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रद्द हो सकती है एई और जेई भर्ती, सीएम धामी बोले- गड़बडी करने वालों को कतई बख्शा नहीं जाएगा |

रद्द हो सकती है एई और जेई भर्ती, सीएम धामी बोले- गड़बडी करने वालों को कतई बख्शा नहीं जाएगा |

उत्तराखण्ड
रद्द हो सकती है एई और जेई भर्ती, सीएम धामी बोले- गड़बडी करने वालों को कतई बख्शा नहीं जाएगा | आयोग की पटवारी लेखपाल भर्ती परीक्षा का पेपर लीक मामले का खुलासा होने से एई व जेई भर्तियों पर सवाल खड़े हो गए थे। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर एसआईटी जांच के बाद एई व जेई भर्ती परीक्षा का पेपर लीक मामले में नौ आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। उत्तराखंड लोक सेवा आयोग की एई और जेई भर्ती परीक्षा भी रद्द हो सकती है। हालांकि अभी तक आयोग ने कोई फैसला नहीं लिया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर एसआईटी जांच के बाद एई व जेई भर्ती परीक्षा का पेपर लीक मामले में नौ आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। लोक सेवा आयोग ने पिछले साल अप्रैल-मई 2022 में एई व जेई पदों की लिखित परीक्षा आयोजित कराई थी। आयोग की भर्ती परीक्षा में प्रारंभिक परीक्षा के बाद मुख्य परीक्षा कराई जाती...
रिपोर्ट के इंतजार में लटका पुनर्वास व पुनर्निर्माण, 29 दिन बाद भी फैसला नहीं ले पाई सरकार |

रिपोर्ट के इंतजार में लटका पुनर्वास व पुनर्निर्माण, 29 दिन बाद भी फैसला नहीं ले पाई सरकार |

उत्तराखण्ड
रिपोर्ट के इंतजार में लटका पुनर्वास व पुनर्निर्माण, 29 दिन बाद भी फैसला नहीं ले पाई सरकार | सरकार ने एक दिन पहले पुनर्वास और विस्थापन के लिए तीन विकल्प तो प्रस्तुत कर दिए, लेकिन मुआवजा राशि और पुनर्वास की जमीन तय नहीं हो पाने के कारण इस पर भी वह आगे नहीं बढ़ सकती है। जोशीमठ में भू-धंसाव के 29 दिन बाद भी सरकार पुनर्वास और पुनर्निर्माण पर कोई फैसला नहीं ले पाई है। जब तक सरकार को तकनीकी संस्थाओं की रिपोर्ट नहीं मिल जाती है, उसके हाथ बंधे हैं। ऐसे में जोशीमठ के भविष्य को लेकर तस्वीर कब तक साफ हो पाएगी, शासन का कोई अधिकारी कुछ भी कहने की स्थिति में नहीं है। सरकार ने एक दिन पहले पुनर्वास और विस्थापन के लिए तीन विकल्प तो प्रस्तुत कर दिए, लेकिन मुआवजा राशि और पुनर्वास की जमीन तय नहीं हो पाने के कारण इस पर भी वह आगे नहीं बढ़ सकती है। 25 जनवरी को आठ वैज्ञानिक संस्थाओं ने अपनी अंतरिम रिपोर्ट...
प्रदेश में ‘द्रोणाचार्य’ मिल रहे न ‘अभिमन्यु’, चार साल से नहीं हो पाई इन अवार्ड की घोषणा |

प्रदेश में ‘द्रोणाचार्य’ मिल रहे न ‘अभिमन्यु’, चार साल से नहीं हो पाई इन अवार्ड की घोषणा |

उत्तराखण्ड
प्रदेश में ‘द्रोणाचार्य’ मिल रहे न ‘अभिमन्यु’, चार साल से नहीं हो पाई इन अवार्ड की घोषणा | वर्ष 2019-20, 2020-21 और 2021-22 के लिए विभाग की ओर से अवार्ड के लिए खेल प्रशिक्षकों और खिलाड़ियों से आवेदन मांगे गए। आवेदनपत्रों की जांच भी की गई, लेकिन इन तीनों पुरस्कारों की घोषणा नहीं हो पाई। हॉकी, क्रिकेट के मैदान से लेकर बैडमिंटन कोर्ट तक उत्तराखंड के खिलाड़ियों की प्रतिभा का लोहा पूरी दुनिया मान चुकी है लेकिन अब ऐसे होनहार खिलाड़ी और उन्हें तैयार करने वाले प्रशिक्षक सरकार को ढूंढ़े नहीं मिल रहे हैं। शायद यही कारण है कि प्रदेश सरकार ने आवेदन मांगने के बावजूद चार साल से देवभूमि द्रोणाचार्य पुरस्कार और तीन साल से उत्तराखंड देवभूमि खेल रत्न व लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड की घोषणा नहीं की है। 2018-19 में उत्तराखंड देवभूमि द्रोणाचार्य पुरस्कार के लिए आवेदन मांगे गए थे लेकिन इसकी घोषणा नहीं की ...
भू-धंसाव के साथ पहाड़ी से अब तक 2.21 करोड़ लीटर पानी का हुआ रिसाव, वैज्ञानिकों के लिए बना पहेली |

भू-धंसाव के साथ पहाड़ी से अब तक 2.21 करोड़ लीटर पानी का हुआ रिसाव, वैज्ञानिकों के लिए बना पहेली |

उत्तराखण्ड
भू-धंसाव के साथ पहाड़ी से अब तक 2.21 करोड़ लीटर पानी का हुआ रिसाव, वैज्ञानिकों के लिए बना पहेली | जोशीमठ में धीरे-धीरे हो रहे भू-धंसाव में दो जनवरी की रात को तेजी आई। इसी दौरान जेपी कंपनी की कॉलोनी के पिछले हिस्से में पहाड़ी से मटमैले पानी का रिसाव शुरू हो गया था, जो अभी भी प्रशासनिक अधिकारियों और वैज्ञानिकों के लिए पहेली बना हुआ है। बीते 23 दिनों में जमीन के भीतर लगभग 2 करोड़ 21 लाख 40 हजार लीटर पानी का रिसाव हो चुका है। पानी की यह मात्रा किसी बड़ी झील के बराबर है। जोशीमठ के भूधंसाव में जेपी कॉलोनी के पिछले हिस्से में निकल रहे पानी को भी बड़ा कारण माना जा रहा है। प्रशासनिक अधिकारी और तकनीकी संस्थानों के लिए भी यह पानी अब भी अबूझ पहेली बना है। पानी के नमूने भी एनआईएच की ओर से लिए जा चुके हैं। रिसाव के कारणों को जानने में जुटे वैज्ञानिक इस संबंध में एक बार शासन को रिपोर्ट सौंपी जा च...
इंदौर में हिंदू संगठन ने जमकर किया पठान का विरोध, सुबह 9 बजे का शो रद्द |

इंदौर में हिंदू संगठन ने जमकर किया पठान का विरोध, सुबह 9 बजे का शो रद्द |

मनोरंजन
इंदौर में हिंदू संगठन ने जमकर किया पठान का विरोध, सुबह 9 बजे का शो रद्द | शाहरुख खान की फिल्म पठान सिनेमाघरों में धमाल मचा रही है। फैंस इस फिल्म के लिए सुबह से ही थिएटर में जुटे हुए हैं। बवाल के मद्देनजर थिएटरों के बाहर और अंदर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। इस फिल्म से जुड़े सभी अपडेट के लिए यहां बने रहिए... शाहरुख खान की फिल्म पठान सिनेमाघरों में रिलीज हो गई है। इस फिल्म को फैंस खूब पसंद कर रहे हैं। बता दें कि फिल्म का जमकर विरोध प्रदर्शन हुआ था। यही वजह है कि मुंबई में सिनेमाघरों के बाहर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। इंदौर में विरोध पठान को लेकर फैंस में भारी उत्साह देखने को मिल रहा है, लेकिन हालांकि इंदौर में सपना संगीता टॉकीज के सामने एक हिंदू संगठन द्वारा बड़े पैमाने पर फिल्म का विरोध किया गया है। विरोध के बाद सुबह 9 बजे का शो रद्द कर दिया गया है। शो रुकवाने पहुंचे हि...
वीपीकेएएस के निदेशक डॉ. लक्ष्मी कांत और भीमताल के निदेशक डॉ. प्रमोद कुमार पांडे ने वैज्ञानिकों को संस्थान की उपलब्धियां बताईं |

वीपीकेएएस के निदेशक डॉ. लक्ष्मी कांत और भीमताल के निदेशक डॉ. प्रमोद कुमार पांडे ने वैज्ञानिकों को संस्थान की उपलब्धियां बताईं |

उत्तराखण्ड
वीपीकेएएस के निदेशक डॉ. लक्ष्मी कांत और भीमताल के निदेशक डॉ. प्रमोद कुमार पांडे ने वैज्ञानिकों को संस्थान की उपलब्धियां बताईं | विवेकानंद पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (वीपीकेएएस) और शीतजल मात्स्यिकी अनुसंधान निदेशालय (डीसीएफआर) भीमताल की संयुक्त बैठक मंगलवार को यहां हुई। इस दौरान दोनों संस्थानों के वैज्ञानिकों ने अल्मोड़ा में विकसित क्यूपीएम (मक्का) प्रजाति को मछली आहार के रूप में प्रयोग करने पर सहमति जताई। वीपीकेएएस के निदेशक डॉ. लक्ष्मी कांत और भीमताल के निदेशक डॉ. प्रमोद कुमार पांडे ने वैज्ञानिकों को संस्थान की उपलब्धियां बताईं। वक्ताओं ने प्रोटीन मक्का की जानकारी देकर अर्थव्यवस्था में मछलियों की महत्ता बताई। मक्का प्रजनक डॉ. आरके खुल्बे ने मछली आहार के रूप में गुुणवत्तायुक्त मक्के की उपयोगिता बताई। आईसीएआर-डीसीएफआर की ओर से डॉ. बीजू सैम कमलम जे ने रेनबो ट्राउट मछली के पालन और आह...
जोशीमठ आपदा से औली के पर्यटन पर संकट…बर्फ से सराबोर वादियां, लेकिन बुकिंग रद्द कर रहे पर्यटक |

जोशीमठ आपदा से औली के पर्यटन पर संकट…बर्फ से सराबोर वादियां, लेकिन बुकिंग रद्द कर रहे पर्यटक |

उत्तराखण्ड
जोशीमठ आपदा से औली के पर्यटन पर संकट...बर्फ से सराबोर वादियां, लेकिन बुकिंग रद्द कर रहे पर्यटक | हिमक्रीड़ा स्थल औली में बर्फ है, शीतकालीन पर्यटन सीजन चल रहा है लेकिन पर्यटक नहीं हैं। पर्यटन से जुड़े जिन कारोबारियों को इन दिनों फुरसत नहीं होती थी वह बिना काम के बैठे हुए हैं। ऐसे में कारोबारियों और उनसे जुड़े कर्मचारियों की रोजी रोटी पर संकट खड़ा हो गया है। जोशीमठ-औली रोपवे को भी सुरक्षा की दृष्टि से बंद किया हुआ है। औली में पर्यटन कारोबार रहता है। यही वह समय होता है जब वह अच्छी कमाई करते हैं। खासकर जब यहां बर्फबारी होती है तो पर्यटकों का हुजूम उमड़ पड़ता है। यहां होटल और अन्य पर्यटन व्यवसाय से जुड़े कारोबारी इस सीजन में खूब व्यस्त रहते हैं। कई बार पर्यटकों को कमरे नहीं मिल पाते तो वे रात्रि विश्राम के लिए जोशीमठ आ जाते हैं लेकिन इस बार जोशीमठ में भू-धंसाव के चलते आई आपदा से कारोबार बुरी तरह...
चेहरे पर दिख रहे आपदा के आतंक के निशान, ये रिपोर्ट बता रही गेटवे ऑफ हिमालय की हालत |

चेहरे पर दिख रहे आपदा के आतंक के निशान, ये रिपोर्ट बता रही गेटवे ऑफ हिमालय की हालत |

उत्तराखण्ड
चेहरे पर दिख रहे आपदा के आतंक के निशान, ये रिपोर्ट बता रही गेटवे ऑफ हिमालय की हालत | गेटवे ऑफ हिमालय के नाम से मशहूर जोशीमठ में भू.धंसाव से जमीन में कई मीटर गहरी दरारें पड़ गईं और 700 से ज्यादा घरों की दिवारें दरक गई हैं। इस आपदा के आतंक के निशान यहां हर स्थानीय चेहरे पर दिख रहे हैं। कालोनियां और होटल खाली कराए जा रहे हैं। जिला प्रशासन ने पिछले तीन दिनों में कोई 70 परिवारों को गेस्टहाउस में शिफ्ट किया। बृहस्तपतिवार को दस और परिवारों को सुरक्षित स्थलों पर ले जाया गया। सरकार की उपेक्षा से गुस्साए लोगों ने सुबह से कई घंटे चक्का जाम रखा है। सुरक्षा के लिहाज से पर्यटकों के लिए जोशीमठ.औली रोपवे भी बंद कर दिया गया है। प्रधानमंत्र कार्यालय खुद इस मामले में पल पल की जानकरी ले रहा है। राज्य सरकार के विशेषज्ञों की टीम गठित की है जो देर शाम तक जोशीमठ पहुंच जाएगी। ये टीम भू.धंसाव रोकने के लिए दीर...
देहरादून में 165 ग्राम चरस के साथ बीटेक के एक छात्र को किया गया गिरफ्तार |

देहरादून में 165 ग्राम चरस के साथ बीटेक के एक छात्र को किया गया गिरफ्तार |

उत्तराखण्ड, क्राइम
देहरादून में 165 ग्राम चरस के साथ बीटेक के एक छात्र को किया गया गिरफ्तार | इससे बड़ी विडंबना भला और क्या होगी कि कानून की पढ़ाई करने वाला छात्र खुद ही नशे की तस्करी में लिप्त पाया गया है। छात्र जिस कॉलेज से कानून की पढ़ाई कर रहा है वही वह एक स्थानीय व्यक्ति से चरस खरीद कर कॉलेज के अन्य छात्रों को बेजता है, और अपना गुजर-बसर करता है। जब पुलिस ने छात्र को गिरफ्तार किया तब भी उसके पास से चरस बरामद हुई। थाना प्रेमनगर पुलिस ने मंगलवार को 165 ग्राम चरस के साथ बीटेक के एक छात्र को सुद्धोवाला से गिरफ्तार किया है. पुलिस द्वारा आरोपी को न्यायालय में पेश कर जेल भेजा गया. आरोपी छात्र पश्चिम बंगाल का रहने वाला है. आरोपी इंस्टीट्यूट के छात्रों को चरस महंगे दाम पर बेचकर पैसा कमाता है. एसएसपी देहरादून द्वारा जिले में चलाए जा रहे अभियान के तहत लगातार नशे के तस्करों की गिरफ्तारी की जा रही है. जिसके ...