उत्तराखंड : हल्द्वानी हिंसा की होगी मजिस्ट्रीयल जांच, कुमाऊं आयुक्त को 15 दिन में रिपोर्ट देने के निर्देश
हल्द्वानी के बनभूलपुरा हिंसा मामले में पुलिस ने एसओ मुखानी, सहायक नगर आयुक्त और एसओ बनभूलपुरा की तहरीर पर 18 नामजद समेत पांच हजार उपद्रवियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। घटनास्थल और आसपास के इलाके से पांच शव बरामद कर लिए गए हैं। एक व्यक्ति की मौत बरेली ले जाते समय हो गई, हालांकि प्रशासन ने इसकी पुष्टि नहीं की है।
शुक्रवार को मुख्य सचिव राधा रतूड़ी के साथ डीजीपी अभिनव कुमार ने बनभूलपुरा थाने का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि जिस सुनियोजित तरीके से थाना फूंका गया। वाहन फूंके गए। पुलिस पर पथराव किया गया, उससे साफ है कि इसके पीछे बड़ी साजिश रची गई है।
डीजीपी अभिनव कुमार ने कहा कि उपद्रवियों को किसी भी दशा में बख्शा नहीं जाएगा। पुलिस चुन-चुनकर इनके खिलाफ यूएपीए और एनएसए के तहत कार्रवाई करेगी। जिस तरह से घटना को अंजाम दिया गया, वह साजिश की ओर इशारा कर रहा है। कहा कि इसकी जांच की जाएगी।
हल्द्वानी के बनभूलपुरा थाना इलाके में हुई हिंसा की घटना की मजिस्ट्रीयल जांच होगी। कुमाऊं आयुक्त दीपक रावत को थाना बनभूलपुरा, हल्द्वानी और निकटवर्ती इलाकों में हुई हिंसात्मक घटना की मजिस्ट्रियल जांच के लिए जांच अधिकारी नामित किया गया है। मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने निर्देश पर मंडलायुक्त दीपक रावत मजिस्ट्रीयल जांच करेंगे। कुमाऊं आयुक्त को 15 दिनों के भीतर घटना की निष्पक्ष जांच रिपोर्ट उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं।
पुलिस ने चार लोगों को हिरासत में लेकर सीसीटीवी फुटेज और वीडियो रिकॉर्डिंग कब्जे में ले ली है। पुलिस ने कई डीबीआर की हार्ड डिस्क कब्जे में ली है। क्षेत्र में अर्द्धसैनिक बल और भारी संख्या में वाहनों के साथ फोर्स ने बनभूलपुरा इलाके में फ्लैग मार्च किया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी हल्द्वानी पहुंचे और घायल पुलिस, निगम के कर्मचारियों के साथ ही घायल पत्रकारों से भी मुलाकात की। उन्होंने हल्द्वानी हिंसा को सुनियोजित तरीके से की गई गहरी साजिश करार दिया। कहा कि दंगाइयों से नुकसान की भरपाई की जाएगी।
उत्तराखंड के हल्द्वानी के बनभूलपुरा इलाके में कर्फ्यू जारी है। हालांकि बाहरी इलाकों से कर्फ्यू हटा दिया गया है। बनभूलपुरा में ही धार्मिक स्थल तोड़ने पर भीड़ ने गुरुवार को आगजनी और तोड़फोड़ की थी। हल्द्वानी के बनभूलपुरा हिंसा मामले में पुलिस ने एसओ मुखानी, सहायक नगर आयुक्त और एसओ बनभूलपुरा की तहरीर पर 18 नामजद समेत पांच हजार उपद्रवियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। घटनास्थल और आसपास के इलाके से पांच शव बरामद कर लिए गए हैं। पुलिस ने चार लोगों को हिरासत में लेकर सीसीटीवी फुटेज और वीडियो रिकॉर्डिंग कब्जे में ले ली है।
बनभूलपुरा में हुए बवाल का असर शहर के अन्य इलाके में भी देखने को मिला है। दमुवाढूंगा के मल्ला चौफला क्षेत्र में राजू आर्या के एक घर में रह रहे समुदाय विशेष के परिवार को हटाने के लिए कुछ लोग पहुंच गए। इसकी जानकारी मिलने पर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। इसके बाद पांच दिन में परिवार से घर छोड़ने को कहा गया है। वहीं तारा सिंह मेहरा के किराए की दुकान को भी खाली करने के लिए स्थानीय लोगों ने कहा है।
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि देवभूमि की फिजा खराब करने का प्रयास किया गया है। ऐसे हालात कभी नहीं हुए। कानून अपना काम करेगा। पत्रकारों से हुई वार्ता में सीएम ने कहा कि अवैध अतिक्रमण हटाने के लिए टीम गई थी, उस पर सुनियोजित हमला किया गया। पुलिस कर्मियों, अधिकारियों को टारगेट किया गया, विशेषकर महिला पुलिस कर्मियों को मारा-पीटा गया है। धामी ने कहा कि जिन लोगों ने सरकारी संपत्ति या निजी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया है, उन उपद्रवियों को चिह्नित कर उनसे नुकसान की भरपाई कराई जाएगी।
उत्तरांचल क्राइम न्यूज़ के लिए देहरादून से ब्यूरो रिपोर्ट |