पोर्नोग्राफी में शिल्पा शेट्टी के पति राज कुंद्रा सहित अब तक 11 गिरफ्तार
-बॉलीवुड अभिनेत्री शिल्पा शेट्टी के पति राज कुंद्रा को पुलिस ने पोर्नोग्राफी मामले में सोमवार की रात गिरफ्तार किया था। पुलिस के मुताबिक उनका संबंध अश्लील सामग्री बनाने और कुछ ऐप के जरिये प्रसारित करने से है। कुंद्रा को मंगलवार को अदालत में पेश किया गया जहां से उन्हें 23 जुलाई तक के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है। जांच के दौरान पुलिस को अश्लील सामग्री पेश करने वाले कई अन्य ऐप की भी जानकारी मिली है, जिसके बाद निर्माता रोमा खान, उनके पति, अभिनेत्री गहना वशिष्ठ, निदेशक तनवीर हाशमी और उमेश कामथ (जो कुंदा की कंपनी का भारत में कारोबार को देखते हैं) को गिरफ्तार कर लिया है। मामले में अब तक 11 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। अपराध शाखा ने ऐप संचालकों के 7.5 करोड़ रुपये जब्त किए हैं।
मुंबईः मुंबई पुलिस ने मंगलवार को दावा किया कि अश्लील फिल्म मामले में गिरफ्तार कारोबारी राज कुंद्रा की कंपनी लंदन स्थित कंपनी के लिए भारत में अश्लील सामग्री का निर्माण कर रही थी। ब्रिटिश कंपनी उनके करीबी रिश्तेदार की है। कुंद्रा की वियान इंडस्ट्रीज का समझौता लंदन की कंपनी केनरिन से था जो ‘हॉटस्पॉट’ ऐप की मालिक है।
संयुक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) मिलिंद भारम्बे ने प्रेसवार्ता में बताया की कंपनी लंदन में पंजीकृत है। लेकिन, सामग्री का निर्माण, ऐप का परिचालन और लेखा जोखा का प्रबंधन कुंद्रा की कंपनी वियान इंडस्ट्रीज के जरिये किया जाता था। केनरिन का मालिक कुंद्रा का रिश्तेदार है। पुलिस ने दोनों कंपनियों का संबंध स्थापित करने के लिए सबूत इकट्ठा किए हैं।
भारम्बे ने बताया कि पुलिस ने दोनों के बीच व्हाट्सऐप ग्रुप और ई-मेल पर संदेशों का आदान-प्रदान, लेखा-जोखा व कुछ अश्लील फिल्म कुंद्रा के मुंबई स्थित कार्यालय पर छापेमारी के दौरान बरामद हुई। अपराध में संलिप्तता के सबूत इकट्ठा करने के बाद राज कुंद्रा व उसके आईटी प्रमुख रेयान थोर्पे को गिरफ्तार किया गया। मामले में जांच अभी जारी है।
राज कुंद्रा मुख्य आरोपी
पुलिस का दावा है कि पॉर्नोग्राफी मामले में कुंद्रा मुख्य साजिशकर्ता है। मुंबई के उपनगर मालवानी पुलिस थाने में चार फरवरी को इस संबंध में प्राथमिकी दर्ज की गई थी। अप्रैल में आरोप पत्र दाखिल करने के बावजूद कुंद्रा की गिरफ्तारी में देरी के सवाल पर भारम्बे ने कहा कि मामले को मजबूत करने के लिए कई इलेक्ट्रॉनिक सबूतों की जांच करने की जरूरत थी। पुलिस की और से दंडात्मक कार्रवाई से पहले रुपयों के हस्तांतरण, अकाउंट के असली मालिक का पता लगाना, सामग्री और प्रकाशक को सत्यापित करना जरूरी था।
कुंद्रा की कंपनी को हस्तांतरित करती थी रुपए
उन्होंने बताया कि जांच में विभिन्न खातों में रुपये हस्तांतरित करना उजागर हुआ है। वहीं, अश्लील फिल्म गिरोह के पीड़ितों को महज कुछ हजार रुपये मिलते थे। जांच के दौरान पापा गया कि आर्म्सप्राइम नाम कंपनी ने केनरिन के लिए ऐप (हॉटस्पॉट) बनाया, अलग ऐप भी था। वियान इंडस्ट्रीज का केनरिन के साथ सामग्री निर्माण व रुपए को लेकर करार था, इसके लिए ब्रिटिश कंपनी कुंद्रा की कंपनी को रुपए हस्तांतरित करती थी। ऐप इस्तेमाल के एवज में उपयोकर्ता से मिलने वाली राशि केनरिन के नाम पर आती थी। लेकिन, उसका प्रबंधन मुंबई में होता था।
दो महिलाओं की दर्ज कराई थी शिकायत
भारम्बे ने बताया कि मुंबई की अपराध शाखा के पास मामला आने से पहले गिरोह के बारे में महाराष्ट्र साइबर शाखा के पास शिकायत आई थी. दो महिलाओं की शिकायत पर मालवानी पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज की। जबकि, एक अन्य महिला ने मुंबई से 120 किलोमीटर दूर लोनावला पुलिस ने शिकायत दर्ज कराई। मुंबई पुलिस की अपराध शाखा ने कुछ शिकायतकर्ताओं द्वारा मालवाली पुलिस थाने में संपर्क किए जाने के बाद फरवरी 2021 में मामले की जांच शुरू की। जांच में खुलासा हुआ कि कुछ छोटे कलाकारों को वेब सीरिज और लघु फिल्म में काम का लालच दिया जाता था। इसके बाद उन्हें ऑडिशन के नाम पर उत्तेजक दृश्य फिल्माने के बहाने अर्धनग्न या नग्न दृश्य फिल्मा लिए जाते थे।