राष्ट्रीय कवि पागल फकीरा की एक रचना… एक यार का अरमां है, हूरों में रवानी है… August 12, 2021 ucnnews पागल फकीरा ——————————– एक यार का अरमां है, हूरों में रवानी है, बन्दगी छोड़ कुछ…