“मैक्स हॉस्पिटल देहरादून की चेतावनी: सर्दियों में COPD मरीजों को रखें विशेष सावधानियाँ”
देहरादून — मैक्स हॉस्पिटल देहरादून ने COPD (क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिज़ीज़) से पीड़ित मरीजों को सर्दियों के मौसम में खास ख्याल रखने की सलाह दी है। ठंडी हवा, बढ़ा प्रदूषण और संक्रमणों का मिश्रण COPD के लक्षणों को बिगाड़ सकता है और अचानक “फ्लेयर-अप” (लक्षणों में तीव्रता) का कारण बन सकता है।
डॉक्टरों ने बताया कि ठंडी हवा से श्वसन नलियाँ सिकुड़ सकती हैं, जिससे खांसी, बलगम और सांस फूलने की समस्या बढ़ जाती है।
साथ ही, घर के अंदर की हवा भी खराब हो सकती है क्योंकि सर्दियों में खिड़कियाँ बंद रहने की वजह से धूल, एलर्जी और प्रदूषण भीतर ही फंस जाते हैं।
इस मौसम में निमोनिया जैसे संक्रमण का जोखिम भी अधिक रहता है, जो COPD के मरीजों के लिए बेहद खतरनाक हो सकते हैं।
मरीज़ों को निम्नलिखित सावधानियों को अपनाने की सलाह दी गई है:
मौसम से जुड़े प्रदूषण (जैसे स्मॉग) के दिनों में बाहर निकलने से बचें।
इनडोर वेंटिलेशन बेहतर रखें और एयर प्यूरीफायर का उपयोग करें।
नमी बनाए रखने के लिए ह्यूमिडिफायर का इस्तेमाल करें ताकि श्वसन नलियाँ जलन से कम प्रभावित हों।
फ्लू और निमोनिया वैक्सीन समय पर लगवाएं।
नियमित रूप से इनहेलर और दवाइयाँ लें और डॉक्टर की सलाह से साँस की एक्सरसाइज करें।
धुएँ वाले यंत्र (जैसे अगरबत्ती, मच्छर कुंडल) का घर के अंदर प्रयोग न करें।