
गुरु पूर्णिमा पर गुरु के साथ ही परिवार में वरिष्ठ जनों का करें आदर सम्मान
-गुरु पूर्णिमा या व्यास पूर्णिमा भी कहते हैं। गुरु पूर्णिमा के न केवल गुरु की ही नहीं अपितु परिवार में वरिष्ठ जनों का आदर सम्मान के साथ उनका वंदन व पूजन करना चाहिए। गुरु पूर्णिमा के पावन दिन पर गुरुजनों की यथासंभव सेवा करने का बहुत महत्व है, इसलिए इस पर्व को श्रद्धापूर्वक जरूर मनाना चाहिए। प्रातःकाल पवित्र नदी में स्नान करके गरीब और जरूरतमंद को दान देना चाहिए। गुरु पूर्णिमा के दिन पीपल के पेड पर मीठा जल डालने से गुरु की कृपा से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं। गुरु पूर्णिमा के दिन सायं काल तुलसी के पौधे के पास घी का दीपक जलाना चाहिए। इस दिन सात्विक भोजन ही ग्रहण करना चाहिए। मांस मदिरा आदि जैसे तामसिक प्रवृति वाले भोजन का भूलकर भी उपयोग नहीं करना चाहिए।
आषाढ़ मास की पूर्णिमा आज 24 जुलाई दिन शनिवार को है, इसे गुरु पूर्णिमा या व्यास पूर्णिमा भी कहते हैं। क्योंकि, आषाढ़ पूर्णिमा को वेद व्यास...