डिस्को मैन और गोल्ड मैन के नाम से पहचाने जाने वाले बप्पी लाहिड़ी का हुआ निधन |
डिस्को मैन और गोल्ड मैन के नाम से पहचाने जाने वाले बप्पी लाहिड़ी का हुआ निधन |
भारत देश को डिस्को म्यूजिक में नचाने व लोगो को डिस्को म्यूजिक का दिवाना बनाने वाले जाने मने मशहूर संगीतकार बप्पी लाहिड़ी का हुआ निधन 69 की उम्र में हुआ निधन जो काफी समय से मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में बिमारी के चलते करवा रहे थे अपना ईलाज। बप्पी लाहिड़ी का जन्म 1952 में पश्चीम बंगाल के कलकत्ता में शास्त्री संगीत में एक समृद्ध परम्परा वाले परिवार में हुआ था , लाहिड़ी के द्वारा 19 साल की उम्र में संगीत निर्देशक के रूप में अपना करियर शुरू किया इनके पिता अपरेश लाहिड़ी एक प्रसिद्ध बंगाली गायक थे साथ ही उनकी माँ बसारी लाहिड़ी भी एक गायिका और संगीत कार थी उन्हें पहली बार 1972 में दादू फिल्म में गाना गाने का अवसर मिला था, जबकि 1973 से नन्हा शिकारी हिंदी फिल्म से उन्होंने शुरू की और 1975 में बॉलीवुड की जख्मी फिल्म से पहचान बनाई |
बप्पी लाहिड़ी ने बॉलीवुड म्यूजिक इंडस्ट्री में बड़ी पारी खेली. उन्होंने अपने करियर में 500 से ज्यादा गानों को कंपोज किया. इंडस्ट्री में उन्हें बप्पी दा के नाम से भी जाना जाता था. लेकिन गानों के अलावा उन्हें अपनी सोने की जूलरी पहनने और गोल्ड प्रेम के लिए भी जाना जाता था. बप्पी लाहिड़ी इकलौते ऐसे ऐसे सिंगर थे जो ढेर सारा सोना पहने नजर आते थे.
उत्तरांचल क्राइम न्यूज़ के लिए ब्यूरो रिपोर्ट |