रूस और युक्रेन युद्ध को लेकर भारत ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद पर (UNSC )में बोला भारत, मौजूदा हालात को लेकर कही ये बात |
रूस और युक्रेन युद्ध को लेकर भारत ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में बयान दिया है और कहा है कि हम यूक्रेन के लोगों की पीड़ा को कम करने के सभी प्रयासों का समर्थन करते हैं.
रूस और यूक्रेन के बीच पिछले 139 दिनों से युद्ध जारी है और रूस लगातार यूक्रेन के कई शहरों पर हमले कर रहा है. इसके बाद यूक्रेन के कई शहर तबाह हो गए हैं और लाखों लोग बेघर हो गए हैं. इस रूस और युक्रेन युद्ध को लेकर भारत ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में बयान दिया है. भारतीय स्थाई मिशन के काउंसलर प्रतीक माथुर ने यूएनएससी में कहा कि भारत यूक्रेन की स्थिति को लेकर काफी चिंतित है और हम यूक्रेन के लोगों की पीड़ा को कम करने के सभी प्रयासों का समर्थन करते हैं.
‘यूक्रेन की स्थिति को लेकर भारत काफी चिंतित’
भारतीय स्थाई मिशन के काउंसलर प्रतीक माथुर (Pratik Mathur) ने यूएनएससी (UNSC) में कहा, ‘भारत यूक्रेन की स्थिति को लेकर काफी चिंतित है. संघर्ष के परिणामस्वरूप अपने लोगों, विशेष रूप से महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों के लिए जीवन और अनगिनत दुखों का नुकसान हुआ है.’
‘जान की कीमत पर नहीं निकल सकता समाधान’
उन्होंने आगे कहा, ‘हमारा मानना है कि निर्दोष लोगों की जान की कीमत पर कोई समाधान नहीं निकाला जा सकता है. हम इस बात को दोहराना जारी रखते हैं कि वैश्विक व्यवस्था अंतरराष्ट्रीय कानून, संयुक्त राष्ट्र चार्टर और क्षेत्रीय अखंडता और राज्यों की संप्रभुता के सम्मान पर आधारित है.’
‘यूक्रेन के लोगों की पीड़ा कम करने का समर्थन’
प्रतीक माथुर (Pratik Mathur) ने यूएनएससी (UNSC) में कहा, ‘हम यूक्रेन के लोगों की पीड़ा को कम करने के सभी प्रयासों का समर्थन करते हैं, विशेष रूप से यूक्रेन और रूसी संघ के बीच बातचीत को प्रोत्साहित करते हैं.’
‘भारत शुरू से करता है शांति की वकालत’
प्रतीक माथुर (Pratik Mathur) ने कहा, ‘लाखों लोग बेघर हो गए और पड़ोसी देशों में शरण लेने के लिए मजबूर हो गए. संघर्ष की शुरुआत से भारत लगातार सभी शत्रुताओं को पूरी तरह से अलग करने का आह्वान करता रहा है और शांति, संवाद और कूटनीति के हिस्से की वकालत करता रहा है.
उत्तराँचल क्राइम न्यूज़ के लिए ब्यूरो रिपोर्ट |