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येदियुरप्पा का दावा- नाटक कर रहे सिद्धारमैया, कोलार से नहीं लड़ेंगे विधानसभा चुनाव |

येदियुरप्पा का दावा- नाटक कर रहे सिद्धारमैया, कोलार से नहीं लड़ेंगे विधानसभा चुनाव |

येदियुरप्पा का दावा- नाटक कर रहे सिद्धारमैया, कोलार से नहीं लड़ेंगे विधानसभा चुनाव |

येदियुरप्पा का दावा- नाटक कर रहे सिद्धारमैया, कोलार से नहीं लड़ेंगे विधानसभा चुनाव |

पूर्व मुख्यमंत्री येदियुरप्पा ने यहां संवाददाताओं से कहा, कांग्रेस विधायक दल के नेता जानते हैं कि अगर वह कोलार से चुनाव लड़ते हैं तो उन्हें हार का सामना करना पड़ेगा और उन्हें घर जाना होगा।

भाजपा के वरिष्ठ नेता बी एस येदियुरप्पा ने सोमवार को दावा किया कि पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धरमैया यह कहकर कथित तौर पर नाटक कर रहे हैं कि वह घोषणा के अनुसार कोलार विधानसभा क्षेत्र से विधानसभा चुनाव लड़ेंगे। येदियुरप्पा ने कहा कि इसके बजाय वह अपने गृह जनपद मैसूर वापस जा सकते हैं।

कांग्रेस नेता सिद्धारमैया ने इस महीने की शुरुआत में सभी अटकलों पर विराम लगाते हुए घोषणा की थी कि अगर पार्टी आलाकमान सहमत होता है तो वह कोलार से चुनाव लड़ेंगे। येदियुरप्पा ने कहा, ‘आज मैं एक ही बात कहूंगा, मुझे नहीं लगता कि मैं कोई भविष्यवाणी कर रहा हूं, सिद्धारमैया किसी भी कारण से कोलार से चुनाव नहीं लड़ेंगे, वह नाटक कर रहे हैं और मैसूर वापस जाने की कोशिश कर रहे हैं।’
‘राजनीतिक सर्कस और नाटक खेल रहे सिद्धारमैया’
पूर्व मुख्यमंत्री येदियुरप्पा ने यहां संवाददाताओं से कहा, कांग्रेस विधायक दल के नेता जानते हैं कि अगर वह कोलार से चुनाव लड़ते हैं तो उन्हें हार का सामना करना पड़ेगा और उन्हें घर जाना होगा। उन्होंने कहा, ‘वह (सिद्धारमैया) राजनीतिक सर्कस और नाटक खेल रहे हैं, मेरे हिसाब से वह वहां (कोलार) से चुनाव नहीं लड़ेंगे और मैसूर वापस जाने की कोशिश कर सकते हैं, अगर ऐसा होता है तो हम वह रणनीति बनाएंगे जिसकी हमें जरूरत है।’
‘दो सीटों से लड़ने दीजिए चुनाव, उनका घर जाना तय’
सिद्धरमैया के दो सीटों से चुनाव लड़ने की चर्चाओं के बारे में पूछे जाने पर येदियुरप्पा ने कहा, मुझे इसके बारे में नहीं पता, यह उनकी पार्टी पर छोड़ दिया जाए। उन्हें दो या तीन सीटों से चुनाव लड़ने दीजिए, लेकिन उनका वापस घर जाना तय है।
कांग्रेस नेता ने की थी घोषणा- कोलार से ही लड़ूंगा चुनाव
2018 के विधानसभा चुनावों की तरह दो सीटों से चुनाव लड़ने की अटकलों के बीच पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने हाल ही में स्पष्ट किया था कि वह आगामी चुनाव एक ही निर्वाचन क्षेत्र से लड़ेंगे। सिद्धारमैया उत्तर कर्नाटक क्षेत्र के बागलकोट जिले में अपने वर्तमान निर्वाचन क्षेत्र बादामी से चुनाव नहीं लड़ना चाहते थे, लेकिन वह एक ‘सुरक्षित सीट’ की तलाश में थे, और 9 जनवरी को घोषणा की थी कि अगर पार्टी अनुमति देती है तो वह कोलार से चुनाव लड़ेंगे।

सिद्धारमैया को मैसूर की चामुंडेश्वरी सीट पर मिली थी हार
2018 के चुनावों में उन्होंने दो सीटों (चामुंडेश्वरी और बादामी) से चुनाव लड़ा था। वह चामुंडेश्वरी (मैसूर में) में जद (एस) जी टी देवगौड़ा से 36,042 मतों से चुनाव हार गए थे।हालांकि, उन्होंने बादामी सीट जीत हासिल की थी, जहां उन्होंने बी श्रीरामुलु (भाजपा) को 1,696 मतों से हराया था। वर्ष 1983 में विधानसभा में पदार्पण करने वाले सिद्धरमैया लोकदल पार्टी के टिकट पर चामुंडेश्वरी सीट से निर्वाचित हुए थे। उन्होंने इस निर्वाचन क्षेत्र से पांच बार जीत हासिल की है और तीन बार हार का स्वाद चखा है।

डीके शिवकुमार और सिद्धारमैया में जुबानी जंग
परिसीमन के बाद 2008 में पड़ोसी वरुणा के निर्वाचन क्षेत्र बनने के बाद सिद्धारमैया ने 2018 के चुनावों में अपने बेटे डॉ. यतींद्र (विधायक) के लिए सीट खाली करने और चामुंडेश्वरी के अपने पुराने निर्वाचन क्षेत्र में वापस जाने तक इसका प्रतिनिधित्व किया। सिद्धारमैया कई बार यह स्पष्ट कर चुके हैं कि वह अब चामुंडेश्वरी से चुनाव नहीं लड़ेंगे। 2013-2018 के बीच मुख्यमंत्री रहे सिद्धारमैया अगर पार्टी अगला विधानसभा चुनाव जीतती है तो वह दूसरे कार्यकाल की महत्वाकांक्षा पूरी करना चाहते हैं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डी के शिवकुमार की भी ऐसी ही आकांक्षाएं हैं, ऐसे में दोनों नेताओं के बीच जुबानी जंग शुरू हो गई है।

उत्तराँचल क्राईम न्यूज़ के लिए ब्यूरो रिपोर्ट |

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