गैरसैंण में विधानसभा सत्र को लेकर क्यों घबराई सरकार?
आगामी 14 जून से देहरादून में ही आहूत किया गया है विधानसभा का बजट सत्र
देहरादून – उत्तराखंड राज्य मात्र 5 संसदीय क्षेत्रों वाला छोटा सा राज्य है | यहां पर व्यापार अथवा कारोबार भी आर्थिक दृष्टि से मजबूत नहीं माने जाते हैं, बावजूद इसके इस छोटे से उत्तराखंड राज्य में दो विधानसभाओं का होना वास्तव में दुर्भाग्य एवं चिंताजनक ही है | उत्तर प्रदेश से अलग होकर नए उत्तराखंड राज्य के निर्माण का रूप लेकर अस्तित्व में आए उत्तराखंड राज्य को 2 विधानसभाओं के बोझ का सामना करना आखिर क्यों करना पड़ रहा है? इसके पीछे राजनीतिक दलों का स्वार्थ जुड़ा हुआ समझा जाता रहा है |
कांग्रेस और भाजपा दोनों की ही नेतृत्व वाली सरकारों ने पूरी तरह से राज्य के मुख्य सिंहासन पर बैठकर राज किया है तथा राज्य की स्थाई राजधानी को लेकर बारंबार स्वार्थ पूर्ण राजनीति की है| प्रदेश की जनता को भी दो जगह विधानसभाओं का होना और विधानसभा के सत्र आयोजित होना नागवार गुजरता रहा है, लेकिन सूबे की जनता की परवाह किए बिना ही विधानसभाओं के सत्रों के आयोजित होने से राज्य की जनता पर आर्थिक रूप से बोझ पड़ता रहा है | राज्य की सत्तारूढ़ भाजपा ने पिछले 5 वर्ष का कार्यकाल पूर्ण करने के उपरांत इस बार कांग्रेस को भारी पराजय का स्वाद चखाते हुए एक बार फिर से राज्य में सत्ता की चाबी हासिल करते हुए विकास करने के लिए जनता का समर्थन हासिल करने में कामयाबी हासिल की है लेकिन सवाल यह है राज्य में 2 विधानसभाओं का होना आखिर क्या उचित है उत्तराखंड राज्य की स्थाई राजधानी को लेकर कांग्रेस और भाजपा दोनों ही दलों की सरकारें जिस तरह की राजनीति एवं भाषण बाजी करते आए हैं वह किसी से भी छिपा हुआ नहीं है सभी मामला सार्वजनिक रूप से सामने आता रहा है | स्थाई राजधानी के खेल में अब सत्तारूढ़ भाजपा पूरे मजे अथवा फैसले लेने में लगी हुई है | पिछले दिनों ही यह चर्चा चल रही थी कि राज्य का बजट सत्र ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैण में आयोजित किया जाएगा, लेकिन पुष्कर सिंह धामी सरकार का फैसला बदल गया और ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण में न करने का फैसला लेते हुए देहरादून विधानसभा में ही आगामी 14 जून से बजट सत्र आहूत किए जाने का निर्णय कर लिया गया उत्तराखंड के राजनीतिक गलियारे में यह बात आमतौर पर चल रही है कि आखिर पुष्कर सिंह धामी की सरकार राज्य की ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण में यह सत्र करने से क्यों पीछे हटी है क्या धामी सरकार गैरसैंण में विधानसभा का बजट सत्र कराने से घबरा गई है?
उत्तराँचल क्राइम न्यूज़ के लिए ब्यूरो रिपोर्ट |