बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ के संदेश एवं लैंगिक असमानता को खत्म करने के संकल्प ,के साथ 26 जुलाई को हरिद्वार हर की पैड़ी से 25 किलोमीटर की पैदल निकलेगी कावंड यात्रा ।
बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ के संदेश एवं लैंगिक असमानता को खत्म करने के संकल्प ,के साथ 26 जुलाई को हरिद्वार हर की पैड़ी से 25 किलोमीटर की पैदल निकलेगी कावंड यात्रा ।
महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्य ने कहा कि लैंगिक असमानता को खत्म करने को लेकर सरकार ने संकल्प लिया है। इसलिए 26 जुलाई को हरिद्वार से कांवड़ यात्रा निकाली जाएगी।
बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ के संदेश एवं लैंगिक असमानता को खत्म करने के संकल्प के साथ 26 जुलाई को हरिद्वार हर की पैड़ी से 25 किलोमीटर की पैदल कावंड यात्रा निकलेगी। यह कहना है महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्य का। उन्होंने कहा कि वह खुद इस यात्रा में शामिल होंगी। इस दिन हरिद्वार में हर की पैड़ी से कांवड में जल भरकर ऋषिकेश स्थित पौराणिक वीरभद्र मंदिर में जलाभिषेक किया जाएगा।
महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास मंत्री ने कहा कि लैंगिक असमानता को खत्म करने को लेकर सरकार ने संकल्प लिया है। सावन के इस पवित्र महीने में एक संदेश उन माता-पिता और समाज को दिया जाए जो लड़कियों को लेकर इस तरह की सोच रखते हैं।
मंत्री ने कहा कि यात्रा का शुभारंभ पंचदशनाम जूना अखाड़ा के मुख्य संरक्षक हरिगिरी जी महाराज करेंगे। सुबह छह बजे गंगा पूजा और महात्माओं के शंखनाद के साथ अवधेशानंद जी महाराज, राज राजेश्वरानंद, रामदेव, कैलाशानंद, जिले के संगठन से जुड़े लोग, विधायक, जूना अखाड़ा ,आंगनबाड़ी कार्यकर्ता उपस्थित रहेंगे।
प्रदेश के अलग-अलग जिलों से आंगनबाड़ी बहनें एवं खेल विभाग की छात्राएं भी यात्रा में शामिल रहेंगी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ऋषिकेश स्थित पौराणिक वीरभद्र मंदिर में जलाभिषेक कर यात्रा का समापन करेंगे।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और विभागीय अधिकारी नजदीकी शिवालयों में करेंगे जलाभिषेक
मंत्री रेखा आर्य ने कहा कि सभी आंगनबाड़ी बहनों और विभागीय अधिकारियों व कर्मचारियों को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि वह इस संकल्प को पूरा करने में अपना सहयोग करें। सभी को यह कहा गया है कि आंगनबाड़ी बहनें व विभागीय अधिकारी, कर्मचारी अपने-अपने नजदीकी शिवालयों में जलाभिषेक करें और बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ के इस संकल्प को पूरा करें।
भ्रूण का परीक्षण करने वाले अस्पतालों पर कसेगा शिकंजा : रेखा
मंत्री रेखा आर्य ने कहा कि बेटियों को गर्भ में ही मार देना या फिर भ्रूण का परीक्षण कराना एक दंडनीय अपराध है, लेकिन फिर भी अमूमन यह देखने में आया है कि इस तरह के कृत्य अभी भी चोरी छिपे कुछ पैथोलॉजी, नर्सिंग होम व अस्पताल करते हैं। मंत्री ने कहा कि जो भी व्यक्ति इस तरह के कृत्य करने वालों की सूचना विभाग को टोल फ्री नंबर 181 पर देगा उनके नाम को गोपनीय रखते हुए उसे ईनाम दिया जाएगा। वहीं गलत काम करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
राज्य की रजत जयंती पर लैंगिक असमानता को करेंगे खत्म : रेखा आर्य
मंत्री रेखा आर्य ने कहा कि 2025 में हम रजत जयंती मना रहे हैं, तब तक हमें इस लैंगिक असमानता को खत्म करना है। उम्मीद है 2025 में 1000 बालकों पर 1000 बालिकाओं का आंकड़ा होगा।
उत्तराँचल क्राइम न्यूज़ के लिए ब्यूरो रिपोर्ट |