जो नहीं चलाना चाहते थे बंदूक, उनकी जानवरों की तरह की जाती थी पिटाई, नशा मुक्ति की आड़ में अमृतपाल का खतरनाक मंसूबा!
चंडीगढ़. खुफिया एजेंसियों के हवाले से अधिकारी पहले ही इस बात का खुलासा कर चुके हैं कि खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह (Amritpal Singh) युवाओं को आत्मघाती हमले करने के लिए अमृतसर के जल्लूपुर खेड़ा गांव में नशा मुक्ति केंद्र में ट्रेनिंग दे रहा था. अमृतपाल उन्हें आतंकवाद (Terrorism) और गन कल्चर की ओर धकेल रहा था. जो युवा बंदूक चलाने की ट्रेनिंग नहीं लेना चाहते थे, उनकी जानवरों की तरह पिटाई की जाती थी. युवा वहां नशा छोड़ने के मकसद से आए थे लेकिन उन्हें बाद में पता चला कि अमृतपाल के मंसूबे बहुत ही खतरनाक थे. वे भागना चाहते थे लेकिन उन्हें भागने भी नहीं दिया जाता था.
अमृतपाल के सेवादार ने मीडिया को खुद बताया कि यहां गैरकानूनी तरीके से नशा मुक्ति केंद्र (Drug Addiction Center) चलाया जा रहा था. नशामुक्ति केंद्र में भर्ती रह चुके एक युवा ने बताया कि जब उसने वहां रहने और ट्रेनिंग लेने से इनकार किया ...