पांच साल में दो-दो मुख्यमंत्री बदलने से भाजपा को मिलेगा फायदा या होगा नुकसान!
पांच साल में दो-दो मुख्यमंत्री बदलने से भाजपा को मिलेगा फायदा या होगा नुकसान!
उत्तराखंड में भाजपा के पांच साल के कार्यकाल में हाईकमान ने दो-दो मुख्यमंत्री बदले हैं। सीएम चेहरा बदलने पर विपक्षी कांग्रेस भाजपा पर हमेशा से ही हमलावर रही है। ऐसे में अब यह सवाल उठता है कि प्रदेश में मुख्यमंत्री बदलने से क्या भाजपा को विधानसभा चुनाव में फायदा पहुंचेगा या नुकसान?
विधानसभा चुनाव के लिए मतगणना 10 मार्च को होगी लेकिन उससे पहले कुछ एक्जिट पोल में भाजपा को फायदा बताया जा रहा है, जबकि कुछ सर्वे के अनुसार, मुख्यमंत्री चेहरा बदले से भाजपा का वोट प्रतिशत घटने के साथ ही पार्टी को हार का सामना करना पड़ सकता है। कुछ सर्वे की मानें तो भाजपा-कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर होते भी दिखाई दे रही है।
पूर्व सीएम तीरथ सिंह रावत का कहना है कि मुख्यमंत्री चेहरा बदलने से भाजपा को कोई फर्क नहीं पड़ेगा। रावत कहते हैं कि जनता काम देखती है और पिछले पांच सालों में भाजपा ने प्रदेश में कई विकास योजनाएं चलाईं हैं। रावत कहते हैं उत्तराखंड में भाजपा फिर एक बार सरकार बनाकर प्रदेश में विकास कार्यों को गति देगी।
जबकि, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल का साफतौर से कहना है कि भाजपा को विधानसभा चुनाव में हार का मुंह देखना पड़ेगा। कहा कि भाजपा ने पांच सालों में विकास के नाम पर कुछ भी नहीं किया है। कहा कि प्रदेश को तीन-तीन मुख्यमंत्री देने वाली भाजपा को जनता ने पूरी तरह से नकार दिया है।
उत्तराँचल क्राइम न्यूज़ के लिए ब्यूरो रिपोर्ट |