कैबिनेट मंत्री पांडेय बोले- सभी पीआरडी स्वयंसेवकों को रोजगार देने के लिए विभिन्न विभागों में 20 और पद चिह्नित किए जा रहे
देहरादून। खेल एवं युवा कल्याण मंत्री अरविंद पांडेय ने गुरुवार को विधानसभा में जानकारी दी कि प्रदेश में 9342 पीआरडी स्वयंसेवक पंजीकृत हैं। इनमें से 6956 ही कार्यरत हैं। सभी पीआरडी स्वयंसेवकों को रोजगार देने के लिए विभिन्न विभागों में 20 और पद चिह्नित किए जा रहे हैं। विधानसभा सत्र के चौथे दिन प्रश्नकाल के दौरान उपनेता प्रतिपक्ष करन माहरा ने पीआरडी स्वयंसेवकों के बारे में सरकार से जानकारी मांगी। उन्होंने पूछा कि इन स्वयंसेवकों को कार्य के अवसर नहीं मिल रहे हैं, जिससे उनके परिवारों के समक्ष भरण-पोषण की समस्या उत्पन्न हो गई है।
जवाब में कैबिनेट मंत्री अरविंद पांडेय ने बताया कि हाईकोर्ट में पीआरडी स्वयंसेवकों का प्रकरण विचाराधीन है। 20 पदों पर स्वयंसेवकों को कार्ययोजित करने की अनुमति मिलने पर सभी नामांकित स्वयंसेवकों को रोजगार मिल सकेगा। उन्होंने बताया कि सुरक्षा कार्यों में लगे पीआरडी जवानों को ही 22 दिनी प्रशिक्षण देने की व्यवस्था है।
34 अतिथि शिक्षकों को होगा समायोजन
उच्च शिक्षा मंत्री डा धन सिंह रावत ने कहा कि प्रदेश सरकार सभी ब्लाकों में राजकीय डिग्री कालेज खोलेगी। उन्होंने कहा कि राज्य लोक सेवा आयोग से स्थायी शिक्षक मिलने की वजह 34 अतिथि शिक्षकों का रोजगार प्रभावित हुआ है। ब्लाकों में नए खोले जा रहे कालेजों में इन शिक्षकों को समायोजित किया जाएगा। विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान विधायक हरीश धामी ने सरकार से नौकरी से हटाए गए अतिथि शिक्षकों के बारे में सवाल पूछा था। उन्होंने कहा कि 2017 में राज्य के सरकारी डिग्री कालेजों में अस्थायी व्यवस्था पर नियुक्त 253 अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति की गई थी। 34 अतिथि शिक्षकों को पिछले 14 महीनों से इस व्यवस्था से बाहर किया गया है। वहीं प्रदेश के विभिन्न कालेजों में 40 शिक्षकों के पद रिक्त हैं। उन्होंने कहा कि सरकार कोरोना काल में किसी भी कर्मचारी को नौकरी से नहीं हटाने के बारे में आश्वस्त कर चुकी है।
मुनस्यारी-बलुवाकोट में स्मार्ट क्लास
जवाब में उच्च शिक्षा मंत्री ने बताया कि संबंधित अतिथि शिक्षकों के समायोजन में विषयवार पद रिक्त होने का पेच भी है। संबंधित विषयों में पद रिक्त होने पर उन्हें समायोजित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकारी डिग्री कालेजों में फैकल्टी के 95 फीसद पद भरे हुए हैं। मुनस्यारी और बलुवाकोट जैसे कालेजों में भी तकरीबन शत-प्रतिशत शिक्षक तैनात हैं। इन दोनों दूरस्थ कालेजों में स्मार्ट क्लास की सुविधा भी दी गई है।
नए कालेज पर अभी निर्णय नहीं
निर्दलीय विधायक प्रीतम पंवार के सवाल के जवाब में मंत्री ने बताया कि टिहरी जिले में सकलाना पट्टी में सत्यों-सकलाना में सरकारी डिग्री कालेज खोलने के संबंध में निर्णय नहीं हुआ है। संबंधित ब्लाक में एक डिग्री कालेज पहले से है। नए कालेज के संबंध में छात्रसंख्या का पता लगाया जाएगा।