Sat. Oct 19th, 2024

उत्तराखंड : हरिद्वार कथा प्रवचन के दौरान ब्राह्मणों पर अमर्यादित टिप्पणी, आक्रोशित लोगों ने आश्रम का गेट तोड़ा, प्रदर्शन

उत्तराखंड : हरिद्वार कथा प्रवचन के दौरान ब्राह्मणों पर अमर्यादित टिप्पणी, आक्रोशित लोगों ने आश्रम का गेट तोड़ा, प्रदर्शन

उत्तराखंड : हरिद्वार कथा प्रवचन के दौरान ब्राह्मणों पर अमर्यादित टिप्पणी, आक्रोशित लोगों ने आश्रम का गेट तोड़ा, प्रदर्शन

उत्तराखंड : हरिद्वार कथा प्रवचन के दौरान ब्राह्मणों पर अमर्यादित टिप्पणी, आक्रोशित लोगों ने आश्रम का गेट तोड़ा, प्रदर्शन

विधायक मदन कौशिक, गंगा सभा के अध्यक्ष और महामंत्री समेत सैकड़ों लोगों ने कनखल थाने का घेराव भी किया। ब्राह्मण समाज के लोगों ने महामंडलेश्वर पुण्य नंद गिरी के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की और कहा कि वह सार्वजनिक रूप से समाज के लोगों से माफी मांगें।
महामंडलेश्वर पुण्यानंद गिरी पर अमर्यादित टिप्पणी का आरोप लगा ब्राह्मण समाज ने कनखल चौक पर विरोध प्रदर्शन किया। तहरीर देने के बाद भी कार्रवाई नहीं होने पर आक्रोश जताया। बता दें कि महामंडलेश्वर पुण्य नंद गिरी ने कथा प्रवचन के दौरान ब्राह्मणों पर अमर्यादित टिप्पणी की थी।
इसका वीडियो वायरल हुआ तो धर्मनगरी में ब्राह्मण समाज आक्रोशित हो उठा। समाज के तमाम युवाओं ने विरोध प्रदर्शन करते हुए पुण्य नंद गिरी के आश्रम का गेट तोड़ा और कार्रवाई की मांग को लेकर पुलिस को तहरीर दी थी। दूसरे दिन मामले ने तूल पकड़ लिया।
पुलिस पर तहरीर के बावजूद कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाया। इसके विरोध में नगर विधायक मदन कौशिक, गंगा सभा के अध्यक्ष नितिन गौतम, महामंत्री तन्मय वशिष्ठ समेत सैकड़ों लोगों ने कनखल थाने का घेराव भी किया। ब्राह्मण समाज के लोगों ने महामंडलेश्वर पुण्य नंद गिरी के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की और कहा कि वह सार्वजनिक रूप से समाज के लोगों से माफी मांगें। श्री गंगासभा के महामंत्री तन्मय वशिष्ठ ने नाराजगी जताई। वहीं विधायक मदन कौशिक ने थानाध्यक्ष कनखल को त्वरित कार्रवाई करने के लिए निर्देशित किया।
भाजपा जिला उपाध्यक्ष ने महामंडलेश्वर पुण्य नंद गिरी के बयान को निंदनीय बताया। उन्होंने प्रेस को जारी बयान में कहा कि संत समाज किसी दशा में किसी समाज पर अमर्यादित टिप्पणी नहीं कर सकता है। उन्होंने कहा कि पुण्य नंद गिरी व्यास पीठ से ब्राह्मण समाज की निंदा और अमर्यादित शब्दों का प्रयोग किए। इससे उनके महामंडलेश्वर की उपाधि पर सवाल खड़ा हो रहा है। उन्होंने कहा कि ऐसे कथा वाचक को व्यास पीठ पर बैठने का भी अधिकार नहीं है।

उत्तरांचल क्राइम न्यूज़ के लिए देहरादून से ब्यूरो रिपोर्ट |

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may have missed