Monday, March 24News That Matters

शव देख सदमे में आई मां, बोली- ‘गोलू बेटा बाहर क्यों सोया, उठ और घर में आ जा’ |

शव देख सदमे में आई मां, बोली- ‘गोलू बेटा बाहर क्यों सोया, उठ और घर में आ जा’ |

बेटे का शव देख मां को यकीन ही नहीं हुआ कि उसकी आंख का तारा अब इस दुनिया में नहीं रहा। वह बेटे को सोया हुआ ही मानती रही। कभी शव से लिपटकर तो कभी सिर गोद में रखकर उससे उठकर घर में चलने की बात कहती रही सुधीर की मां शीला देवी।

टूटा दुखों का पहाड़: पहले पति नहर में डूबे, अब जिगर के टुकड़े को लील गई गोला नदी, शव देख बेसुध हुई मां

‘गोलू बेटा उठ और घर में आ जा…’ ये शब्द थे सुधीर की मां शीला देवी के। बेटे का शव घर पहुंचा तो शीला देवी को ऐसा सदमा लगा कि आंखों के आंसू भी बह न सके। अंदर ही अंदर बेटे के जाने का गम आखिर कैसे बर्दाश्त करती। दरवाजे पर सुधीर की अर्थी तैयार हो रही थी और आंगन में बेटे का शव रखा था जिसे मां एकटक निहार रही थी।

उम्मीद थी बेटे के उठकर मां से गले लग जाने की और यह कहने की मां मैं आ गया। सुधीर के पिता राजू गौड़, बड़ा भाई चंदन, छोटा भाई अंकित बार-बार शीला देवी को समझाने की कोशिश कर रहे थे कि सुधीर अब उन्हें छोड़कर जा चुका है लेकिन एक मां का दिल कैसे यकीन करता कि उसके जिगर का टुकड़ा कैसे छोड़कर जा सकता है। बेटे के शव को गोद में लेकर शीला देवी यही कहती रहीं कि बेटा तू अकेला चला गया, मुझे लेकर क्यों नहीं गया।

उधर, अर्थी बनाते समय पिता राजू के गिरते आंसू बेटे को अंतिम विदाई दे रहे थे। दोनों भाइयों को रो-रोककर बुरा हाल था। किशोर के शव को जब अर्थी पर रखा गया तो शीला देवी ने पति और दोनों बेटों के हाथ रोक लिए और बेटे को उससे दूर ले जाने पर नाराजगी भी जताई। परिजनों ने रोका और समझाने की कोशिश की लेकिन एक मां को कहां यकीन था कि उसका बेटा अब इस दुनिया को अलविदा कह चुका है।

यह भी पढ़े :- https://uttaranchalcrimenews.com/bjp-retaliates-on-manish-sisodias-allegations-to-whom-kejriwal-gives-a-certificate-of-staunch-honesty-he-definitely-goes-to-jail/

दोस्त के साथ गौला नदी में डूबे सुधीर का शव 23 घंटे के सर्च अभियान के बाद गौला बैराज में सोमवार को मिला था। गेट खुलने पर शव दिखाई दिया। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया। कोतवाली क्षेत्र के वैलेजली लॉज निवासी राजू गौड़ का बेटा सुधीर उर्फ गोलू और उसका दोस्त युवराज रविवार की सुबह गौला नदी में नहाने गए थे। दोपहर 12 बजे परिजनों के पास सूचना पहुंची कि सुधीर और युवराज नदी में डूब गए हैं।
12 बजे से शुरू हुए बचाव अभियान के दौरान घटनास्थल से गौला बैराज की ओर करीब आठ सौ मीटर दूर युवराज का शव मिला था जबकि सुधीर की तलाश जारी थी। शाम को अंधेरा होने पर अभियान रोक दिया गया था। सोमवार को सुधीर का शव गौला बैराज में फंसा मिला। काठगोदाम पुलिस के मुताबिक, सोमवार की सुबह अंधेरा छंटने के बाद से ही बचाव अभियान शुरू कर दिया गया।

जल पुलिस और एसडीआरएफ की टीम को गौला नदी और कुछ कर्मियों को बैराज में उतारा गया। गौला बैराज का चैनल गेट खोलकर पानी नदी में छोड़ा गया। कुछ देर बाद जब पानी कम हुआ तो सुधीर का शव चैनल गेट के पास फंसा दिखाई दिया। पुलिस ने शव बाहर निकालकर बेस अस्पताल भेजा। उसके बाद पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया। शाम को चित्रशिला घाट पर दाहसंस्कार किया गया।

उत्तराँचल क्राईम न्यूज़ के लिए ब्यूरों रिपोर्ट |

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *