शासन-प्रशासन के आदेश हो रहे तार-तार
चारधाम यात्रा के दौरान घोड़े-खच्चरों के साथ क्रूरता
देहरादून – उत्तराखंड में चारधाम यात्रा अभी जारी है और इस यात्रा में जहां श्रद्धालुओं को आस्था के मंदिरों तक पहुंचाने के लिए घोड़े खच्चर अहम भूमिका निभा रहे हैं, तो वहीं दूसरी ओर घोड़े खच्चरओं के लिए समुचित खानपान की व्यवस्था व उनके पीने के लिए शुद्ध पानी के पुख्ता प्रबंध न होने के कारण बेचारे घोड़े खच्चर असहनीय पीड़ा झेल रहे हैं |जिस कारण से उनकी मौतों की संख्या भी लगातार बढ़ती जा रही है | चार धाम यात्रा के दौरान एक ऐसा वीडियो जारी हुआ है जिसमें एक खच्चर को पीट-पीटकर आगे बढ़ाने की कोशिश की जा रही है | लेकिन भूख और प्यास की वजह से वह खच्चर बेहद कमजोर होने के नाते आगे बढ़ने में असमर्थ दिखाई दे रहा है, लेकिन बावजूद इसके खच्चर का स्वामी अपने इस खच्चर को जिस पर सवारी अथवा श्रद्धालु सवार हैं को डंडी से पीटने में कोई कमी नहीं छोड़ रहा है | इसे क्रूरता कहा जाए या फिर सेवा भाव कहने का अभिप्राय यह है कि शासन प्रशासन के आदेश होने के बावजूद घोड़े-खच्चरओं को पीट-पीटकर श्रद्धालुओं को उनके गंतव्य स्थान तक पहुंचाया जा रहा है | बेजुबान ऐसे जानवरों को किसी तरह का धन दौलत इत्यादि का लालच नहीं है, लेकिन मानव है कि अपने क्रूर पन से बाज नहीं आ रहा है जिसका जीता जागता प्रमाण सामने आई वीडियो से हो गया है | आखिर इसके लिए कौन जिम्मेदार है तथा सजा का हकदार किसको कहा जाएगा?
उत्तरांचल क्राइम न्यूज़ के लिए ब्यूरो रिपोर्ट |