स्मार्ट सिटी नहीं… बर्बाद सिटी बना दून |
स्मार्ट सिटी नहीं… बर्बाद सिटी बना दून
स्मार्ट सिटी के निर्माण कार्य जनता के लिए बने “मुसीबत”
सड़कों पर जगह-जगह पड़ी बजरी तथा गड्ढे निरंतर दुर्घटनाओं में कर रहे वृद्धि
देहरादून – उत्तराखंड राज्य के देहरादून शहर को स्मार्ट सिटी बनाने का सपना कोसों दूर दिखाई दे रहा है, क्योंकि स्मार्ट सिटी के निर्माण कार्य की सुस्ती जनता पर जहां बुरी तरह से भारी भरकम पड़ती हुई दिखाई दे रही है, वहीं दूसरी तरफ सड़क दुर्घटनाओं में भी बेतहाशा वृद्धि होने लगी है I उत्तराखंड राज्य की राजधानी देहरादून को पर्यटन की दृष्टि से अव्वल स्थान पर लाने हेतु प्रदेश सरकार भरसक प्रयासों में लगी हुई है I परंतु दुखद विषय यह है कि नगर निगम की सुस्ती स्मार्ट सिटी के तहत किए जा रहे हैं निर्माण कार्य में अवरोधक बनी हुई है I आए दिन जगह जगह खुदी पड़ी हुई सड़कों एवं निर्माण कार्य के लिए सड़कों पर जगह-जगह पड़ी निर्माण सामग्री से प्रतिदिन दुर्घटनाएं हो रही है और राहगीरों को भी उसका खामियाजा भुगतना पड़ रहा है ? सवाल यह है कि जनता तथा वाहन चालकों को हो रही इस परेशानी एवं दुर्घटनाओं के लिए आखिर कौन जिम्मेदार है? हालांकि सुस्त बैठा नगर निगम अपना एक्शन अभियान भी संबंधित लोगों एवं अधिकारियों के खिलाफ चलाने में कोई कमी नहीं छोड़ रहा है, लेकिन उसका कोई भी लाभ अथवा असर नहीं हो रहा है और उनके कानों पर जूं नहीं रेंग पा रही है I लोक निर्माण विभाग तथा स्मार्ट सिटी लिमिटेड के अधिकारी भी इस बात के लिए दोषी है कि वह सड़क किनारे पड़े निर्माण कार्य सामग्री को हटाने में पूरी धींगा मस्ती अथवा लापरवाही बरत रहे हैं I जिलाधिकारी तथा स्मार्ट सिटी परियोजना के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ आर राजेश कुमार निरंतर स्मार्ट सिटी के तहत किए जा रहे निर्माण कार्यों की समीक्षा बैठक लेकर निर्माण कार्यों में तेजी लाए जाने तथा लापरवाही न करने के फरमान अनेक बार जारी कर चुके हैं, लेकिन निर्माण कार्य में लापरवाही मानो की कूट कूट कर भरी हुई है I शहर के बीचो बीच दून की हृदय स्थली कहे जाने वाले घंटाघर से लगे पलटन बाजार एवं धामावाला में स्मार्ट सिटी के निर्माण कार्यों की दुर्दशा एवं बदहाली का हाल तो यह है कि यहां के व्यापारी कई बार स्मार्ट सिटी निगम लिमिटेड के सीईओ डॉ आर राजेश कुमार से मुलाकात कर तत्काल निर्माण कार्यों में तेजी लाए जाने का अनुरोध कर चुके हैं I निर्माण कार्यों की सुस्ती के कारण मुख्य बाजारों में व्यापारियों का कारोबार पूरी तरह से ठप पड़ा हुआ है, ऐसे में व्यापारियों के सम्मुख रोजी रोटी का संकट बना प्रतीत हो रहा है I व्यापारियों ने जिलाधिकारी के सम्मुख अपनी इस आर्थिक स्थिति को भी कई बार रखा है I यही नहीं, शहर भर में जगह-जगह स्मार्ट सिटी के हो रहे अधूरे एवं लापरवाह बने हुए निर्माण कार्य आए दिन सड़क दुर्घटनाओं को भी बढ़ावा दे रहे हैं I इन सब लापरवाही के लिए आखिर कौन जिम्मेदार है इसका जवाब शासन प्रशासन को देना चाहिए |
उत्तरांचल क्राइम न्यूज़ के लिए ब्यूरो रिपोर्ट |