Saturday, November 22News That Matters

केदारनाथ धाम में तीर्थयात्री बढ़ने के कारण कचरा संकट गहरा गया — निपटाए जाने से 325 टन से अधिक बोझ-चेतावनी

केदारनाथ धाम में तीर्थयात्री बढ़ने के कारण कचरा संकट गहरा गया — निपटाए जाने से 325 टन से अधिक बोझ-चेतावनी

हाल के वर्षों में केदारनाथ यात्रा में तीर्थयात्रियों की बढ़ती संख्या के साथ पवित्र स्थल पर कचरे की समस्या पहले से कहीं अधिक तीव्र हो गई है। प्रशासन और पर्यावरणविदों ने खतरनाक आंकड़ा उठाया है — पिछले साल की तुलना में लगभग 325 टन ज़्यादा कचरा उत्पन्न हुआ है, जिसे प्रबंधन करना आसान नहीं रहा।

विशेष रूप से, यह समस्या कूड़े के निपटान की सीमित क्षमता और अधूरे प्रसंस्करण के कारण और विकराल हो जाती है। RTI के आंकड़ों के अनुसार, generated कचरे का एक बड़ा हिस्सा अभी भी landfills में untreated डंप किया जा रहा है।

इसके अलावा, प्रस्तावित 600 KLD की सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (STP) की क्षमता तीर्थयात्रियों की अस्थिर और भारी भीड़ को ध्यान में रखते हुए पर्याप्त नहीं ठहराई गई है। विशेषज्ञों का कहना है कि STP को बढ़ाया जाना चाहिए, अन्यथा भविष्य में पर्यावरण नियंत्रण में और भी बड़ी चुनौतियाँ सामने आ सकती हैं।

पर्यावरणविदों ने एक मजबूत अपील की है कि केदारनाथ में single-use प्लास्टिक्स पर रोक लगाई जाए, और साथ ही निपटान पूर्व प्रक्रियाओं (recycling और composting) को व्यवस्थित किया जाए ताकि धाम की पवित्रता और प्राकृतिक सौंदर्य सुरक्षित रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *