रविवार देर रात हुई घटना में गनीमत रही कोई जनहानि और पशुहानि नहीं हुई है।
उत्तराखंड के पौड़ी जिले में श्रीनगर तहसील क्षेत्रांतर्गत राजस्व क्षेत्र चलणस्यूं के जोगड़ी और रैतपुर गांव के ऊपर पहाड़ी में बादल फटने से खेतों, रास्तों, पेयजल और विद्युत लाइन को नुकसान पहुंचा है। रविवार देर रात हुई घटना में गनीमत रही कोई जनहानि और पशुहानि नहीं हुई है।
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चमधार-देवलगढ़ मोटर मार्ग से कट रहे चमेला-कटाखोली-ग्वाड़ मोटर मार्ग पर स्थित ग्राम पंचायत जोगड़ी और ग्राम पंचायत कटाखोली के रैतपुर गांव में रविवार रात लगभग एक बजे बादल फटने की घटना हुई। दोनों गांव की बीच की दूरी लगभग तीन किलोमीटर है।
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बादल फटने के बाद भारी मात्रा में पानी खेतों, रास्तों, बिजली के पोलों और पाइप लाइन को नुकसान को पहुंचाता हुआ चमधार गदेरे में चला गया। ग्राम प्रधान जोगड़ी अनिल रावत के अनुसार पानी से खेत बह गए हैं जबकि कई खेतों में मलबा जमा हो गया है।
लगभग 200 खेतों को नुकसान पहुंचा है। पैदल संपर्क मार्ग कट गए हैं। वहीं रैतपुर गांव में खेत और पाइप लाइन क्षतिग्रस्त हुए हैं। सूचना मिलने पर सुबह उप जिलाधिकारी श्रीनगर अजयवीर सिंह ने टीम के साथ प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया।
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उन्होंने बताया कि जहां बादल फटा है, उससे सबसे नजदीकी घर लगभग 15 मीटर दूर है। जोगड़ी गांव में विद्युत पोल ध्वस्त होने से छह घरों की विद्युत आपूर्ति बाधित हुई है। ऊर्जा निगम के कर्मचारी लाइन की मरम्मत में लगे हुए हैं।
गांव में पानी की दिक्कत नहीं है। राजस्व उप निरीक्षक चलणस्यूं महेंद्र नेगी ने बताया कि बादल फटने से जोगड़ी में लगभग 25 नाली और रैतपुर में 20 नाली कृषि भूमि प्रभावित हुई है। वहं, पौड़ी जिले में मौसम के बदले मिजाज व लगातार रुक रुककर हो रही बारिश से राज्यमार्ग कर्णप्रयाग-नौटी-पौठाणी, घंडियाल-पाली-डांगी, पोखरीखेत-मासौ समेत 56 मोटर मार्गों पर यातायात ठप रहा।
वहीं, मौसम विभाग ने देहरादून, टिहरी, पौड़ी, हरिद्वार, चंपावत, नैनीताल, ऊधमसिंह नगर में अगले 24 घंटे में भारी से बहुत भारी बारिश का येलो अलर्ट भी जारी किया है। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक विक्रम सिंह ने बताया कि अगले 24 घंटे पहाड़ी क्षेत्रों के लिए एहतियात बरतने वाले हैं।
उत्तराँचल क्राईम न्यूज़ के लिए ब्यूरो रिपोर्ट |