Monday, December 1News That Matters

Tag: Big Breaking News

आखिर कब तक होते रहेंगे तबादले!  चुनाव से पहले तबादले और चुनाव के बाद भी तबादलों का दौर नहीं बनने दे रहा विकास की रफ्तार…

आखिर कब तक होते रहेंगे तबादले! चुनाव से पहले तबादले और चुनाव के बाद भी तबादलों का दौर नहीं बनने दे रहा विकास की रफ्तार…

उत्तराखण्ड
आखिर कब तक होते रहेंगे तबादले! चुनाव से पहले तबादले और चुनाव के बाद भी तबादलों का दौर नहीं बनने दे रहा विकास की रफ्तार... देहरादून- उत्तराखंड राज्य के वर्ष-2022 के आम विधानसभा चुनाव होने के बाद बंपर तबादलों का दौर जारी रहा, तो वह चंपावत उपचुनाव के बाद भी जारी है | तबादलों के इस दौर ने अपनी रफ्तार इतनी अधिक पकड़ी हुई है कि उसके आगे विकास की रफ्तार धीमी पड़ती हुई नजर आ रही है | कभी आईएएस और आईपीएस अधिकारियों के तबादले बंपर स्तर पर हो रहे हैं, तो कभी पुलिस मुख्यालय अपने स्तर से तबादलों को करने में लगा हुआ है| हैरानी की बात यह है कि शासन स्तर पर हो रहे बड़े पैमाने पर तबादला तबादलों से नौकरशाही की कार्यशैली क्या सुधर पाएगी कुछ ऐसे विभाग भी है जहां पर अनेक अधिकारी वर्षों से जमे हुए हैं और उनके तबादले नहीं किए जा रहे हैं ऐसे अधिकारी अपने आकाओं की चापलूसी में लगे हुए नजर आ रहे हैं यही कारण ह...
“रेगिस्तान का जहाज ऊंट” दून की सड़कों पर तलाश रहा दो वक्त की रोटी!

“रेगिस्तान का जहाज ऊंट” दून की सड़कों पर तलाश रहा दो वक्त की रोटी!

उत्तराखण्ड
"रेगिस्तान का जहाज ऊंट" दून की सड़कों पर तलाश रहा दो वक्त की रोटी! देहरादून- बच्चों के लिए भले ही रेगिस्तान का जहाज कहे जाने वाला ऊंट आकर्षण का केंद्र बना हुआ हो, लेकिन ऊंट का स्वामी/संचालक अपने तथा अपने इस जानवर के लिए दो वक्त की रोटी के लिए अपना खून पसीना बहाने में कोई कमी नहीं छोड़ रहा है |आजकल उत्तराखंड की राजधानी देहरादून की सड़कों पर जगह-जगह रेगिस्तान का जहाज माना जाने वाला ऊंट बच्चों का मन लुभा रहा है और उनको अपनी पीठ पर बैठा कर यात्रा  कराकर दो वक्त की रोटी का प्रबंध करने में लगा हुआ है | बच्चों के लिए आकर्षण का केंद्र बने इस ऊंट पर बैठकर बच्चे भले ही बहुत ही अधिक आनंदित हो रहे हैं, परंतु भीषण गर्मी तथा शाम के समय घंटों यह ऊंट बच्चों को खुश करने में किसी तरह की कोई कमी नहीं छोड़ रहा है | भीषण गर्मी के इन दिनों में जहां पर्यटकों से जल क्रीड़ा के केंद्र सहस्त्रधारा, लच्छीवाला, गुछ...
उफ्फ ये गर्मी! आमजन रहा बेहाल  पिछले करीब 1 माह से पेयजल समस्या भी चढ़ी आ रही है परवान |

उफ्फ ये गर्मी! आमजन रहा बेहाल पिछले करीब 1 माह से पेयजल समस्या भी चढ़ी आ रही है परवान |

उत्तराखण्ड
उफ्फ ये गर्मी! आमजन रहा बेहाल पिछले करीब 1 माह से पेयजल समस्या भी चढ़ी आ रही है परवान | देहरादून- भीषण गर्मी का प्रकोप पिछले करीब 15 दिन से निरंतर चला रहा है I सूर्य की तेजी का प्रकोप तो जनता, पर्यटक एवं श्रद्धालु गण झेल ही रहे हैं, साथ ही पानी की किल्लत भी लोगों को परेशान और प्यासा किए हुए है | उत्तराखंड जल संस्थान द्वारा पिछले दिनों ही पानी की कमी न होने के कारण पानी का पर्याप्त होना बताया गया था, लेकिन बावजूद इसके भीषण गर्मी के कारण पानी की खपत गर्मी के इन दिनों में कई गुना बढ़ जाने से परेशानी का सामना सभी जनों को करना पड़ रहा है | इन दिनों उत्तराखंड राज्य के अंदर चार धाम यात्रा के लिए प्रतिदिन हजारों की संख्या में श्रद्धालु गणों का आगमन हो रहा है, तो वहीं दूसरी ओर राज्य की हरी-भरी वादियों तथा यहां के पर्वतीय क्षेत्रों की खूबसूरती तथा आकर्षण का आनंद उठाने के लिए पर्यटकों की संख्या...
मुख्यमंत्री की विधानसभा में नालियों से सरकारी किताबों का मिलना दुर्भाग्यपूर्ण :जोशी

मुख्यमंत्री की विधानसभा में नालियों से सरकारी किताबों का मिलना दुर्भाग्यपूर्ण :जोशी

उत्तराखण्ड
मुख्यमंत्री की विधानसभा में नालियों से सरकारी किताबों का मिलना दुर्भाग्यपूर्ण :जोशी आम आदमी पार्टी के प्रदेश मीडिया प्रभारी में सीएम तो क्या कटघरे में खड़ा देहरादून - आम आदमी पार्टी के प्रदेश मीडिया प्रभारी अमित जोशी ने कहा कि प्रदेश मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के राज में अनेक अव्यवस्थाएं कायम हो रही है | उन्होंने धामी सरकार पर व्यवस्थाओं के लिए गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि पूरी सरकार 2 दिनों से हल्द्वानी में अपने कार्यक्रमों में व्यस्त है और मुख्यमंत्री की विधानसभा में शिक्षा के नाम पर भद्दा मजाक किया जा रहा है। आम आदमी पार्टी के प्रदेश मीडिया प्रभारी अमित जोशी ने चंपावत के पाटी ब्लॉक के पोखरी गांव के नाले में सरकारी पाठ्य पुस्तकों के फेंके जाने को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है और कहा कि एक ओर तो सरकार उच्च शिक्षा और अच्छी शिक्षा की बात करती है और दूसरी ओर सरकारी विद्यालयों में बांटी ...
गजब : दिन में भी जल रही रोड लाइटें  ऊर्जा की कैसे हो बचत, जब सरकारी सिस्टम ही हो ध्वस्त!

गजब : दिन में भी जल रही रोड लाइटें ऊर्जा की कैसे हो बचत, जब सरकारी सिस्टम ही हो ध्वस्त!

उत्तराखण्ड
गजब : दिन में भी जल रही रोड लाइटें ऊर्जा की कैसे हो बचत, जब सरकारी सिस्टम ही हो ध्वस्त! देहरादून- बिजली की बचत अथवा ऊर्जा की बचत करने के लिए जो प्रचार-प्रसार राज्य सरकार की ओर से जोर-शोर से किया जाता रहा है, उसमें लाखो-करोड़ो रुपए खर्च किए जाते रहे हैं | लेकिन जब सरकारी सिस्टम ही ध्वस्त होने के प्रमाण देने लग जाए तो आखिर फिर यह कैसे हो सकता है कि बिजली अथवा ऊर्जा की बचत की जाए? राजधानी की मुख्य सड़क मार्गो पर दिन में ही लाइटें जलना सार्वजनिक रूप से संबंधित विभाग के अधिकारियों की लापरवाही को जगजाहिर कर रहा है| आए दिन सुबह, दोपहर व दिन छिपने से पहले ही शहरी क्षेत्र की सड़कों पर पथ प्रकाश होने के मामले सामने आते रहे हैं I हैरानी की बात यह है कि संबंधित विभाग अथवा कॉरपोरेशन के अधिकारी एक तरफ तो ऊर्जा बचाओ का नारा देकर जन जागरूकता अभियान चलाने की नसीहत देते रहते हैं, तो वहीं दूसरी ओर वे स...
शांत प्रदेश में कई नेताओं और संतों को गनर की दरकार, जानिए किन्हें है जरूरत और कितनों को मिले |

शांत प्रदेश में कई नेताओं और संतों को गनर की दरकार, जानिए किन्हें है जरूरत और कितनों को मिले |

उत्तराखण्ड
शांत प्रदेश में कई नेताओं और संतों को गनर की दरकार, जानिए किन्हें है जरूरत और कितनों को मिले | विधायकों और कुछ अन्य महानुभावों को अपवाद स्वरूप छोड़ दिया जाए तो राज्य सरकार गनर देने के मामले में बहुत ज्यादा उदार नहीं दिखाई दे रही है। गृह विभाग के सूत्रों के मुताबिक गनर के लिए आवेदन करने वालेां कई नेता, मठ, मंदिर औश्र आश्रमों के कतिपय साधु-संत के साथ ही कुछ कारोबारी भी हैं। कानून व्यवस्था के मामले में दूसरे राज्यों की तुलना में शांत माने जा रहे उत्तराखंड में भी कई नेताओं, संतों और कारोबारियों को सरकारी गनर की दरकार है। शासन में 50 से अधिक आवेदन लंबित हैं, जिनमें से अभी तक सिर्फ 11 लोगों को ही गनर उपलब्ध कराए गए हैं। इनमें एक गनर छह माह के लिए पूर्व विधायक देश राज कर्णवाल को भी दिया गया है, लेकिन पूर्व विधायक कुंवर प्रणव चैंपियन को गनर देने से इंकार कर दिया गया है। बकौल चैंपियन उन्हो...
कश्मीर में कैसे आतंकवाद को खाद-पानी दे रहे ओवरग्राउंड वर्कर्स, सुरक्षा बलों ने 250 को किया अरेस्ट|

कश्मीर में कैसे आतंकवाद को खाद-पानी दे रहे ओवरग्राउंड वर्कर्स, सुरक्षा बलों ने 250 को किया अरेस्ट|

उत्तराखण्ड
कश्मीर में कैसे आतंकवाद को खाद-पानी दे रहे ओवरग्राउंड वर्कर्स, सुरक्षा बलों ने 250 को किया अरेस्ट| सुरक्षा बलों ने 250 ओवरग्राउंड वर्कर्स को अरेस्ट किया है, जो आतंकवादियों को मदद करते थे या फिर उन्हें जानकारी देते थे। इन लोगों को यूएपीए और पब्लिक सिक्योरिटी ऐक्ट के तहत गिरफ्तार किया गया है। कश्मीर घाटी में बीते कुछ महीनों में स्थानीय हिंदुओं और प्रवासी लोगों पर हमले तेज हुए हैं। इसके चलते सुरक्षा बल सतर्क हैं और अब ऐक्शन मोड में आ गए हैं। सुरक्षा बलों ने 250 ओवरग्राउंड वर्कर्स को अरेस्ट किया है, जो आतंकवादियों को मदद करते थे या फिर उन्हें जानकारी देते थे। इन लोगों को यूएपीए और पब्लिक सिक्योरिटी ऐक्ट के तहत गिरफ्तार किया गया है। इनमें से ज्यादातर लोगों को जम्मू-कश्मीर से बाहर की जेलों में रखा गया है। इन लोगों पर ऐक्शन की शुरुआत बीते साल हुई थी। मई 2021 तक ही 150 लोगों को प्रशासन ने गि...
बैंक की सुरक्षा बनी है “असुरक्षित”  घंटाघर स्थित पंजाब नेशनल बैंक के मुख्य द्वार पर ही सजी है दुकाने|

बैंक की सुरक्षा बनी है “असुरक्षित” घंटाघर स्थित पंजाब नेशनल बैंक के मुख्य द्वार पर ही सजी है दुकाने|

उत्तराखण्ड
बैंक की सुरक्षा बनी है "असुरक्षित" घंटाघर स्थित पंजाब नेशनल बैंक के मुख्य द्वार पर ही सजी है दुकाने| देहरादून- बैंक प्रतिष्ठानों पर लूट-डकैती जैसी घटनाओं का होना जहां पुलिस महकमें की कार्यशैली पर सवाल खड़े करता रहता है वही बैंक प्रतिष्ठानों की भी कमियां और लापरवाही या कुछ कम नहीं होती हैं, जिस कारण से अपराधिक तत्व बैंकों में अथवा बैंकों के बाहर चोरी-डकैती आदि अपराधिक मामले कर गुजरते हैं और पुलिस को ठेंगा दिखाकर रफूचक्कर हो जाते हैं| बैंकों के बाहर असुरक्षा जैसा माहौल अथवा दृश्य नहीं होने चाहिए |इस पर भी ध्यान देना आवश्यक होता है कि कहीं बैंक प्रतिष्ठानों के बाहर संदिग्धों का जमावड़ा तो नहीं रहता है, लेकिन राज राजधानी देहरादून के हृदय स्थली घंटाघर के पास ही पंजाब नेशनल बैंक के मुख्य द्वार के बाहर ही दर्जनों लोगों ने अपने व्यापारिक प्रतिष्ठान स्थापित किए हुए हैं जिस कारण से लूट-डकैती व...
वृक्षों को सुखा रहे राजधानी दून को गंदा करने वाले|

वृक्षों को सुखा रहे राजधानी दून को गंदा करने वाले|

उत्तराखण्ड
वृक्षों को सुखा रहे राजधानी दून को गंदा करने वाले| सार्वजनिक स्थानों पर खुले में मूत्र विसर्जन करने वालों पर होना चाहिए जुर्माना गजब ! गांधी पार्क के पास दो सार्वजनिक शौचालय होने के बावजूद वृक्षों के नीचे मूत्र विसर्जन हो रहा निरंतर देहरादून I राजधानी देहरादून में स्वच्छता अभियान को पलीता लगता हुआ कई जगह देखा जा सकता है I इसी के साथ इस दिशा में ही जन जागरूकता का ग्राफ कितना ऊंचा उठ पाया है, उसका भी स्वत: ही अंदाजा लगाया जा सकता है? अनेक स्थान पर सार्वजनिक शौचालय होने के बावजूद कई लोग सार्वजनिक क्षेत्रों में सड़क किनारे तथा चौराहों के इर्द-गिर्द मूत्र विसर्जन करने से बाज नहीं आ रहे हैं I अक्सर ऐसा देखने को मिल रहा है कि सार्वजनिक स्थानों पर जगह-जगह खुले स्थानों पर पुरुषों द्वारा मूत्र विसर्जन किए जाने से न सिर्फ गंदगी फैलने के कारण विभिन्न संक्रामक बीमारियां फैल रही है, तो वहीं दूस...
तीन दिन से दुधमुंही बच्ची के साथ गायब महिला का ऐसे हाल में मिला शव, मासूम की लाश देख सिहर उठी पुलिस |

तीन दिन से दुधमुंही बच्ची के साथ गायब महिला का ऐसे हाल में मिला शव, मासूम की लाश देख सिहर उठी पुलिस |

उत्तराखण्ड
तीन दिन से दुधमुंही बच्ची के साथ गायब महिला का ऐसे हाल में मिला शव, मासूम की लाश देख सिहर उठी पुलिस | उधमसिंह नगर जिले से हैरान करने वाली खबर सामने आई है। यहां एक महिला और उसकी मासूम बच्ची के शव मिलने से सनसनी फैल गई। बच्ची का शव जमीन पर पड़ा मिला, जबकि मां फंदे पर लटकी मिली। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। उधमसिंह नगर जिले के शक्तिफार्म में तीन दिन पूर्व मायके से लापता महिला और उसकी आठ महीने की दुधमुंही बच्ची का शव जंगल में मिला। महिला एक पेड़ पर फंदे से लटकी मिली, जबकि पुत्री का शव जमीन पर पड़ा था। महिला अपनी पुत्री के अन्नप्राशन कार्यक्रम के लिए एक सप्ताह पूर्व अपने आठ वर्षीय पुत्र और बच्ची के साथ मायके रूदपुर गांव आई थी। रूदपुर ग्रामसभा निवासी जोगेश हालदार की पुत्री पिंकी (33) का विवाह दस वर्ष पूर्व पीलीभीत (यूपी) के गांधीनगर निवासी निताई हालदार के साथ हुआ था। पिंकी आठ म...