Wednesday, October 29News That Matters

Day: November 17, 2023

उत्तराखंड : महिलाओं के लिए जल्द बनेगी नीति, कैबिनेट में आएगा प्रस्ताव

उत्तराखंड : महिलाओं के लिए जल्द बनेगी नीति, कैबिनेट में आएगा प्रस्ताव

उत्तराखण्ड, देहरादून
उत्तराखंड : महिलाओं के लिए जल्द बनेगी नीति, कैबिनेट में आएगा प्रस्ताव महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्य ने कहा, प्रदेश में महिलाओं के लिए जल्द नीति बनेगी, इसके लिए कैबिनेट में प्रस्ताव लाया जाएगा। उन्होंने अधिकारियों को एक सप्ताह के भीतर इसका प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा, इस संबंध में शासन स्तर पर भी एक बैठक होगी। प्रयास किया जा रहा है कि अगले साल 2024 में नीति लागू हो सके। मंत्री रेखा आर्य ने शासकीय आवास पर विभाग की समीक्षा बैठक में कहा, आबकारी विभाग से महिला कल्याण कोष के लिए आठ करोड़ रुपये मिले हैं। विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए थे कि महिलाओं और बच्चों के लिए यह धनराशि किस तरह से काम आए इसके लिए कार्ययोजना तैयार की जाए। मंत्री रेखा आर्य ने नाराजगी जताते हुए कहा कि तय समय पर प्रस्ताव तैयार नहीं हुआ। हालांकि इस दिशा में कुछ काम हुआ है, लेकिन अ...
उत्तराखंड : अपनों के बीच समय बिता रहे महेंद्र सिंह धोनी, पत्नी और बेटी संग इस कॉटेज में ठहरे

उत्तराखंड : अपनों के बीच समय बिता रहे महेंद्र सिंह धोनी, पत्नी और बेटी संग इस कॉटेज में ठहरे

उत्तराखण्ड
उत्तराखंड : अपनों के बीच समय बिता रहे महेंद्र सिंह धोनी, पत्नी और बेटी संग इस कॉटेज में ठहरे पहाड़ का पानी और पहाड़ की जवानी यहां के काम कम ही आता है। यह उदाहरण धोनी के पैतृक गांव में भी देखने को मिला। सुविधाओं के अभाव में गांव के युवा पलायन कर गए तो यहां की नहर भी सूख गई, लेकिन माही को आज भी 20 वर्ष पूर्व लबालब चलती नहर की याद है। गांव पहुंचने पर पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी पुरानी यादें ताजा हो गई। खेती-बाड़ी कर आजीविका चलाने वाले परिवार से निकले पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को गांव में सिंचाई की नहर सूखी दिखाई दी। उन्होंने ग्रामीणों से पूछा कि इसमें पानी नहीं आता। दो दशक पूर्व जब धोनी गांव आए थे, तो नहर में पानी भरकर चलता था। नहर से ल्वाली के साथ ही बसगांव, मिरई, भाबू चार गांव लाभांवित होते थे, लेकिन अब यह नहर पिछले करीब छह वर्षों से सूखी पड़ी है। कुमाऊं भ्रमण पर पहुंचे भार...
उत्तराखंड : प्रदेश में सभी टनल प्रोजेक्ट की होगी समीक्षा, सीएम धामी ने दिए निर्देश

उत्तराखंड : प्रदेश में सभी टनल प्रोजेक्ट की होगी समीक्षा, सीएम धामी ने दिए निर्देश

उत्तराखण्ड, देहरादून
उत्तराखंड : प्रदेश में सभी टनल प्रोजेक्ट की होगी समीक्षा, सीएम धामी ने दिए निर्देश उत्तरकाशी में निर्माणाधीन टनल में 40 श्रमिकों के फंसने की घटना के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रदेश में सभी टनल प्रोजेक्ट की समीक्षा की जाएगी। शहरों की वहन क्षमता का भी हम आकलन कर रहे हैं। बता दें कि मसूरी, देहरादून-टिहरी समेत प्रदेश में कई टनल प्रोजेक्ट प्रस्तावित व विचाराधीन हैं। मुख्यमंत्री बृहस्पतिवार को राज्य सचिवालय में मीडियाकर्मियों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि एजेंसियां बचाव कार्य में जुटी हैं और राज्य सरकार इसमें उनका सहयोग कर रही है। प्रधानमंत्री कार्यालय भी बचाव अभियान पर नजर बनाए हुए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वयं लगातार बचाव कार्य देख रहे हैं। वह समीक्षा कर रहे हैं और हम लोगों से जानकारी ले रहे हैं। मुझसे भी उन्होंने फीडबैक लिया है। प्रधानमंत्री व केंद्र स...
उत्तराखंड : सोमवार से उत्तराखंड में मौसम बदलने के आसार, छाएंगे बादल और होगी बर्फबारी

उत्तराखंड : सोमवार से उत्तराखंड में मौसम बदलने के आसार, छाएंगे बादल और होगी बर्फबारी

उत्तराखण्ड, देहरादून
उत्तराखंड : सोमवार से उत्तराखंड में मौसम बदलने के आसार, छाएंगे बादल और होगी बर्फबारी उत्तराखंड में मौसम शुष्क है और ज्यादातर क्षेत्रों में चटख धूप खिल रही है। जिसके चलते अधिकतम तापमान सामान्य से अधिक बना हुआ है। हालांकि, सुबह-शाम ठंड बढ़ने लगी है। मौसम विभाग के अनुसार, फिलहाल मौसम के मिजाज में किसी प्रकार के बदलाव की संभावना नहीं है, लेकिन सोमवार से पर्वतीय क्षेत्रों में कहीं-कहीं आंशिक बादल छा सकते हैं। जिससे तापमान में गिरावट आ सकती है। देहरादून में गुरुवार को भी सुबह से चटख धूप खिली रही और पारा भी 29 डिग्री सेल्सियस के करीब दर्ज किया गया। हालांकि, शाम ढलते ही पारा तेजी से नीचे गिर रहा है, जिससे रात को ठिठुरन महसूस की जा रही है। ज्यादातर मैदानी क्षेत्रों में इन दिनों पारा सामान्य से तीन-चार डिग्री सेल्सियस अधिक बना हुआ है। पर्वतीय क्षेत्रों में जरूर सर्द हवाएं कंपकंपी बढ़ा रही ह...
उत्तराखंड : शहर से अब डीजल बसें होंगी बाहर, सीएनजी और इलेक्ट्रिक बसों की होगी एंट्री

उत्तराखंड : शहर से अब डीजल बसें होंगी बाहर, सीएनजी और इलेक्ट्रिक बसों की होगी एंट्री

उत्तराखण्ड, देहरादून
उत्तराखंड : शहर से अब डीजल बसें होंगी बाहर, सीएनजी और इलेक्ट्रिक बसों की होगी एंट्री देहरादून शहर में बढ़ते वायु प्रदूषण को कम करने, आमजन को सुविधाजनक और आरामदायक सफर उपलब्ध कराने के लिए सरकार ने शहर में दौड़ रही डीजल सिटी बसों को बाहर करने की तैयारी कर ली है। डीजल बसों के स्थान पर शहर में केवन सीएनजी व इलेक्ट्रिक बसें चलेंगी। इसके लिए सिटी ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (सीटीसी) का गठन किया जाएगा, जो उत्तराखंड परिवहन निगम के अधीन रहेगा। वर्तमान में स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत संचालित हो रही 30 इलेक्ट्रिक बसें भी सीटीसी के अधीन ही संचालित होंगी। नई सीएनजी या इलेक्ट्रिक बस लाने पर ट्रांसपोर्टर को सब्सिडी देने की तैयारी चल रही है। शहर में सार्वजनिक परिवहन सेवा में सुधार के लिए गुरुवार को सचिवालय में मुख्य सचिव डा. एसएस संधु की अध्यक्षता में यूनीफाइड मेट्रोपॉलिटन ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी (यूएमटीए...
उत्तराखंड : आज से शुरू हुआ छठ का महापर्व, 4 दिन ऐसे होगी पूजा, जानिए अर्घ्य देने का समय

उत्तराखंड : आज से शुरू हुआ छठ का महापर्व, 4 दिन ऐसे होगी पूजा, जानिए अर्घ्य देने का समय

उत्तराखण्ड, देहरादून
उत्तराखंड : आज से शुरू हुआ छठ का महापर्व, 4 दिन ऐसे होगी पूजा, जानिए अर्घ्य देने का समय संतान के सुखी जीवन के लिए सूर्यदेव व छठी मैया की आराधना का चार दिवसीय महापर्व छठ आज से नहाय खाय के साथ शुरू होगा। कल खरना, रविवार को संध्या अर्घ्य, जबकि 20 को प्रात:अर्घ्य दिया जाएगा। इसके लिए विभिन्न क्षेत्रों में छठ घाटों की सफाई की गई। वहीं, बाजार में पूजा सामग्री के लिए देर शाम तक भीड़ उमड़ी रही। कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को छठ पूजा की जाती है। बिहार, झारखंड व उत्तर प्रदेश में इस पूजा का काफी महत्व है। देहरादून की बात करें तो यहां बिहार के लोग इस पर्व को खासा उल्लास के साथ मनाते हैं। चार दिवसीय पर्व की पूर्व संध्या पर गुरुवार को सहारनपुर चौक, झंडा बाजार, हनुमान चौक, प्रेमनगर में महिलाएं दऊरा (बांस की टोकरी), बांस का सूप, डाला, कच्ची हल्दी, अदरक, जंगली बेर, सिंघाड़ा, चकोतरा, गन...
उत्तराखंड : नई ऑगर मशीन से रेस्क्यू शुरू, मलबे में 18 मीटर तक डाले पाइप

उत्तराखंड : नई ऑगर मशीन से रेस्क्यू शुरू, मलबे में 18 मीटर तक डाले पाइप

उत्तराखण्ड
उत्तराखंड : नई ऑगर मशीन से रेस्क्यू शुरू, मलबे में 18 मीटर तक डाले पाइप सिलक्यारा सुरंग में फंसे 40 मजदूरों को बाहर निकालने के लिए अमेरिकी जैक एंड पुश अर्थ ऑगर मशीन से बृहस्पतिवार सुबह ड्रिलिंग का काम शुरू हो गया है। रात तक 18 मीटर पाइप मलबे में डाले जा चुके हैं। यह मशीन एक घंटे मे पांच से छह मीटर तक ड्रिलिंग कर रही है पर डेढ़ घंटे में सिर्फ तीन मीटर ही पाइप मलबे में जा पा रहा है। पाइप वेल्डिंग और एलाइनमेंट सही करने में ज्यादा समय लग रहा है। इसी गति से कार्य चलता रहा तो मजदूरों को बाहर निकालने में कम से कम 48 घंटे का समय और लग सकता है।सुरंग के अंदर फंसे 40 मजदूरों को बचाने के लिए मंगलवार को देहरादून से ऑगर मशीन मंगवाई गई थी, लेकिन क्षमता कम होने के चलते उसी दिन देर रात इसे हटा दिया गया था। इसके बाद दिल्ली से 25 टन वजनी नई अत्याधुनिक अमेरिकी ऑगर मशीन मंगवाई गई। जिसकी खेप बुधवार को ...
उत्तराखंड : अभी नहीं होंगे निकाय चुनाव, कार्यकाल समाप्ति पर तैनात किये जाएंगे प्रशासक

उत्तराखंड : अभी नहीं होंगे निकाय चुनाव, कार्यकाल समाप्ति पर तैनात किये जाएंगे प्रशासक

उत्तराखण्ड, देहरादून
उत्तराखंड : अभी नहीं होंगे निकाय चुनाव, कार्यकाल समाप्ति पर तैनात किये जाएंगे प्रशासक उत्तराखंड में नगर निकायों के चुनाव अभी नहीं होंगे। एक दिसंबर को निकायों का कार्यकाल समाप्त होते ही सरकार इनमें प्रशासक तैनात कर देगी। शहरी विकास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने इसकी पुष्टि की है। प्रदेश में करीब 84 नगर निकाय के बोर्ड का कार्यकाल एक दिसंबर को पूरा हो जाएगा। कायदे से नए बोर्ड के चुनाव के लिए अभी तक प्रक्रिया आरंभ हो जानी चाहिए थी। लेकिन अभी निकायों में ओबीसी आरक्षण तय करने के लिए गठित एकल आयोग भी अपना सर्वे पूरा नहीं कर पाया है। इसके अलावा राज्य निर्वाचन आयोग ने भी निकायों के चुनाव के लिए मतदाता सूची तैयार करने के लिए कार्यक्रम तैयार किया है। बकौल अग्रवाल, इन दोनों प्रक्रियाओं के गतिमान होने की वजह से तय समय पर चुनाव कराना मुमकिन नहीं है। जानकारों का मानना है कि अब निकाय चुनाव अगले व...
उत्तराखंड : सेटेलाइट से दिखा भूधंसाव, हो सकता है बड़ा हादसा

उत्तराखंड : सेटेलाइट से दिखा भूधंसाव, हो सकता है बड़ा हादसा

उत्तराखण्ड
उत्तराखंड : सेटेलाइट से दिखा भूधंसाव, हो सकता है बड़ा हादसा उत्तरकाशी में यमुनोत्री राजमार्ग पर निर्माणाधीन सिलक्यारा सुरंग में भूस्खलन के मामले में एक बड़ा अपडेट आता दिख रहा है। एक प्रमुख वैज्ञानिक एजेंसी के विज्ञानी ने सेटेलाइट के विश्लेषण से यह बात कही है कि सिलक्यारा क्षेत्र में भूधंसाव नजर आ रहा है। हालांकि, उन्होंने इस दिशा में विस्तृत अध्ययन कराने की बात भी कही है। तभी आधिकारिक रूप से कुछ कहा जा सकता है। सिलक्यारा सुरंग में भूस्खलन की घटना को लेकर यह बात तो साफ हो चुकी है कि इस क्षेत्र की चट्टानें कमजोर प्रकृति की हैं। साथ ही भूस्खलन वाली पहाड़ी पर पानी के रीचार्ज जोन होने की बात भी सामने आई है। इन तमाम कारणों से ही भूस्खलन हुआ है। वहीं, एक वरिष्ठ विज्ञानी ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि सेटेलाइट में सिलक्यारा क्षेत्र में भूधंसाव नजर आना असमान्य है। उन्होंने कहा कि सिर्फ सेटे...