प्रत्यर्पण से बचने के लिए भगोड़ा चौकसी एंटीगुआ में रच रहा साजिश, रिपोर्ट में चौंकाने वाला खुलासा |
प्रत्यर्पण से बचने के लिए भगोड़ा चौकसी एंटीगुआ में रच रहा साजिश, रिपोर्ट में चौंकाने वाला खुलासा |
चौकसी अधिकारियों से हाल के दिनों में कई बार संपर्क कर चुका है। कोनलिफ क्लार्क को रिश्वत देकर मेहुल चौकसी अपने भारत प्रत्यर्पण मामले पर सुनवाई को अनिश्चितकाल के लिए टालना चाहता है।
पीएनबी बैंक घोटाले में आरोपी और भारत के मोस्ट वांटेड भगोड़े मेहुल चौकसी को एंटीगुआ से भारत प्रत्यर्पित करने की कोशिशें हो रही हैं। अब खबर आई है कि मेहुल चौकसी भारत प्रत्यर्पित होने से बचने के लिए एंटीगुआ के बड़े अधिकारियों को रिश्वत दे रहा है। मशहूर आर्थिक अपराध जांचकर्ता केनेथ रिजोक ने अपनी रिपोर्ट में यह चौंकाने वाला खुलासा किया है। रिजोक ने बताया ने ब्लॉगर पर लिखे अपने एक लेख में बताया है कि मेहुल चौकसी एंटीगुआ के अधिकारियों को डॉलर में करोड़ों रुपए की रिश्वत दे रहा है ताकि वह उसके भारत प्रत्यर्पण को टाल सकें।
केनेथ रिजोक ने बताया कि चौकसी गैरकानूनी तरीके से एंटीगुआ की अदालत में उसके प्रत्यर्पण के मामले पर सुनवाई को टालने की कोशिश कर रहा है। इसके लिए वह एंटीगुआ के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी एडोनिस हेनरी और एंटीगुआ मजिस्ट्रेट कोनलिफ क्लार्क के संपर्क में है। चौकसी इन दोनों अधिकारियों से हाल के दिनों में कई बार संपर्क कर चुका है। कोनलिफ क्लार्क को रिश्वत देकर मेहुल चौकसी अपने भारत प्रत्यर्पण मामले पर सुनवाई को अनिश्चितकाल के लिए टालना चाहता है।
रिजोक ने दावा किया है कि एंटीगुआ पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी और जज मिलकर ऐसी साजिश रच रहे हैं, जिससे मेहुल चौकसी का भारत प्रत्यर्पण टाला जा सके या फिर इसमें अनिश्चितकाल की देरी हो सके। बता दें कि एंटीगुआ के साथ भारत सरकार की प्रत्यर्पण प्रक्रिया शुरू होने के बाद मेहुल चौकसी ने क्यूबा भागने की कोशिश की थी क्योंकि भारत का क्यूबा के साथ संधि समझौता नहीं है। हालांकि मेहुल चौकसी उसमें सफल नहीं हो सका।
भारत से फरार होने के बाद मेहुल चौकसी ने एंटीगुआ में Citizenship by Investment के आधार पर नागरिकता ले ली। अब इंटरपोल ने चौकसी के खिलाफ रेड नोटिस जारी किया है। प्रत्यर्पण की मांग करने वाले देश की अपील पर इंटरपोल महासचिव रेड नोटिस जारी करते हैं। रेड नोटिस के तहत भगोड़े का पता लगाने और उसे गिरफ्तार करने की कवायद की जाती है। हालांकि यह इंटरनेशनल अरेस्ट वारंट नहीं माना जाता है।
पीएनबी घोटाले में वांछित है चौकसी
बता दें कि साल 2018 में पंजाब नेशनल बैंक में 13,578 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी का खुलासा हुआ था। इस मामले में अरबपति हीरा कारोबारी नीरव मोदी और उसका मामा मेहुल चौकसी आरोपी हैं। आरोपियों ने साल 2011 में बिना तराशे हीरे आयात करने के लिए पंजाब नेशनल बैंक की एक ब्रांच से लाइन ऑफ क्रेडिट लिया। जिसके तहत बैंक के कर्मचारियों ने फर्जीवाड़े से दोनों को लाइन ऑफ अंडरटेकिंग जारी किए।
इस घोटाले में सीबीआई ने पहली एफआईआर 30 जनवरी को दर्ज की थी लेकिन उससे पहले ही दोनों आरोपी देश छोड़कर फरार हो गए। नीरव मोदी को लंदन से गिरफ्तार किया गया और मेहुल चौकसी एंटीगुआ में है। भारत सरकार दोनों के भारत प्रत्यर्पण की कोशिशों में जुटी है।
उत्तराँचल क्राईम न्यूज़ के लिए ब्यूरो रिपोर्ट |