Wednesday, July 2News That Matters

राष्ट्रीय

संस्कार भारती ने सविता भट्ट, डा. अर्चना डिमरी व विजय चड्डा क़ो किया सम्मानित

संस्कार भारती ने सविता भट्ट, डा. अर्चना डिमरी व विजय चड्डा क़ो किया सम्मानित

राष्ट्रीय
शब्द रथ न्यूज, ब्यूरो (shabd rath news)। संस्कार भारती महानगर ईकाई देहरादून गुरू पूर्णिमा पर्व व नटराज पूजन के अवसर पर सम्मान कार्यक्रम आयोजित किया। कार्यक्रम में योगाचार्य सविता उपाध्याय भट्ट, शिक्षाविद्  डा. अर्चना डिमरी, संगीताचार्य विजय चड्डा सम्मानित किया कार्यक्रम की शुरुवात मुख्य अतिथि व संस्कार भारती की प्रांतीय कार्यकारी अध्यक्ष सविता कपूर ने दीप प्रज्वलित कर किया। तत्पश्चात कौशकी ने सरस्वती वंदना व संध्या जोशी ने नटराज स्तुति प्रस्तुत की। महानगर ईकाई अध्यक्ष भारती पाण्डे ने स्वागत उद्बोधन में संस्कार भारती द्वारा गुरु पूर्णिमा व नटराज उत्सव के विषय में जानकारी देते हुए कहा, गुरु पूर्णिमा के दिन गुरु पूजन/सम्मान उन सभी आध्यात्मिक वअकादमिक गुरुओं को सामर्पित परंपरा का निर्वाह करती आई है। अपने छह उत्सवों में से एक नटराज पूजन उत्सव व गुरु पूर्णिमा पर्व पर कला साधक सम्मान कार्यक्रम...
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने दिया इस्तीफा, रेस में चार नाम

कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने दिया इस्तीफा, रेस में चार नाम

राजनीतिक, राष्ट्रीय
येदियुरप्पा ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा ऐसे समय में दिया है, जब आज कर्नाटक की भाजपा सरकार के दो साल पूरे हुए हैं। ऐसे में हर किसी की नजर इस बात पर है कि अब भाजपा राज्य की कमान किसे सौंपेगी। वहीं संसद में कर्नाटक के नए सीएम को लेकर बैठक हो रही है, जिसमें भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह भी मौजूद हैं। कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा आज विधानसभा में इस्तीफा देने का एलान किया। उसके बाद राजभवन पहुंच कर राज्यपाल थावरचंद गहलोत को अपना इस्तीफा सौंप दिया। येदियुरप्पा ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा ऐसे समय दिया है, जब आज कर्नाटक की भाजपा सरकार के दो साल पूरे हुए हैं। ऐसे में हर किसी की नजर इस बात पर है कि अब भाजपा राज्य की कमान किसे सौंपेगी। वहीं, नई दिल्ली में कर्नाटक के नए सीएम को लेकर बैठक हो रही है, जिसमें पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह भी मौजूद हैं। कर...
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा का एलान…मैं दोपहर के भोजन के बाद इस्तीफा दे दूंगा

कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा का एलान…मैं दोपहर के भोजन के बाद इस्तीफा दे दूंगा

राजनीतिक, राष्ट्रीय
-कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने सोमवार को एक कार्यक्रम में कहा कि उन्होंने इस्तीफा देने का फैसला कर लिया है। लंच के बाद वह राज्यपाल से मिलने पहुंचेंगे। सीएम येदियुरप्पा भावुक होकर बोले, मैं हमेशा अग्निपरीक्षा से गुजरा हूं। शब्द रथ न्यूज, ब्यूरो (shabd rath news)। कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने आज मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने का ऐलान किया है। येदियुरप्पा ने एक कार्यक्रम में कहा कि उन्होंने इस्तीफा देने का फैसला कर लिया है। लंच के बाद वह राज्यपाल से मिलने जाएंगे। मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने भावुक स्वर में कहा कि मैं दोपहर के भोजन के बाद इस्तीफा दे दूंगा। येदियुरप्पा ने कहा कि जब अटल बिहारी वाजपेयी प्रधानमंत्री थे तो उन्होंने मुझे केंद्र में मंत्री बनने के लिए कहा। लेकिन, मैंने कहा कि मैं कर्नाटक में रहूंगा। कर्नाटक की राजनीति में इन दिनों भारी उथल-पुथल मची...
कारगिल विजय दिवस: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शहीद जवानों को अर्पित की श्रद्धांजलि

कारगिल विजय दिवस: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शहीद जवानों को अर्पित की श्रद्धांजलि

राष्ट्रीय
-कारगिल विजय दिवस पर आज देशभर में शहीदों को याद कर उन्हें नमन किया जा रहा है। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित कई नेताओं ने शहीद हुए जवानों के बलिदान को याद किया और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। शब्द रथ न्यूज, ब्यूरो (shabd rath news)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार (आज 26 जुलाई) को कारगिल विजय दिवस की 22वीं वर्षगांठ के पर युद्ध में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे जवानों ने अपने प्राणों की आहुति दी, उनकी बहादुरी हर एक दिन भारतीयों को प्रेरित करती है। प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट में कहा कि हम उनके बलिदानों को याद करते हैं। हम उनकी वीरता को याद करते हैं। आज कारगिल विजय दिवस पर हम उन सभी को श्रद्धांजलि देते हैं, जिन्होंने हमारे देश की रक्षा करते हुए कारगिल में अपनी जान गंवाई। उनकी बहादुरी हमें हर एक दिन प्रेरित करती है। ट्वीट के सा...
“पागल फ़क़ीरा” की एक ग़ज़ल  … मैंने घर वापसी का कभी ऐसा मंज़र नहीं देखा…

“पागल फ़क़ीरा” की एक ग़ज़ल … मैंने घर वापसी का कभी ऐसा मंज़र नहीं देखा…

राष्ट्रीय
"पागल फ़क़ीरा" भावनगर, गुजरात ------------------------------- मैंने घर वापसी का कभी ऐसा मंज़र नहीं देखा, दिल में गड़ा है जो वो यादों का खंडहर नहीं देखा। हिजरत करने वालों के ऊपरी ज़ख़्म देखने वालों, आपने कभी राहगीरों के घाव के अंदर नहीं देखा। इतनी मुश्किल हालातों के बीच भी हिन्दुस्तान में, कभी इन्सानियत की ज़मीन को बंजर नहीं देखा। मजबूर है पर मग़रूर नहीं देखा मज़दूर को कभी, ग़रीबी में भी उनकी आँखों में समन्दर नहीं देखा। मुझे तो आश थी सिर्फ़ अपने ही एक वफ़ादार की, "फ़क़ीरा" ने आस्तीन में छुपा वो खंज़र नहीं देखा।...
“पागल फ़क़ीरा” की एक ग़ज़ल    … मेरी फ़ज़र को तेरा इंतज़ार आज भी है…

“पागल फ़क़ीरा” की एक ग़ज़ल … मेरी फ़ज़र को तेरा इंतज़ार आज भी है…

राष्ट्रीय
"पागल फ़क़ीरा" भावनगर, गुजरात --------------------------------   मेरी फ़ज़र को तेरा इंतज़ार आज भी है, वहाँ हो तुम यहाँ पे हम बेक़रार आज भी है। मेरी फ़ज़र को तेरा.......... वो शोखियाँ वो अदायें के तुम दिखे थे वहाँ, तेरी अदा का वहीं पर निग़ार आज भी है। मेरी फ़ज़र को तेरा.......... न चाहे सोच के क्यों तुमको ये हुआ अरमान, फ़िर मेरे तन पे चली तलवार आज भी है। मेरी फ़ज़र को तेरा.......... ओ यार तेरे लिये हमने तोड़ दी बेड़ियाँ, जफ़ा की बात पे पागल वो यार आज भी है। मेरी फ़ज़र को तेरा.......... हटी नहीं है नज़र नाज़ वो ये करता है, मेरे कलाम से शायद अग़्यार आज भी है। मेरी फ़ज़र को तेरा.......... न पूछ किसने सोहबत में नज़्म गाये है, कि तुमको छोड़ के हम सोग़वार आज भी है। मेरी फ़ज़र को तेरा.......... फ़क़ीरा ये ज़िन्दगी हमको न रास आई है, लगाने गले हम मौत को तैयार आज भी है। मेरी फ़ज़र को ...

चलो चले गांव की ओर… आठवीं किश्त… गुरु जी थोड़ा और कुटाई-पिटाई करते तो मैं ज्वाइंट डायरेक्टर नहीं डायरेक्टर बनता

राष्ट्रीय
नीरज नैथानी रुड़की, उत्तराखंड चलो चले गांव की ओर..... गतांक से आगे... आठवीं किश्त भुळा वो भी क्या दिन थे गांव में, गरीबी तो थी पर रिश्तों की अमीरी भी थी। हम सभी मिलजुलकर रहते थे। खेलना, कूदना, लफंडरी, लड़ाई झगड़ सब होता था पर प्यार मुहब्बत में भी कोई कमी न थी। तू तो मुझसे दो क्लास पीछे था बोडा ने मन्ना से मुखातिब होकर कहा। अब्बे छठी सातवीं तक हम साथ पढ़े हैं तू भूल गया रे, मैं एक बार सातवीं में लुढ़क गया तू आगे बढ़ गया, फिर दूसरी बार मैं दसवीं मे भी फेल हुआ तब तू दो क्लास आगे हो गया मन्ना ने बचपन के पन्ने पलटते हुए कहा। क्या दिन थे यार गुरु जी के लिए लौकी ले जाना, हरी सब्जी ले जाना, कभी-कभी मां घी का डिब्बा भी देती भूरा ने तीसरे पैग को दम्म से हलक में उतारते हुए यादों का सीन खींचा। वो दाणि गुरु जी तो अब क्या ही बचे होंगे, जब हम ही इतना बूढ़े हो गये हैं, बोडा ने सेब की फां...
राष्ट्रीय पत्रिका लोक गंगा के मध्य हिमालय की जनजातियों पर केंद्रित विशेषांक का लोकार्पण

राष्ट्रीय पत्रिका लोक गंगा के मध्य हिमालय की जनजातियों पर केंद्रित विशेषांक का लोकार्पण

राष्ट्रीय
शब्द रथ न्यूज, ब्यूरो (shabd rath news)। राष्ट्रीय पत्रिका लोक गंगा के मध्य हिमालय की जनजातियों पर केंद्रित विशेषांक का लोकार्पण रविवार को वरिष्ठ साहित्यकार डॉ बुद्धिनाथ मिश्र, पूर्व उच्च शिक्षा निदेशक डॉ सविता मोहन, पुव उप शिक्षा निदेशक कमला पंता और वरिष्ठ कथाकार जितेन ठाकुर ने किया। बी-6 प्रीतम रोड पर आयोजित कार्यक्रम में 'हिमालय के कैनवास पर जनजातियां' विषय पर परिचर्चा भी हुई। में शहर के प्रबुद्ध साहित्यकारों द्वारा प्रतिभाग किया गया। परिचर्चा में लोकगंगा के सम्पादक व गीतकार डॉ बुद्धिनाथ मिश्र ने कहा कि किसी भी जनजाति का विकास उसकी अस्मिता को नष्ट कर नहीं होना चाहिए। उसके विकास में उसकी सांस्कृतिक पहचान का सम्मान और संरक्षण आवश्यक है। सरकार की नीति इसके विपरीत है, जो घातक है। भारत की पहचान बनाने में जनजातियों की हजारों साल लंबी परंपराओं का विशेष योगदान है। रामायण और महाभारत जैसे ...
आंचलिकता को मजबूत करना ही श्रीदेव सुमन को सच्ची श्रद्धांजलि: बीर सिंह

आंचलिकता को मजबूत करना ही श्रीदेव सुमन को सच्ची श्रद्धांजलि: बीर सिंह

राष्ट्रीय
-अमर शहीद श्रीदेव सुमन के बलिदान दिवस पर टिहरी बांध विस्थापितो ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर पहाड़ के पहाड़ से प्रश्नों पर भी विमर्श किया गया। शब्द रथ न्यूज, ब्यूरो (shabd rath news)। अमर शहीद श्रीदेव सुमन के बलिदान दिवस पर टिहरी मूल विस्थापित संघर्ष समिति की ओर से सामुदायिक केंद्र टी एस्टेट बंजारावाला देहरादून में श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित किया गया। अमर शहीद श्रीदेव सुमन को श्रद्धांजलि अर्पित करने के साथ ही पहाड़ की समस्याओं पर विमर्श किया गया। पहाड़ी प्रजा मंडल के अध्यक्ष बीर सिंह पवार ने कहा कि बलिदानी श्रीदेव सुमन को सच्ची श्रद्धांजलि होगी कि हम अपनी आंचलिकता को मजबूत करें। अपनी बोली, भाषा, सिनेमा व संस्कृति को निरंतर मजबूत करें। दूसरे शहरों में जाकर नौकरी करने के बजाय उत्तराखंड में ही रहकर स्वरोजगार को प्राथमिकता दें। समिति अध्यक्ष राजेंद्र सिंह असवाल ने श्रीदे...

पुण्यतिथि पर विशेष…कवि वीरेन्द्र डंगवाल “पार्थ” की काव्यांजलि… घनाक्षरी छंद…जन के सुमन तुम्हें शतश नमन

राष्ट्रीय
वीरेन्द्र डंगवाल "पार्थ" देहरादून, उत्तराखंड जन के सुमन तुम्हें शतश नमन जन्मा वीर योद्धा एक, दुख सहे थे अनेक अमर बलिदानी जी, श्रीदेव सुमन है पिता वैध हरिराम, जन्मभूमि जौल ग्राम तेजस्वी मां तारादेवी, शतश वंदन है जनता की पीड़ा सुनी, संघर्षों की राह चुनी मुक्ति अत्याचार से जी, दिलाने का मन है घूम घूम रियासत, लोगों को जाग्रत किया समर्पित कर दिया, जन को यौवन है।। राजशाही अत्याचार, ढोएंगे न लोग अब खत्म होगा टिहरी से, जन का दमन है महकेगा सुख के जी, कुसुमों से राज्य सारा सुखी समृद्ध जनता, सुमन सपन है क्रांति ज्वाला उठी जब, महल में हलचल देखो जननायक को, आ गया समन है कारिदों ने राजा के तो, डाल दिया का कारावास पड़ी हथकड़ी सेर, पैंतीस वजन है।। झुका नहीं वीर योद्धा, कारा की प्रताड़ना से विचारों में आज तक, गजब तपन है अधिकार जन को दो, चाहे मेरी जान ले लो अन्न जल त्याग...