शैल कला समिति के रुद्राक्ष कार्यक्रम की नृत्य प्रतियोगिता के परिणाम घोषित
शब्द रथ न्यूज, ब्यूरो (shabd rath news)। उत्तराखण्ड की सुप्रसिद्ध सामाजिक व सांस्कृतिक संस्था शैल कला एवं ग्रामीण विकास समिति (स्थापित 1986) ने विभिन्न प्रतियोगिताओं के परिणाम घोषित कर दिए हैं। अंतिम चक्र के विजेता की “शैलनृत्य सम्मान” से नवाजा जाएगा।
रुद्राक्ष कार्यक्रम के संयोजक स्वामी चन्द्रा ने बताया कि गत 22 जून से 5 जुलाई तक ऑनलाइन गीत, नृत्य व वादन प्रतियोगिता रुद्राक्ष का आयोजन किया गया, जिसमें अखिल भारतीय स्तर पर प्रतिभागियों ने प्रतिभाग किया। करोनाकाल में जनमानस मानसिक तनाव में जूझ रहा था, जिसके लिए संस्था ने तनाव मुक्त करने की एक छोटी सी पहल की, इसके तहत किसी भी क्षेत्र व भाषा के लोकगीत, लोक नृत्य, लोक वादन, शास्त्रीय संगीत, उपशास्त्रीय संगीत पर आधारित, लोक संगीत पर आधारित किसी भी प्रकार की अपनी प्रस्तुतियां देने के लिए स्वतंत्र रूप से वीडियो बनाकर प्रेषित करने के लिए कहा गया था। काफी संख्या में लोगों ने प्रतिभाग किया। आज नृत्य श्रेणी का परिणाम घोषित किया जा रहा है। प्रथम, द्वितीय, तृतीय व चतुर्थ वर्ग में विजेता चुने गए हैं।
वर्ग- 1 मैं शास्त्रीय संगीत पर आधारित
प्रथम-गुरनीत कौर
द्वितीय- जिनीषा गोस्वामी
तृतीय- मेहर दुआ
उप शास्त्रीय संगीत पर आधारित
प्रथम-अनन्य भंडारी,
द्वितीय-गर्विता सेठी,
तृतीय- शी पोखरियाल एवं समृद्धि सिंह
लोक नृत्य में
प्रथम- अगन्या
द्वितीय-बिपाशा
तृतीय- सुदीक्षा रावत
बॉलीवुड फिल्मों पर आधारित
प्रथम- अक्षी राणा
द्वितीय- पेहुन पटेल
तृतीय- अनन्य पवार एवं इति शर्मा
ग्रुप बी में शास्त्रीय संगीत में
प्रथम- हीया जनवाल एवं प्रियाल जोशी
द्वितीय- श्रीया राव
तृतीया- जोया मलिक एवं क्षिरिन दुआ
उप शास्त्रीय संगीत पर आधारित
प्रथम- अंबिका शर्मा
द्वितीय- चार्वी पटवा
तृतीय- आयुषी चतुर्वेदी एवं चतुर्थ हिमानी आर्य
बॉलीवुड फिल्मों पर आधारित
प्रथम- विदुषी शर्मा
द्वितीय-अदिति शर्मा एवं अमिषी शर्मा
तृतीय- अमीथी पटेल एवं आस्था
चतुर्थ- अलीशा मुयाल
ग्रुप सी एवं ग्रुप डी मिलाकर
प्रथम- रूबी वैश्य
द्वितीय-गायत्री भंडारी एवं शिवानी रावत
तृतीया-पायल आर्य
चतुर्थ समीक्षा
रुद्राक्ष कार्यक्रम के संयोजक स्वामी चन्द्रा ने बताया कि इस प्रकार से पहला चक्र की के परिणाम आज घोषित किए गये, अतिशीघ्र दूसरा चक्र के लिए सूचना जारी की जाएगी, अंतिम चक्र में जूमएप के द्वारा प्रस्तुतीकरण किया जाना होगा प्रतिभागियों से उनकी कला के वीडियो को पुनः मंगाया जा रहा है, जिससे मार्किंग करने में आसानी होगी, निर्णायक मंडल के सदस्यों का मानना है कि जो वीडियो प्रस्तुतीकरण हेतु भेजी जा रही है, उन्हीं का पुनः प्रस्तुतीकरण जूमएप पर आमने-सामने देखा जाएगा,
स्वामी चन्द्रा ने बताया की अंतिम चक्र में एक ऐसा विजेता भी चुना जाएगा, जिसे “शैलनृत्य” सम्मान से सुशोभित किया जाएगा, इसलिए सभी प्रतिभागियों से अनुरोध है की प्रतिभाग करने से पूर्व प्रतिभागी की तरह अपनी कला का प्रदर्शन करें, कला दिखाते समय गीत, नृत्य की प्रस्तुति, चेहरे के भाव, वेशभूषा, गीत का चयन प्रस्तुतीकरण का भाव सभी कुछ प्रस्तुति के निर्णायक मंडल को देखना होता है, इसलिए द्वितीय चरण में सभी को विशेष ध्यान देना होगा, प्रथम चक्र के विजेताओं को हार्दिक शुभकामनाएं, 15 अगस्त से पूर्व “रुद्राक्ष”प्रतियोगिता का समापन किया जाना है इसके बाद भविष्य में अभिनय, वेशभूषा, खान-पान आदि की प्रतियोगिता का भी आयोजन करना प्रस्तावित है, इस अवसर पर कुसुम लता, आदित्य नय्यर, देवेन्द्र सिंह, चन्दन सिंह नेगी उपस्थित थे