महबूबा मुफ्ती ने भी आर्यन खान के ड्रग्स केस को लेकर पर अपनी प्रतिक्रिया दी
नई दिल्ली, शाह रुख खान के बेटे आर्यन खान के ड्रग्स केस में नाम आने के बाद से देश की कई बड़ी हस्तियां अपनी प्रतिक्रिया दे रही हैं। इनमें फिल्मी सितारों के अलावा देश के मशहूर राजनेता भी शामिल हैं। अब पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने भी आर्यन खान के ड्रग्स केस को लेकर पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने इस मामले पर किसी का नाम लिए बिना केंद्रीय एजेंसी पर सवाल खड़े किए हैं।
महबूबा मुफ्ती के अनुसार केंद्रीय मंत्री के बेटे पर चार किसानों की हत्या के आरोप में एक उदाहरण बनाने के बजाय, केंद्रीय एजेंसियों ने 23 साल के एक लड़के को सिर्फ इसलिए गिरफ्तार किया है, क्योंकि उसका सरनेम ‘खान’ है। यह बात उन्होंने सोशल मीडिया के जरिए कही है। महबूबा मुफ्ती ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर केंद्रीय एजेंसी पर सवाल खड़े करते हुए लिखा, ‘चार किसानों की हत्या के आरोपी केंद्रीय मंत्री के बेटे पर कार्रवाई कर उदाहरण बनाने के बजाय, केंद्रीय एजेंसियां 23 साल की उम्र के एक लड़के पर सिर्फ इसलिए कार्रवाई कर रही हैं क्योंकि उसका सरनेम खान है।’
महबूबा मुफ्ती ने अपने ट्वीट में आगे लिखा, ‘न्याय का मखौल है कि बीजेपी के कोर वोट बैंक की दुखदायी इच्छाओं को पूरा करने के लिए मुसलमानों को निशाना बनाया जाता है।’ सोशल मीडिया पर महबूबा मुफ्ती का यह ट्वीट तेजी से वायरल हो रहा है। बहुत से लोग उनके इस ट्वीट को शाह रुख खान के बेटे आर्यन खान से जोड़कर देख रहे हैं। साथ ही उनके ट्वीट पर अपनी प्रतिक्रिया भी दे रहे हैं।
आपको बता दें कि बीते दिनों नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) ने मुंबई से गोवा जा रहे ‘कॉर्डेलिया द इम्प्रेस’ नाम के क्रूज शिप पर छापेमारी की। इस दौरान उन्होंने आर्यन खान और उनके दोस्त अरबाज मर्जेंट और मुनमुन धमेचा सहित कई लोगों को गिरफ्ता किया था। इसके बाद से यह सभी जेल में हैं। आज इस केस में कोर्ट में सुनवाई होनी थी, लेकिन इसे बुधवार तक के लिए टाल दिया गया है।
यह चौथी बार था जब आर्यन के वकील सतीश मांनशिंदे ने कोर्ट में जमानत की अर्जी दी थी। इससे पहले 8 अक्टूबर को मुंबई के चीफ मेट्रोपालिटन मजिस्ट्रेट कोर्ट ने ये कहते हुए ज़मानत अर्जी खारिज कर दी थी कि इस आवेदन के लिए ये उचित जगह नहीं है। इसके बाद आर्यन के वकील ने सोमवार को एनडीपीएस की विशेष अदालत में जमानत याचिका के लिए अपील कर दी जिस पर अब बुधवार को सुनवाई होनी है।