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नैनीताल में फागोत्सव की धूम, महिलाओं ने स्वांग से बयां किया जोशीमठ का दर्द!

नैनीताल में फागोत्सव की धूम, महिलाओं ने स्वांग से बयां किया जोशीमठ का दर्द

नैनीताल में फागोत्सव की धूम, महिलाओं ने स्वांग से बयां किया जोशीमठ का दर्द

नैनीताल में फागोत्सव की धूम, महिलाओं ने स्वांग से बयां किया जोशीमठ का दर्द!

नैनीताल की धार्मिक संस्था श्रीराम सेवक सभा लंबे समय से कई धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन करवाती आ रही है. इसी संस्था की ओर से नगर में फागोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है.

नैनीताल: इन दिनों रंगों के त्योहार होली की पूरे देशभर में धूम है. पूरा देश होली के जश्न में डूबा है. वहीं नैनीताल में भी फागोत्सव का रंगारंग आगाज हो गया है. नैनीताल में इस महोत्सव के अवसर पर कई कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिसमें महिला बैठकी होली, पुरुष बैठकी होली के साथ ही कवि सम्मेलन भी शामिल है. नैनीताल की धार्मिक संस्था श्रीराम सेवक सभा लंबे समय से कई धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन करवाती आ रही है. इसी संस्था की ओर से नगर में फागोत्सव कार्यक्रम का आयोजन भी किया जा रहा है.

फागोत्सव अगले 9 दिनों तक चलेगा, जिसमें खास है महिला दलों की प्रस्तुति. इसमें जिलेभर की कुल 21 महिला होलियारों की टीमें प्रतिभाग कर रही हैं. इसके साथ ही इस महोत्सव में बड़ी संख्या में स्कूली बच्चे भी हिस्सा ले रहे हैं. वहीं फागोत्सव कार्यक्रम में महिला होली दल की मनमोहक प्रस्तुतियां स्थानीय लोगों के साथ-साथ पर्यटकों को भी खूब पसंद आ रही हैं.

स्वांग के माध्यम से दिए कई संदेश
इस दौरान महिला होलियारों द्वारा होली जुलूस के साथ ही स्वांग के माध्यम से समाज को कई तरह के संदेश भी दिए जा रहे हैं. इसमें कई सामाजिक मुद्दे जैसे नशा मुक्ति, दहेज प्रथा, पर्यावरण बचाओ, वृक्षारोपण, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के संदेश के साथ ही उत्तराखंड राज्य में हुए भर्ती घोटाले, जोशीमठ आपदा, पहाड़ की भूमि में मकान निर्माण, पलायन, पहाड़ संरक्षण समेत बेरोजगारी जैसे मुद्दों को लेकर जनता को चेताने का काम किया जा रहा हैं.

दहेज प्रथा पर भी प्रहार
इसी तरह का सामाजिक संदेश लिए हल्द्वानी से आए अमरावती कॉलोनी बमोरी महिला होली दल ने स्वांग के माध्यम से दहेज प्रथा पर कटाक्ष किया और समाज में आज भी बैठे दहेज लोभियों को आइना दिखाया. दल की सदस्य विनीता उप्रेती ने बताया कि उनकी टीम द्वारा दहेज प्रथा को खत्म करने का प्रयास किया जा रहा है. हालांकि समय के साथ दहेज प्रथा कम तो हुई हैं लेकिन किसी न किसी रूप में यह अब भी समाज में व्याप्त है. वहीं, पर्वतीय सांस्कृतिक कला मंच की महिलाओं द्वारा स्वांग के माध्यम से जोशीमठ आपदा पीड़ितों के दर्द को उजागर किया गया. जिसमें यह दिखाया गया कि एक ओर पूरा देश होली के रंगों में डूबा है तो वहीं दूसरी ओर जोशीमठ में आपदा पीड़ित अपने आशियाने के उजड़ जाने के गम में हैं.

उत्तराँचल क्राइम न्यूज़ के लिए नैनीताल से ब्यूरो रिपोर्ट।

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