को देता था जान से मारने की धमकी
आरोप है कि आरोपी पिता दो साल से नाबालिग बेटी के साथ दुष्कर्म करता आ रहा था। किसी को बताने पर जान से मारने की धमकी देता था। पिता की हरकतों से परेशान होकर मंगलवार को छात्रा ने अपने स्कूल के प्रधानाचार्य और मां को मामले की जानकारी दी।
मां के पैरों तले खिसक गई जमीन
छात्रा की बात सुनकर प्रधानाचार्य और मां के पैरों तले जमीन खिसक गई। प्रधानाचार्य और मां छात्रा को लेकर भगवानपुर थाने पहुंचे। उन्होंने पुलिस को जानकारी दी। साथ ही प्रधानाचार्य की ओर से छात्रा के पिता के खिलाफ तहरीर दी गई। प्रभारी निरीक्षक अमरजीत सिंह ने बताया कि तहरीर के आधार पर छात्रा के पिता के खिलाफ दुष्कर्म और पोक्सो समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज कर लिया है।
कपड़ों को फॉरेंसिक जांच
आरोपी को भगवानपुर क्षेत्र से ही गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है। प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि छात्रा का मेडिकल कराया जा रहा है। मेडिकल कराने के बाद छात्रा के पोक्सो कोर्ट में बयान दर्ज कराए जाएंगे। साथ ही छात्रा के कपड़ों को फॉरेंसिक जांच के लिए विधि विज्ञान प्रयोगशाला भेजा जाएगा।
सहमी-सहमी सी रहती थी किशोरी
प्रधानाचार्य ने बताया कि छात्रा स्कूल में भी सहमी-सहमी सी रहती थी। वह क्लास में अपने सहपाठियों के साथ अधिक बातचीत भी नहीं करती थी। वहीं, मां ने बताया कि वह घर में भी चुपचाप रहती थी। कई बार उससे इस बाबत जानकारी ली लेकिन उसने कुछ नहीं बताया।
उत्तराँचल क्राइम न्यूज़ के लिए ब्यूरो रिपोर्ट |