उत्तराखंड : मुंबई से दून पहुंचे बप्पा, 19 को मूर्ति स्थापना, देहरादून में कैसे हुई थी इस उत्सव की शुरुआत
उत्तराखंड : मुंबई से दून पहुंचे बप्पा, 19 को मूर्ति स्थापना, देहरादून में कैसे हुई थी इस उत्सव की शुरुआत
दस दिन तक चलने वाले गणेशोत्सव को लेकर तैयारियां जोरों से चल रही हैं। विभिन्न संगठनों की ओर से आयोजित होने वाले गणेशोत्सव की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। वहीं, गणेश उत्सव मंडल धामावाला की ओर से आयोजित होने वाले गणेशोत्सव के लिए मुंबई से बप्पा की मूर्ति शनिवार को दून पहुंची।
19 सितंबर को गणेश चतुर्थी के मौके पर मूर्ति की स्थापना की जाएगी।मंडल के कोषाध्यक्ष संतोष माने ने बताया, इस वर्ष की मूर्ति को विशेष रूप से तैयार किया गया है। मूर्ति में भगवान गणेश के साथ राममंदिर की झलक है। माने ने बताया, 19 सितंबर की शाम को साढ़े सात बजे दिगंबर भरत गिरी महाराज के नेतृत्व में मूर्ति स्थापना की जाएगी। 19 से 25 सितंबर तक सुबह शाम आरती के बाद रात को झांकियों का आयोजन किया जाएगा।
24 सितंबर को भंडारे का आयोजन होगा। 25 सितंबर को सुबह 11 बजे बप्पा की शोभायात्रा निकाली जाएगी। शाम सात बजे ऋषिकेश के त्रिवेणी घाट में बप्पा की मूर्ति को विसर्जित किया जाएगा। इसके लिए लगभग सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।
गणेशोत्सव को लेकर राजधानी दून में बप्पा की मनमोहक मूर्तियों से बाजार सजने लगे हैं। जगह-जगह छोटी-बड़ी दुकानें लगाई गई हैं। जहां तरह-तरह के गणेश की मूर्तियां बिकने के लिए आई हैं। शहर में कई जगह अस्थायी दुकानें लगी हैं। गणपति बप्पा की मूर्ति बनाने और बेचने वालों को आर्डर मिल रहे हैं। मूर्तिकार अलग-अलग डिजाइन और पैटर्न में गणेश प्रतिमा का निर्माण कर रहे हैं। खासकर चकराता रोड और पलटन बाजार में बप्पा की मूर्तियों के बाजार सजे हैं।
मुंबई से करीब 16 साल पहले दून आए परिवारों ने गणेशोत्सव की शुरुआत की थी। इसके बाद से हर साल श्री गणेश उत्सव मंडल रिफाइनरी समिति सराफा बाजार की ओर से धामावाला में गणेशोत्सव भव्य रूप से आयोजित किया जाता है।
उत्तरांचल क्राइम न्यूज़ के लिए देहरादून से ब्यूरो रिपोर्ट |