सवालों में स्मार्ट सिटी का अवार्ड!
*जनता-व्यापारी-वाहन चालक परेशान, फिर भी मिल गया अवार्ड
*राजधानी दून में जगह-जगह अधूरे पड़े निर्माण कार्य स्मार्ट सिटी लिमिटेड की कार्यशैली पर उठा रहे हैं सवाल
देहरादून – स्मार्ट सिटी निर्माण कार्यों पर लगातार उंगलियां उठती रही है और प्रशासन भी स्मार्ट सिटी के तहत हो रहे निर्माण कार्य की समीक्षा लेकर संबंधित एजेंसी को आवश्यक दिशा निर्देश कई बार दे चुका है, बावजूद इसके देहरादून स्मार्ट सिटी लिमिटेड के निर्माण कार्य लचर हालत में दिखाई दे रहे हैं I स्मार्ट सिटी लिमिटेड के सीईओ/जिलाधिकारी ने कई बार स्मार्ट सिटी के तहत किए जा रहे निर्माण कार्य की सुस्ती पर कड़ा एतराज जताया और कार्य में तेजी लाने के निर्देश जारी किए | हैरानी की बात यह है कि दून स्मार्ट सिटी लिमिटेड के इन निर्माण कार्यों में निरंतर लापरवाही की जा रही है, जिससे कि दून सिटी में न सिर्फ भारी भरकम धूल निरंतर बढ़ रही है बल्कि इसी के साथ पर्यावरण भी दूषित हो रहा है और उससे बीमारियां भी कहीं न कहीं उत्पन्न हो रही है | इसके अलावा जगह-जगह निर्माण कार्य अधूरे पड़े हुए हैं और सड़कों पर गड्ढे भी दिखाई दे रहे हैं जो कि स्मार्ट सिटी के निर्माण कार्य के अधूरे एवं लापरवाह बने होने के प्रमाण दे रहे हैं |आखिर इन सब के लिए कौन जिम्मेदार है? मुख्य बात यह है कि पिछले दिनों उत्तराखंड की राजधानी देहरादून को स्मार्ट सिटी के लिए एक अवार्ड दिया गया था | इस अवार्ड पर जनता की ओर से सवाल खड़े किए जा रहे हैं | जनता ही नहीं, बल्कि व्यापारी वर्ग के अनेक व्यापारी भी इस अवार्ड पर भारी भरकम हैरानी जता रहे हैं| राजधानी के मुख्य बाजार पलटन बाजार एवं धामावाला के अलावा सड़क मार्ग जैन धर्मशाला के नजदीक मुख्य सड़क मार्ग पर भी महीनों से निर्माण कार्य अधूरे चले आ रहे हैं और बेहद सुस्त रफ्तार से निर्माण कार्य किए जा रहे हैं, जिससे कि यातायात प्रभावित हो रहा है और जनता को भी भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है I कहने का अभिप्राय यह है कि जो अवार्ड स्मार्ट सिटी को लेकर मिला है, उस पर जनता की ओर से सवाल खड़े किए जा रहे हैं | राजधानी में जगह-जगह धूल, गड्ढे, अव्यवस्थित स्थान जैसे दृश्य देखने को मिल रहे हैं, ऐसे में आखिर किस दृष्टि से अवार्ड देने के लिए यहां का चयन किया गया? वह सवालों को खड़ा कर रहा है | अधूरे पड़े निर्माण कार्य एवं उसकी सुस्त रफ्तार से व्यापारी एवं वाहन चालक आक्रोशित है I ऐसे में इस अवार्ड पर सवाल उठना लाजमी समझा जा रहा है!
उत्तरांचल क्राइम न्यूज़ के लिए ब्यूरो रिपोर्ट |