दून मेडिकल कॉलेज: फर्जीवाड़े में कर्मचारी निकाला, लेकिन मुकदमा अज्ञात के खिलाफ
शब्द रथ न्यूज, ब्यूरो (shabd rath news)। राजकीय दून मेडिकल कॉलेज से जुड़े फर्जी कोरोना जांच रिपोर्ट मामले में थाना पटेलनगर देहरादून में मुकदमा दर्ज हुआ है। फर्जीवाड़ा करने के आरोपी लैब टेक्नीशियन को कॉलेज प्रबंधन ने नौकरी से निकाल दिया है। लेकिन, थाने में मुकदमा अज्ञात में दर्ज किया गया है। लैब टेक्नीशियन उपनल के माध्यम से कालेज में नियुक्त हुए था।
गौरतलब है कि गत 24 मई को विनय कुमार नाम के व्यक्ति की रिपोर्ट में उसे कोरोना पॉजिटिव दिखाया गया था। अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक केसी पंत।ने रिपोर्ट देखी तो उन्हें कुछ बातें खटकी। रिपोर्ट में शाब्दिक गलतियां तो थी ही, अनिवार्य क्यूआर कोड भी गायब था। इस पर उन्होंने रिपोर्ट को सत्यापन के लिए भेजा। उसके बाद जांच में उजागर हुआ कि मूल रिपोर्ट महाराष्ट्र के 21 वर्षीय किसी व्यक्ति की है, विनय कुमार की रिपोर्ट फर्जी है।
असली रिपोर्ट के नाम आदि बदलकर बनाई फर्जी रिपोर्ट
प्रयोगशाला/अस्पताल में बहुत कम लोग आईसीएमआर पोर्टल को एक्सेस कर सकते हैं। जांच के परिणाम पोर्टल पर अपडेट किए जाते हैं। प्रत्येक रिपोर्ट में तीन आईडी होती हैं, आईसीएमआर आईडी, एसआरएफ व रोगी की आईडी। इन आईडी में फेरबदल नहीं किया जा सकता है। रिपोर्ट अपलोड होने के बाद नाम, उम्र व लिंग में बदलाव किया जा सकता है। यह वही व्यक्ति कर सकता है, जिसके पास पोर्टल पर एक्सेस है। विनय कुमार की रिपोर्ट इसी तरह मूल डाटा में नाम आदि बदल कर बनाई गई।