राष्ट्रीय वरिष्ठ कवि जीके पिपिल की एक ग़ज़ल.. वही जिन्दगी वही जिन्दगी के समझौते हैं… August 6, 2021 ucnnews जीके पिपिल देहरादून, उत्तराखंड ——————————– गज़ल ——————— वही जिन्दगी वही जिन्दगी के समझौते हैं कभी…