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उत्तराखंड : सीएम धामी ने 292 युवाओं को सौंपे नियुक्ति पत्र, सीधी भर्ती से हुआ दारोगा के लिए चयन

उत्तराखंड : सीएम धामी ने 292 युवाओं को सौंपे नियुक्ति पत्र, सीधी भर्ती से हुआ दारोगा के लिए चयन

उत्तराखण्ड, देहरादून
उत्तराखंड : सीएम धामी ने 292 युवाओं को सौंपे नियुक्ति पत्र, सीधी भर्ती से हुआ दारोगा के लिए चयन उत्तराखंड वन विभाग में सीधी भर्ती से चयनित 292 वन दारोगा के अभ्यर्थियों को दीपावली से पहले बड़ी सौगात मिल। वन मंत्री सुबोध उनियाल के वायदे के अनुसार अभ्यर्थियों को दीपावली से पूर्व नियुक्ति पत्र सौंप दिए गए हैं। साथ ही तैनाती स्थल आवंटित कर दीपावली के बाद कार्यभार ग्रहण करने को कहा गया है। चयनित अभ्यर्थियों को लंबे समय से नियुक्ति का इंतजार था, वन मंत्री के निर्देश के बाद वन विभाग ने नियुक्ति पत्र जारी कर दिए। मुख्य वन संरक्षक मानव संसाधन निशांत वर्मा की ओर से गए शनिवार को सभी चयनित 292 अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र जारी कर दिए गए। इसके बाद से सभी अभ्यार्थियों में खुशी की लहर है। वर्ष 2019 में इन पदों के लिए विज्ञप्ति जारी की गई थी। वर्ष 2021 में इन पदों के लिए लिखित परीक्षा आयोजित की गई।...
उत्तराखंड : राज्य में पेड़ों पर बेरहमी से चल रही आरी, हर साल औसतन 1076 मामले

उत्तराखंड : राज्य में पेड़ों पर बेरहमी से चल रही आरी, हर साल औसतन 1076 मामले

उत्तराखण्ड
उत्तराखंड : राज्य में पेड़ों पर बेरहमी से चल रही आरी, हर साल औसतन 1076 मामले पर्यावरणीय दृष्टि से संवेदनशील 71.05 प्रतिशत वन भूभाग वाले उत्तराखंड के जंगलों में हरे पेड़ों पर आरी चलने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा। सूचना का अधिकार अधिनियम के अंतर्गत विभाग से मिली जानकारी इसकी तस्दीक करती है। इसके मुताबिक वर्ष 2010-11 से वर्ष 2019-20 तक की अवधि में पेड़ों के अवैध कटान के 10762 मामले दर्ज किए गए। इस दृष्टि से देखें तो हर साल औसतन 1076 मामले आ रहे हैं। इस परिदृश्य के बीच विभाग की कार्यशैली भी प्रश्नों के घेरे में है। 'जंगल में मोर नाचा किसने देखा, वनों के अवैध कटान के सामने आ रहे प्रकरणों को देखते हुए वन विभाग पर यह कहावत एकदम सटीक बैठती है। आरक्षित व संरक्षित वन क्षेत्रों में घुसकर वन माफिया निरंतर अपनी कारगुजारियों को अंजाम दे रहा है, लेकिन विभाग को इसकी भनक तक नहीं लग पाती। राज्य...
उत्तराखंड : वन विभाग कर्मचारियों के पीएफ में सामने आई बड़ी गड़बड़ी, विभाग ऐसे डकार गया 43 लाख रुपये

उत्तराखंड : वन विभाग कर्मचारियों के पीएफ में सामने आई बड़ी गड़बड़ी, विभाग ऐसे डकार गया 43 लाख रुपये

उत्तराखण्ड
उत्तराखंड : वन विभाग कर्मचारियों के पीएफ में सामने आई बड़ी गड़बड़ी, विभाग ऐसे डकार गया 43 लाख रुपये वन विभाग में आउटसोर्स कर्मचारियों के पीएफ में बड़ी गड़बड़ी सामने आई है। विभाग की ओर से कर्मचारियों के भविष्य निधि की करीब 43 लाख रुपये की रकम डकार ली गई है। ऐसे में कर्मचारी भविष्य निधि संगठन ने वन विभाग व उसकी आउटसोर्स कंपनी को नोटिस भेजा है। इसके अलावा दो और बड़ी कंपनियों ने भी सैकड़ों कर्मचारियों के पीएफ के करोड़ों रुपये का गबन कर दिया है। इस संबंध में मंगलवार को पत्रकारों को जानकारी देते हुए ईपीएफओ के क्षेत्रीय आयुक्त विश्वजीत सागर ने बताया, उज्जवल लेबर कांट्रैक्टर कंपनी ने वन विभाग को आउससोर्स कर्मचारी उपलब्ध कराए थे। उपलब्ध कराए करीब 350 कर्मचारियों का पीएफ का अंशदान साल 2011 के फरवरी महीने से इस साल 2021 के अप्रैल महीने तक जमा नहीं किया गया है। कहा, कर्मचारी के पीएफ का अंशदान जम...
उत्तराखंड: चकराता और पुरोला में पेड़ काटने के मामले की होगी एसआईटी जांच, वन मंत्री ने दिए निर्देश

उत्तराखंड: चकराता और पुरोला में पेड़ काटने के मामले की होगी एसआईटी जांच, वन मंत्री ने दिए निर्देश

उत्तराखण्ड
उत्तराखंड: चकराता और पुरोला में पेड़ काटने के मामले की होगी एसआईटी जांच, वन मंत्री ने दिए निर्देश चकराता और पुरोला टोंस वन प्रभाग में हरे पेड़ काटे जाने के मामले में एसआईटी जांच कराई जाएगी। वहीं, नैनीताल जिले के लालकुआं में वन विकास निगम के डिपो संख्या पांच में लकड़ी नीलामी के करोड़ों रुपये के हेर-फेर के मामले की जांच भी एसआईटी से कराई जाएगी। इसके अलावा वन विकास निगम में आउटसोर्स पर रखे कर्मियों के मामले की भी उच्चस्तरीय जांच कराई जाएगी। वन मंत्री सुबोध उनियाल ने ये निर्देश दिए हैं। बीते दिनों चकराता वन प्रभाग में देवदार के सैकड़ों हरे पेड़ काटे जाने का खुलासा हुआ था। वन विभाग की ओर से इस मामले में मुख्य वन संरक्षक गढ़वाल के नेतृत्व में विभागीय टीम जांच कर रही है। मामले में चकराता डीएफओ को हटाते हुए कई अधिकारी-कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया था। वहीं पुरोला की टौंस वन प्रभाग में वन ...
उत्तराखंड : पौड़ी में बाघ के हमले में महिला की मौत, लैंसडौन में गुलदार के वार से सैनिक घायल, अस्पताल में भर्ती

उत्तराखंड : पौड़ी में बाघ के हमले में महिला की मौत, लैंसडौन में गुलदार के वार से सैनिक घायल, अस्पताल में भर्ती

उत्तराखण्ड
उत्तराखंड : पौड़ी में बाघ के हमले में महिला की मौत, लैंसडौन में गुलदार के वार से सैनिक घायल, अस्पताल में भर्ती पौड़ी जिले के नैनीडांडा ब्लॉक के गुणिया गांव में खेत में घास काटने गई एक महिला पर बाघ ने अचानक हमला कर दिया जिससे उसकी मौत हो गई। महिला का शव झाडि़यों में अटका था, उसे देर रात निकाल लिया गया। घटना नैनीडांडा के हल्दूखाल क्षेत्र के पास गुणिया गांव में खेतों से सटे जंगल की है। यह क्षेत्र गढ़वाल वन प्रभाग की दीवा रेंज के अंतर्गत आता है। नैनीडांडा के पूर्व कनिष्ठ उपप्रमुख संजय गौड़ ने बताया कि यह क्षेत्र केटीआर के जंगलों से सटा बाघ प्रभावित क्षेत्र हैं। मंगलवार को गांव की बिगारी देवी (46) पत्नी स्व. सुरजीत सिंह दिन में गांव से करीब आधा किमी दूर खेतों में घास काटने गई थी लेकिन शाम तक नहीं लौटी। देर तक घर न पहुंचने पर परिजनों और ग्रामीणों ने उसकी खोज शुरू की तो झाड़ियों में महिला का...
उत्तराखंड : प्रदेश में रेस्क्यू सेंटर खोलने में फंसे पेच होंगे दूर, वन विभाग ने सीजेडए से मांगा समय

उत्तराखंड : प्रदेश में रेस्क्यू सेंटर खोलने में फंसे पेच होंगे दूर, वन विभाग ने सीजेडए से मांगा समय

उत्तराखण्ड
उत्तराखंड : प्रदेश में रेस्क्यू सेंटर खोलने में फंसे पेच होंगे दूर, वन विभाग ने सीजेडए से मांगा समय वन विभाग के मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक कार्यालय की ओर से रेस्क्यू सेंटर और अन्य मसलों को समयबद्ध तरीके से सुलझाने के लिए सेंट्रल जू अथॉरिटी (सीजेडए) से अलग से समय मांगा गया है। ताकि प्रदेश में बढ़ रहे मानव वन्यजीव संघर्ष के मामलों में कमी लाई जा सके प्रदेश में वन्यजीव के हमलों में लगातार इजाफा हो रहा है। वन्यजीव हिंसक होकर आबादी क्षेत्र में लोगों को अपना निशाना बना रहे हैं। वन विभाग ऐसे हिंसक वन्यजीवों को पकड़कर रेस्क्यू सेंटर में रखता है, लेकिन ज्यादातर रेस्क्यू सेंटर हाउसफुल चल रहे हैं। ऐसे में प्रदेश में नए रेस्क्यू सेंटर खोलने की दिशा में काम किया जा रहा है। इसमें कुछ नए रेस्क्यू सेंटर बनाने और पुरानों को विस्तार की योजना है। लैंसडौन वन प्रभाग के कण्वाश्रम स्थित मृग विहार को मिनी चिड़ि...
उत्तराखंड : बड़े पैमाने पर हो रहा अवैध कटान…पुरोला में कार्रवाई के आदेश जारी, चकराता पर चुप्पी

उत्तराखंड : बड़े पैमाने पर हो रहा अवैध कटान…पुरोला में कार्रवाई के आदेश जारी, चकराता पर चुप्पी

उत्तराखण्ड
उत्तराखंड : बड़े पैमाने पर हो रहा अवैध कटान...पुरोला में कार्रवाई के आदेश जारी, चकराता पर चुप्पी पुरोला तहसील में सांद्रा रेंज, देवता रेंज और कोटिगाड़ रेंज में हुई जांच में बड़ी संख्या में देवदार और कैल के हरे पेड़ाें को काटे जाने की पुष्टि हुई है। उत्तराखंड में बड़े पैमाने पर जंगल काटे जा रहे हैं। चकराता में करीब तीन साल से संरक्षित प्रजाति के देवदार और कैल जैसे हरे पेड़ काटे जा रहे थे, लेकिन किसी को भनक तक नहीं लगी। हर रोज सैकड़ों स्लीपर बरामद हो रहे हैंै, लेकिन वन विभाग पूरे मामले में लीपापोती में जुटा है। उधर, पुरोला में अवैध कटान पर कई अधिकारी-कर्मियों पर कार्रवाई के आदेश जारी हो गए हैं। पुरोला तहसील में सांद्रा रेंज, देवता रेंज और कोटिगाड़ रेंज में हुई जांच में बड़ी संख्या में देवदार और कैल के हरे पेड़ाें को काटे जाने की पुष्टि हुई है। अब वन मुख्यालय ने डीएफओ, एसडीओ, वन क्षेत्रा...