![अमित नैथानी मिट्ठू…. महादेव आप सत्य हो, अनन्त हो, अविनाशी हो…](https://uttaranchalcrimenews.com/wp-content/uploads/2021/08/IMG-20210805-WA0046.jpg)
अमित नैथानी मिट्ठू…. महादेव आप सत्य हो, अनन्त हो, अविनाशी हो…
अमित नैथानी मिट्ठू
ऋषिकेश, उत्तराखंड
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महादेव कितने सौम्य हैं आप। गले मे सर्प, कानों में बिच्छू, वस्त्रों में बाघम्बर, दुनिया जिनसे दूर भागती है उन्हें आपने अपना आभूषण बना रखा है। चन्दन लगाने के बजाय आप श्मशान की भस्म से खुद को शृंगित करते हो। मस्तक पर चन्द्र और जटाओं में गङ्गा को स्थान दिया है, जिन्हें मांगलिक कार्यों में कोई भी बुलाने की तो छोड़ो सोचता तक नहीं है, उन भूत-पिशाचों को आप अपने विवाह में निमंत्रण देते हो। अहो! कितने करुण हो आप महादेव। सिर्फ एक लोटा जल से आप प्रसन्न हो जाते हो। संसार के विषाक्त पदार्थों को अपने कण्ठ में प्रच्छन्न कर देते हो। ध्यानस्थ होकर किसका तथ्यान्वेषण करते हो?
आप भूतों के भी उतने ही प्रिय हो जितने भक्तों के.. मैं न तो भक्त हूँ और न मेरे पास आपको न्यौछावर करने के लिए कुछ है। वह जल जिससे आपका अभिषेक करता हूँ वह...