पाकिस्तान में एक सिख महिला के जबरन धर्म परिवर्तन की घटना की घोर निंदा करते हुए भारत के राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग ने विदेश मंत्री से इस मुद्दे को पाकिस्तान के सामने रखने का किया आग्रह |
पाकिस्तान में एक सिख महिला के जबरन धर्म परिवर्तन की घटना की घोर निंदा करते हुए भारत के राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग (एनसीएम) ने विदेश मंत्री एस जयशंकर से इस मुद्दे को पाकिस्तान के सामने रखने का आग्रह किया है। अल्पसंख्यक आयोग ने कहा कि इस तरह की घटनाओं से धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचती है। भाविष्य में दोबारा ऐसी घटना न हो, इसलिए पाकिस्तान से इसपर चर्चा करना जरूरी है।
जानिए क्या है महिला का धर्म परिवर्तन का मामला
बता दें कि 20 अगस्त को कथित तौर पर पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के बुनेर जिले में पेशे से शिक्षिका सिख महिला का जबरन धर्म परिवर्तन कराया गया। समाचार एजेंसी एएनआई की एक रिपोर्ट में कहा गया कि सिख महिला का बंदूक की नोक पर अपहरण कर लिया गया था। स्थानीय प्रशासन और पुलिस की मदद से सिख महिला के साथ दरिंदगी की गई और उसकी अपहरणकर्ता से शादी कर दी गई।
NCM ने मामले का संज्ञान लिया
सोमवार को जारी एक बयान में, NCM ने कहा कि उसने पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा इलाके में एक सिख महिला के अपहरण और जबरन धर्म परिवर्तन के बारे में मीडिया रिपोर्टों का संज्ञान लिया है। भारत और विदेशों में रहने वाले सिख समुदाय के लोगों के बीच इस घटना को लेकर गहरी चिंता है। बयान में कहा गया है कि पाकिस्तान में सिख महिला का जबरन धर्म परिवर्तन से उनकी धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची है।
पाकिस्तान में सिखों की सुरक्षा हो सुनिश्चित
एनसीएम के अध्यक्ष इकबाल सिंह लालपुरा ने विदेश मंत्री एस जयशंकर से पाकिस्तान में अपने समकक्ष के साथ इस मामले को उठाने का अनुरोध किया है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग ने कहा कि पाकिस्तान में सिखों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए नफरत को रोकने और उसका मुकाबला करने के लिए उचित कदम उठाए जाएंगे।
उत्तराँचल क्राईम न्यूज़ के लिए ब्यूरों रिपोर्ट |