राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने पतंजलि विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में की शिरकत, छात्रों को दिए प्रेरणादायक संदेश
हरिद्वार में आयोजित पतंजलि विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने मुख्य अतिथि के रूप में भाग लेकर विद्यार्थियों को नए उत्साह और संकल्प से आगे बढ़ने का संदेश दिया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि भारत की युवा पीढ़ी देश के भविष्य की दिशा तय करेगी और उन्हें अपने ज्ञान को समाज के कल्याण से जोड़ना चाहिए।
राष्ट्रपति मुर्मु ने पतंजलि विश्वविद्यालय की पहल की सराहना करते हुए कहा कि यह संस्थान भारतीय संस्कृति, योग और आयुर्वेद को आधुनिक शिक्षा के साथ जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि शिक्षा केवल रोजगार का माध्यम नहीं, बल्कि जीवन मूल्यों और मानवीय संवेदनाओं का आधार बननी चाहिए।
समारोह के दौरान विश्वविद्यालय के कुलाधिपति योगगुरु बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण ने राष्ट्रपति का स्वागत किया तथा संस्थान की उपलब्धियों का उल्लेख किया। कार्यक्रम में देशभर से आए विद्यार्थियों को डिग्री और उपाधियाँ प्रदान की गईं।
राष्ट्रपति ने अंत में कहा कि “भारत को विश्वगुरु बनाने के लिए आवश्यक है कि हमारे शिक्षण संस्थान ज्ञान, अनुशासन और सेवा भाव के केंद्र