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उत्तराखंड : जोशीमठ के बाद उत्तराखंड के कई शहरों पर मंडरा रहा भूस्खलन का खतरा, मसूरी-नैनीताल के लिए बनेगा मानचित्र

उत्तराखंड : जोशीमठ के बाद उत्तराखंड के कई शहरों पर मंडरा रहा भूस्खलन का खतरा, मसूरी-नैनीताल के लिए बनेगा मानचित्र

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उत्तराखंड : जोशीमठ के बाद उत्तराखंड के कई शहरों पर मंडरा रहा भूस्खलन का खतरा, मसूरी-नैनीताल के लिए बनेगा मानचित्र विषम भौगोलिक परिस्थितियों वाले उत्तराखंड में जलवायु परिवर्तन ने प्राकृतिक आपदाओं की आशंका में कई गुना वृद्धि की है। भूस्खलन की घटनाएं बढ़ी हैं और वर्षाकाल में यह बड़ी चुनौती बना रहता है। अनियोजित विकास कार्य और निर्माण आपदा को न्योता दे रहे हैं। वाडिया हिमालय भूविज्ञान संस्थान के विज्ञानी उत्तराखंड में बढ़ रहे जोखिमों और उनके निदान की संभावनाओं पर अध्ययन कर रहे हैं। इसी दिशा में वाडिया की ओर से मसूरी और नैनीताल के लिए भूस्खलन संवेदनशीलता मानचित्र तैयार किया जा रहा है। जोशीमठ आपदा के बाद इसकी नितांत आवश्यकता महसूस की गई। मसूरी और नैनीताल में पर्यटकों के दबाव और आसपास हो रहे अंधाधुंध निर्माण ने आपदा की आशंका को बल दिया है। वाडिया के निदेशक काला चांद साईं ने बताया कि उत्त...
उत्तराखंड : जोशीमठ में क्षमता से ज्यादा भार, अब न हों भारी निर्माण, 20% भवन रहने योग्य नहीं

उत्तराखंड : जोशीमठ में क्षमता से ज्यादा भार, अब न हों भारी निर्माण, 20% भवन रहने योग्य नहीं

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उत्तराखंड : जोशीमठ में क्षमता से ज्यादा भार, अब न हों भारी निर्माण, 20% भवन रहने योग्य नहीं चमोली जिले के जोशीमठ में भूधंसाव पर सामने आई वैज्ञानिक संस्थानों की रिपोर्ट में कहा गया है कि जोशीमठ पहले ही अपनी क्षमता से अधिक भार उठा रहा है। ऐसे में यहां नए भारी निर्माण न किए जाएं। रिपोर्ट में पूरे जोशीमठ के धंसने की आशंका को नगण्य करार दिया गया है। साथ ही प्रभावित क्षेत्र की लगातार निगरानी और विस्तृत भूवैज्ञानिक अध्ययन की आवश्यकता पर बल दिया गया है। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि जोशीमठ क्षेत्र को नो-न्यू कंस्ट्रक्शन जोन घोषित किया जाना चाहिए। पोस्ट डिजास्टर नीड असेसमेंट (पीडीएनए) ने भी अपनी रिपोर्ट में इस बात का जिक्र किया है। वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार, जोशीमठ की जनसंख्या 16,709 थी, जिसका घनत्व 1,454 प्रति वर्ग किमी था। जिला प्रशासन के अनुसार, इस...
उत्तराखंड : हाईकोर्ट की सख्ती के बाद सरकार ने सार्वजनिक की जोशीमठ भूधंसाव वैज्ञानिकों की रिपोर्ट, आज कोर्ट में चर्चा

उत्तराखंड : हाईकोर्ट की सख्ती के बाद सरकार ने सार्वजनिक की जोशीमठ भूधंसाव वैज्ञानिकों की रिपोर्ट, आज कोर्ट में चर्चा

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उत्तराखंड : हाईकोर्ट की सख्ती के बाद सरकार ने सार्वजनिक की जोशीमठ भूधंसाव वैज्ञानिकों की रिपोर्ट, आज कोर्ट में चर्चा जोशीमठ मे भूधंसाव की जो आपदा आई उस पर वैज्ञानिकों की रिपोर्ट आ गई है और उसे सार्वजनिक भी कर दिया गया है। नैनीताल हाईकोर्ट की सख्ती के बाद आखिरकार सरकार को जोशीमठ भूधंसाव पर वैज्ञानिक संस्थाओं की रिपोर्ट को सार्वजनिक करना पड़ा। आठ वैज्ञानिक संस्थानों की यह रिपोर्ट सैकड़ों वैज्ञानिकों ने कई महीनों की मेहनत के बाद करीब 718 पन्नों में तैयार की है। इन्हीं रिपोर्ट के आधार पर राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) ने भी अपनी 139 पन्नों की रिपोर्ट तैयार की थी, इसे भी अब सार्वजनिक कर दिया गया है। रिपोर्ट में जोशीमठ में भू-धंसाव के कई कारणों और भविष्य की टाउन प्लानिंग का विस्तृत ब्योरा दिया गया है। चमोली जिले के जोशीमठ में इस साल की शुरुआत में ही भू-धंसाव शुरू हो गया था। इस प...
उत्तराखंड : ऋषिकेश गंगोत्री हाईवे तीसरे दिन भी बंद, जानें कब से मिलेगी प्रदेशवासियों को बारिश से राहत

उत्तराखंड : ऋषिकेश गंगोत्री हाईवे तीसरे दिन भी बंद, जानें कब से मिलेगी प्रदेशवासियों को बारिश से राहत

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उत्तराखंड : ऋषिकेश गंगोत्री हाईवे तीसरे दिन भी बंद, जानें कब से मिलेगी प्रदेशवासियों को बारिश से राहत ऋषिकेश गंगोत्री हाईवे आज बृहस्पतिवार को तीसरे दिन भी यातायात के लिए नहीं खुल पाया है। नरेंद्रनगर बगड़धार में हाईवे बंद चल रहा है। टिहरी जिले में रात भर से रुक रुक कर बारिश हो रही है, जिस कारण यहां आवाजाही मुश्किल बनी हुई है। लगातार हो रही बारिश से अगले चार दिनों तक राहत की उम्मीद कम ही है। प्रदेश के आठ जिलों में अगले चार दिनों में हल्की से तेज बारिश के आसार है। हालांकि, 27 अगस्त के बाद उत्तराखंड में बारिश से राहत की उम्मीद है। मौसम विभाग के अनुसार, इसके बाद मानसून धीमा पड़ना शुरू हो जाएगा। पिछले कई दिनों से उत्तराखंड के अधिकांश क्षेत्र में मूसलाधार बारिश हो रही है। इससे जनजीवन अस्तव्यस्त है। फिलहाल 27 अगस्त तक प्रदेश के अधिकांश जिलों में बारिश का क्रम जारी रहेगा। मौसम विभाग ने देहरादू...
उत्तराखंड : तोताघाटी में आवाजाही शुरू, अब बगवान में बंद हुआ हाईवे, 20 भूस्खलन जोन सक्रिय

उत्तराखंड : तोताघाटी में आवाजाही शुरू, अब बगवान में बंद हुआ हाईवे, 20 भूस्खलन जोन सक्रिय

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उत्तराखंड : तोताघाटी में आवाजाही शुरू, अब बगवान में बंद हुआ हाईवे, 20 भूस्खलन जोन सक्रिय बदरीनाथ हाईवे पर 20 भूस्खलन और 11 भूधंसाव जोन सक्रिय हो गए है। कई पुराने भूस्खलन जोन भी सक्रिय हुए हैं। इससे वाहनों की आवाजाही खतरनाक बनी हुई है। आज शनिवार को ऋषिकेश-बदरीनाथ हाईवे एक बार फिर तोताघाटी के पास बाधित हो गया। ट्रैफिक को डायवर्ट कर दिया गया है। लगातार बारिश के चलते हो रहे भूस्खलन से पहाड़ों पर दुश्वारियां कम नहीं हो रही हैं। यात्रियों सहित स्थानीय लोगों को भी सड़कें और हाईवे बंद होने से परेशानियों का सामना करना पड़ा रहा है।भूस्खलन के कारण शनिवार को ऋषिकेश-बदरीनाथ हाईवे एक बार फिर तोताघाटी के पास बाधित हो गया। ट्रैफिक को डायवर्ट किया गया। इसके बाद तोता घाटी में अपराहन 12:30 ऋषिकेश बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग वाहनों के आवागमन के लिए खोला जा सका। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी बृजेश भट्ट ने बताया ...