खटीमा का जवाब श्रीनगर से देगी भाजपा, सीएम धामी ने जन आशीर्वाद रैलियों की श्रृंखला शुरू करने का किया एलान
देहरादून। उत्तराखंड में अगले साल की शुरुआत में होने वाले विधानसभा चुनाव का समय नजदीक आने के साथ ही सियासी माहौल गर्माने लगा है। कांग्रेस तीन सितंबर को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के विधानसभा क्षेत्र खटीमा (ऊधमसिंहनगर) से परिवर्तन यात्रा की शुरुआत करने जा रही है तो भाजपा ने भी इसके जवाब में श्रीनगर (गढ़वाल) से जन आशीर्वाद रैलियों की श्रृंखला शुरू करने का एलान किया है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल विधानसभा की श्रीनगर सीट से चुनाव लड़ते रहे हैं और पिछली बार हार गए थे। ऐसे में भाजपा की रणनीति कांग्रेस अध्यक्ष की घेराबंदी करने की है।
भाजपा के लिए विधानसभा चुनाव में वर्ष 2017 जैसा प्रदर्शन दोहराने की चुनौती है। तब पार्टी ने विधानसभा की 70 में 57 सीटें जीतकर प्रचंड बहुमत हासिल किया था। इसके साथ ही बदली परिस्थितियों में प्रदेश सरकार और भाजपा संगठन में हुए नेतृत्व परिवर्तन के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक के कौशल की भी परीक्षा होनी है। इसे देखते हुए पार्टी ने चुनावी गतिविधियां तेज करने के साथ ही विपक्ष को हर स्तर पर पटखनी देने की रणनीति तैयार की है।
इसी कड़ी में भाजपा ने तीन सितंबर को श्रीनगर (गढ़वाल) में होने वाली जन आशीर्वाद रैली के माध्यम से एक तीर से दो निशाने साधे हैं। वह कांग्रेस की ओर से इसी दिन मुख्यमंत्री के विधानसभा क्षेत्र में होने वाली रैली का उसी के अंदाज में तो जवाब देगी ही, श्रीनगर के साथ ही इसके आसपास के विधानसभा क्षेत्रों को भी साधने का प्रयास करेगी। श्रीनगर सीट का वर्तमान में कैबिनेट मंत्री डा धन सिंह रावत प्रतिनिधित्व कर रहे हैं।
हालांकि, भाजपा के प्रदेश महामंत्री कुलदीप कुमार ने कहा कि भाजपा की ओर से श्रीनगर की जन आशीर्वाद रैली का कार्यक्रम पहले से ही निर्धारित है। इसे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मदन कौशिक समेत कई मंत्री और अन्य नेता संबोधित करेंगे। उन्होंने बताया कि तीन सितंबर को श्रीनगर में जीवीके मैदान से रामलीला मैदान तक 1500 कार्यकत्र्ता मोटरसाइकिल रैली निकालकर मुख्यमंत्री का स्वागत करेंगे।
प्रदेश महामंत्री के मुताबिक जन आशीर्वाद रैली की अगली कड़ी में छह सितंबर को अल्मोड़ा में रैली होगी। श्रीनगर रैली के लिए उन्हें और कैबिनेट मंत्री डा धन सिंह रावत को संयोजक का दायित्व सौंपा गया है, जबकि अल्मोड़ा रैली के लिए प्रदेश महामंत्री राजू भंडारी, कैबिनेट मंत्री बिशन सिंह चुफाल व रेखा आर्य को संयोजक का दायित्व सौंपा गया है।